बंगाल की बेटी डॉक्टर मोमिता देवनाथ की हत्या के अपराधी को कठोरतम सजा मिलनी चाहिए ।
हत्या की CBI जांच हो, जो भी अपराधी हों चाहे वो ममता बनर्जी की बंगाल सरकार की सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा कितना भी बड़ा प्रभावशाली व्यक्ति हो, उन्हें कड़ी सजा मिले।
#justiceformoumitadebnath
हम अंकिता भंडारी के लिए न्याय चाहते हैं, जब तक अंकिता भंडारी हत्याकांड में न्याय नही मिलता, VIP का पर्दाफाश नहीं हो जाता, हम चैन से नहीं बैठेंगे। सीएम
@pushkardhami
और
@BJP4UK
सरकार अंकिता भंडारी हत्याकांड में हत्यारों, अपराधियों और VIP को बचा रही है ।
#JusticeForAnkitaBhandari
उत्तराखंड पुलिस 23 लाख की विदेशी हार्ले डेविडसन खरीद रही है, जो राज्य हजारों करोड़ के कर्ज तले दबा है वहां ये फिजूलखर्ची चल रही है । किस बात के लिए ली जा रही हैं इतनी महंगी विदेशी मोटरसाईकिल जवाब दे उत्तराखंड सरकार ?
अंकिता भंडारी की लड़ाई लड़ रहे आशुतोष नेगी को पुलिस ने किया गिरफ्तार। अंकिता को न्याय दिलाने के लिए श्रीनगर गढ़वाल में अंकिता के माता-पिता के साथ धरने पर बैठे थे आशुतोष नेगी।
पुलिस हमें गिरफ्तार कर सुदद्दोवाला जेल ले गई है। सरकार हमें पुलिस का डर न दिखाए। हम अंतिम सांस तक अपने उत्तराखंड में पनप रहे गुंडे-बदमाशों के खिलाफ और मूल निवासियों की सुरक्षा के लिए संघर्ष करते रहेंगे। आप गिरफ्तार करो, जेल में डाल दो, हम लड़ते रहेंगे।
अंकिता भंडारी हत्याकांड में कई सवाल अनसुलझे हैं ।
उत्तराखंड की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री
@pushkardhami
का CBI जांच टालना दिखाता है कि किसी को बचाया जा रहा है ।
मोमिता देवनाथ हत्याकांड की तरह अंकिता हत्याकांड की भी CBI जांच हो।
#justiceforankitabhandari
#justiceformoumitadebnath
सत्ता की आँखों की किरकिरी बने एडवोकेट विकेश नेगी जी को बेइज्जत कर इस तरह किया गया जिला बदर...
विकेश नेगी जी ने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और देहरादून मेयर सुनील गामा की संपत्ति का खुलासा किया था। वह लगातार भ्रष्टाचार के मामले उजागर कर रहे थे।
वीडियो साभार : UK वाणी
राज्य हमारा और हमारे ही लोगों को कैद किया जा रहा है। एक कंपनी द्वारा जॉर्ज एवरेस्ट मसूरी में स्थानीय लोगों की दुकानें तारबाड़ से ढक दी गई हैं। लोगों को आने-जाने से रोका जा रहा है। मूल निवासियों के साथ ऐसा घिनौना व्यवहार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सब कुछ उखाड़ फेंकेंगे।
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड(CAU) में पैसों की हेरा फेरी होती रही, उत्तराखंड के मूल निवासी खिलाड़ियों की अवहेलना होती रही है । क्रिकेट लीग(UPL) के उदघाटन मे उत्तराखंड के कलाकारों को ना बुलाकर दूसरे प्रदेश से लाखों खर्च करके कलाकार बुलाए गए ।
धन्यवाद
@baramasa_in
रामनगर उत्तराखंड में तैनात वन आरक्षी वीरेंद्र चौहान को दूसरे प्रदेश से आए गुंडों ने केवल इसलिए बुरी तरह पीट दिया क्योंकि उन्होंने इन गुंडों को संरक्षित क्षेत्र में शराब पीने से रोक दिया था ।
@uttarakhandcops
इन गुंडों को पकड़े ।
उत्तराखंड के मूल निवासियों जागो.....
