भावनाएं समझी जा सकती हैं कि लोग आज भरतु सिंह नेगी (भरतु दाई), मनमोहन सिंह नेगी और मेहरबान सिंह नेगी (
#NPP
) को याद कर रहे हैं । लेकिन संकटमोचन ढ़ूंढने के बजाये जो हमारी असली ताकत है, वोट, उसका उपयोग भावुक और मूर्खतापूर्ण तरीके से कर रहे हैं। और अभी भी नहीं सम्हल रहे हैं। 🤦🤦