#मूल_निवास
टिहरी झील में लाखों की पार्किंग का ठेका हरियाणा वाले को, उत्तराखंड क्रिकेट लीग में गाना गाने को लाखों में ठेका पंजाबी गायक प्रतीक बच्चन (बी प्राक) और बिहारी गायक मनोज तिवारी को दिया गया l
उत्तराखंडी पहाड़ वाले केवल 5 किलो राशन में खुश रहें l
धन्य है धामी जी की डबल इंजन सरकार
उत्तराखंड में मूल निवास लागू करने के बजाय भाजपा ने हरियाणा मूल के करतार सिंह भड़ाना को विधानसभा टिकट देकर यह संदेश दिया है कि अपने राज्य में मूल निवासियों की कोई हैसियत नहीं है। उत्तराखंड के मूल निवासी भाजपा कार्यकर्ताओं का इससे बड़ा अपमान और क्या ही हो सकता है।
उत्तराखंड में अवैध बस्तियों के नियमतिकरण का अध्यादेश लाकर इन बस्तियों में दूसरे राज्यों से आकर अवैध रूप से जमीन कब्जाकर उत्तराखंड में बसे लोगों को जमीन का मालिकाना हक़ देने की साजिश चल रही है, हम उत्तराखंड सरकार के इस अध्यादेश का कड़ा विरोध करते हैं l
#मूल_निवास #भू_कानून
पुष्कर धामी जी, सौरभ बहुगुणा जी और अजय भट्ट जी अगर आपको बंगाली भाषा और बंगाली संस्कृति से इतना ही प्रेम है तो अपना नाम पुष्कर बनर्जी, सौरभ मुखर्जी और अजय चटर्जी रख दीजिए। हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन उत्तराखंडियों पर बंगाली भाषा थोपने की कोशिश बिल्कुल ना करें।
सीएम रहते त्रिवेंद्र सिंह
@tsrawatbjp
ने भू-कानून कमजोर किया और उत्तराखंड की जमीनों का दूसरे प्रदेश के लोगों द्वारा लूट शुरू करवाई और धामी
@pushkardhami
ने जमीन की इस लूट को आगे बढ़ाया l ये बताएं कि निवेश के नाम पर कितनी जमीन लुटवाई और कितना निवेश आया l
#मूल_निवास #भू_कानून
मूल निवास स्वाभिमान महारैली की अपार सफलता के लिए उत्तराखंड की जनता को हार्दिक बधाई । समर्थन देने वाले सभी संगठनों का धन्यवाद । आज से जनक्रांति का आगाज़ हो गया है । यह लौ अब बुझेगी नहीं। उत्तराखंड के हरेक मूल निवासी को मूल निवास स्वाभिमान आंदोलन से जोड़ा जाएगा ।
अपने पुरखों की थाती-माटी और अपनी सांस्कृतिक पहचान को बचाने के लिए अब आंदोलन और तेज किया जाएगा। जब तक जन भावनाओं के अनुरूप मूल निवास और भू-कानून नहीं बन जाता, आंदोलन बिल्कुल भी रूकेगा नहीं।
अब होगा आर या पार
चलो हरिद्वार
10 नवंबर 2024
आज (06 march) शाम 5 बजे गांधी पार्क, देहरादून में अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने और उत्तराखंड की सत्ताधारी पार्टी की सरकार द्वारा दमनकारी कारवाही के खिलाफ आवाज उठाने के लिए एकत्रित हों ।
#JusticeForAnkitaBhandari
उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के बाद आज पहली बार ऋषिकेश में मूल निवास और मजबूत भू-कानून हेतु हजारों की संख्या में मूल निवासी सड़कों पर उतरे।
जनता की यही ताकत हमें संघर्ष करने का हौसला दे रही है। आगे भी लड़ाई जारी रहेगी। महारैली को सफल बनाने हेतु जनता को साधुवाद।
राज्य हमारा-भाषा हमारी
नहीं चलेगी बकवास तुम्हारी
उत्तराखंड राज्य के हर एक स्कूल में गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी भाषा क्यों नहीं पढ़ाई जानी चाहिए ?
उत्तराखंड सरकार जवाब दो ।
मूल निवास - भू कानून समन्वय संघर्ष समिति, ऋषिकेश की टीम रात-दिन एककर 29 सितंबर को होने जा रही स्वाभिमान महारैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए जुटी हुई है। हमें विश्वास है कि ऋषिकेश की महारैली अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ेगी।
गुंडे-बदमाशों के बढ़ते आतंक और बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने हमारे साथ बदसलूकी की। हमारे साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। क्या अब लोकतंत्र में अपनी आवाज उठाना गुनाह हो गया है ? हम लड़ते रहेंगे...
मुख्यमंत्री जी जनता से झूठ बोलना बंद कर दीजिए। जब-जब स्वाभिमान महारैली होती है तो आपकी सरकार जनता को बरगलाने की कोशिश करती है। 29 सितंबर को ऋषिकेश में ऐतिहासिक स्वाभिमान महारैली होगी। मूल निवास 1950 और मजबूत भू-कानून की लड़ाई अंजाम तक पहुँचाकर ही दम लेंगे।
देहरादून के शहीद स्मारक देहरादून से ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट तक हुई स्वाभिमान पदयात्रा को जनता का अपार प्यार मिला है। पदयात्रा के दौरान हजारों लोगों से संपर्क हुआ। हमें विश्वास है कि 29 सितंबर को ऋषिकेश में होने जा रही स्वाभिमान महारैली ऐतिहासिक होगी।
उत्तराखंड के जल, जंगल, जमीन और रोजगार को बाहरियों के कब्जे से बचाना है ।
उत्तराखंड मे मूल निवास 1950 लागू करवाने के लिए अब हमे सड़कों पर उतरना है, 24 दिसंबर, परेड ग्राउंड, देहरादून चलो ।
#मूल_निवास_स्वाभिमान_महारैली
इसलिए जरूरी है मूल निवास...
हमारे उत्तराखंड में फर्जी दस्तावेज बनाकर कई लोग नौकरी कर रहे हैं। यह तो सिर्फ बानगी भर है। ऐसे न जाने कितने लोग फर्जी स्थायी निवास बनाकर नौकरी कर रहे होंगे। यहां के मूल निवासियों के हक पर डाका डालने वालों के खिलाफ़ मोर्चा खोलने की आवश्यकता है।
चाहे गिरफ्तार कर दो, चाहे जेल में डाल दो, हम मूल निवास, भू-कानून, अंकिता भंडारी हत्याकांड में शामिल वीआईपी का खुलासा करने और भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे।
हम विकास विरोधी नही हैं लेकिन सड़क चौड़ी करने के नाम पर जागेश्वर धाम मे 1000 देवदार पेड़ों को काटना विकास नही विनाश है । इन देवदार के पेड़ों के साथ हमारी आस्था जुड़ी है, हम पहाड़ के लोग प्रकृति की रक्षा और पूजा करते हैं, हम देवदार नही कटने देंगे ।
#जागेश्वर_धाम_के_देवदार_बचाओ
क्या न्याय के लिए लड़ना गुनाह है? पुलिस ने हमारे ऊपर दंगे करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। जबकि हम शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे। अब आप ही सोचिए क्या यह तानाशाही नहीं है ?
बाबा केदार के नाम से हम सभी की पहचान है और आज इसी पहचान को खत्म करने की साजिश हो रही है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसका कड़ा विरोध किया जाएगा।
भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है और सीएम धामी अपने मंत्रियों के भ्रष्टाचार के मामलों को दबाने में लगे रहते हैं l विजीलैंस कोर्ट ने गणेश जोशी के आय से अधिक मामले में मुकदमा दर्ज़ करने की 08 अक्टूबर तक अनुमति मांगी थी लेकिन धामी जी ने जज का तबादला ही करवा दिया l
मुख्यमंत्री धामी
@pushkardhami
द्वारा करीब 3 वर्ष हो गए उत्तराखंड में सशक्त भू-कानून लागू करने वायदा किये हुए, दो-दो कमेटियां बना दी गईं लेकिन भू-कानून लागू करने पर कुछ नहीं हुआ l नेहा जी
@The_NehaJoshi
आपको कुछ याद है कि भूल गईं l
01 सितंबर चलो गैरसैंण
#उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून
सभी के प्रति व्यतिगत रूप से सम्मान है,
लेकिन मैं किसी भी काग्रेस-भाजपा मंत्री, विधायक के हाथों कोई भी सम्मान नही लूंगा, मेरी नजरों में मूल निवास, भू कानून, गैरसैंण राजधानी को उत्तराखंडियों से छीनने के अपराधी भाजपा-कांग्रेस दोनों हैं, फिर उनके हाथों से सम्मान कैसे ले सकता हूं ।
🙏
नकली राजधानी देहरादून मे विधानसभा सत्र करवाने का षडयंत्र करने वाले उ��्तराखंड के माननीयों को गैरसैंण जाने में ठंड लगती है । हम उत्तराखंडीयों के लिए उत्तराखंड की असली राजधानी गैरसैंण ही है ।
आज गैरसैंण जाते हुए आदि बद्री मंदिर मे साथियों के साथ एक फोटो ।
#गैरसैंण_राजधानी
उत्तराखंड के सांसद अजय भट्ट ने आज तक उत्तराखंड के स्थानीय मुद्दों, मूल निवास, भू कानून, गैरसैंण राजधानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार पर आजतक एक शब्द नहीं बोला । भट्ट जी को बंगाली समाज को उत्तराखंड में आरक्षण देने की ज्यादा चिंता है, इतनी चिंता इन्हे कभी पहाड़ी लोगों की नही हुई ।
मूल निवास 1950 और मजबूत भू-कानून न होने से अपराधियों की शरणस्थली बन रहा है उत्तराखंड। देहरादून के डोभाल चौक में मूल निवासियों पर चली गोलियां इसका जीता-जागता उदाहरण है।
श्रीनगर में हुई ऐतिहासिक मूल निवास स्वाभिमान महारैली के बाद जल्द ही अगले कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी। यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा, जब तक सरकार मूल निवास 1950 और जमीनों को बचाने के लिए मजबूत भू-कानून नहीं बना देती है।
देहरादून बंद को लेकर आवश्यक सूचना
साथियों,
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की ओर से कल यानी 20 जून को "देहरादून बंद" का आह्वान किया गया है। समिति व्यापारी भाइयों, राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, महिला शक्ति, युवाओं से इस बंद को सफल बनाने का अनुरोध करती है।
उत्तराखंड आंदोलन के बाद पहली बार चक्रवर्ती सम्राट भरत की जन्मस्थली कोटद्वार में ऐतिहासिक मूल निवास स्वाभिमान महारैली हुई। रैलिकि सफलता हेतु कोटद्वार की सम्मानित जनता को बधाई।
आज पहाड़ी स्वाभिमान सेना के आह्वान पर बहिन अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। हत्याकांड के दो वर्ष बाद भी न्याय न मिलने पर महिलाओं और स्थानीय लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया।
आज मूल निवास - भू कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम ने गढ़गौरव और उत्तराखंड की संस्कृति के ध्वजवाहक श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी से उनके घर पर मुलाकात कर उनका धन्यवाद ज्ञापित किया और आशीर्वाद लिया। समिति की ओर से उन्हें रुद्राक्ष की पौध भेंट की गई।
#मूल_निवास
भाजपा हमें वामपंथी कह रही है और वामपंथी हमें भाजपाई। सच तो यह है कि मूल निवास स्वाभिमान आंदोलन को भाजपा और वामपंथी पार्टियों ने समर्थन नहीं दिया है।
हम क्षेत्रीय अस्मिता, संसाधन, संस्कृति को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस लड़ाई में न भाजपा साथ है और ना ही वामपंथी पार्टियां।
मूल निवास और सशक्त भू कानून आंदोलन के अगले पड़ाव मे 14-15 जनवरी, मकर सक्रांति को सरयू बगड़, उत्तरायणी मेले बागेश्वर मे पहुंचेंगे ।
जनवरी के अंतिम सप्ताह हल्द्वानी मे होगी मूल निवास स्वाभिमान महारैली ।
जय उत्तराखंड
#उत्तराखंड_मांगे_मूल_निवास
#मूल_निवास_1950
मूल निवास होता तो अपराधी किस्म के लोग हमारे राज्य में न घुस पाते। हमारी बहिन अंकिता आज हमारे बीच होती। आज मूल निवास न होने से उत्तराखंड अपराधियों की शरणस्थली बनता जा रहा है। गुंडे-बदमाशों को बाहर का रास्ता दिखाना है तो सभी लोग मूल निवास के लिए एकजुट होकर लड़िए।
अवैध बस्तियों को मालिकाना हक दिया जा रहा है और मूल निवासियों की मकान-दुकानें तोड़ी जा रही है। सीयूईटी के कारण केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर गढ़वाल में यहां के छात्रों को दाखिले नहीं मिल रहे। यहां के लोगों का प्रोफेसर और कर्मचारी बनने का सपना सपना ही रह गया है।
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की टीम ने उत्तराखंड की संस्कृति के ध्वजवाहक श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी से उनके निवास पर आंदोलन की रणनीति को लेकर चर्चा की। उन्होंने उत्तराखंड की वर्तमान स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की और संघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन की सराहना की।
नौकरियों और हर तरह के संसाधनों पर मूल निवासियों का पहला हक ।
कोटद्वार में जय देवभूमि फाउंडेशन की ओर से आयोजित उत्तराखंड सांस्कृतिक महोत्सव में प्रतिभाग किया। मूल-निवास, भू-कानून समन्वय समिति की टीम को कार्यक्रम में आमंत्रित करने हेतु जय देवभूमि फाउंडेशन का हार्दिक धन्यवाद ।
जब पार्टी के ही कुछ पदाधिकारीयों द्वारा मूल निवास और भू कानून जन-आंदोलन के खिलाफ साजिश हो रही है और उसे पार्टी अध्यक्ष द्वारा समर्थन प्राप्त है तब फैसला लेना जरुरी हो गया है ।आज भारी मन से उक्रांद से इस्तीफा दे दिया ।
मूल निवास, भू कानून और राजधानी गैरसैंण की लड़ाई और तेज होगी ।
देहरादून परेड ग्राउंड में 24 दिसम्बर 2023 को आयोजित "मूल निवास स्वाभिमान महारैली" हास्य ब्यंग कवि किशना बगोट का समर्थन मिला। समर्थन के लिए बगोट जी का दिल की गहराइयों से धन्यवाद।
#मूलनिवास #उत्तराखंड
#moolnivasi
#bhookanoon
#uttarakhand
एक ओर उत्तराखंड की जनता मूल निवास और सशक्त भू-कानून के लिए सड़कों पर लड़ रही है, वहीं भाजपा और कांग्रेस अवैध रूप से बसी मलिन बस्तियों को जमीन का मालिकाना हक़ देने की बात कर रही है।
मूल निवास - भू कानून समन्वय संघर्ष समिति इस फैसले का पुरजोर विरोध करती है।
भाजपा के मंत्री एवं सांसद द्वारा उत्तराखंड में बंगाली समाज के लोगों को अनुसूचित जाति/जनजाति का दर्ज़ा देने का समर्थन उत्तराखंड के मूल निवासी अनुसूचित जाति/जनजाति के साथ धोखा और उनके अधिकारों का हनन है l
@BahugunaUK
@AjaybhattBJP4UK
#मूल_निवास
क्या कभी राजशाही परिवार की बहू ने संसद में अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने, बेरोजगारी, मूल निवास, भू कानून, पहाड़ी क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल जैसे बुनियादी सवालों को संसद में उठाया ? दुःख इस बात का है कि जनता इन्हें इस बार भी बम्पर वोट से चुनाव जिताएगी।
उत्तराखंड के सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर हमारे लाइक्स, शेयर से अपनी इमेज बनाते और कमाते हैं । उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वो भी मूल निवास के लिए आवाज़ उठाएं । सभी इनफ्लुएंसर के यूट्यूब, ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक पर जाकर कमेंट करें और आवाज उठाने को बोलें ।
#उत्तराखंड_मूल_निवास_1950
लगा लो जोर तुम चाहे जितना तानाशाही के लिए,
हम भी लड़ते रहेंगे अपनी बेगुनाही के लिए।
कितना भी ज़ुल्म कर लो कत्ल छुपाने के लिए,
आएंगी अब तो लाशें भी गवाही के लिए।
सियासत बिक चुकी है अपने ऐसो इशरत के लिए,
पकड़ लाते हैं सिर्फ़ बेगुनाह ही कार्यवाही के लिए।
अविनाश तिवारी ब्रह्मवंशी
श्रीनगर गढ़वाल में 10 मार्च 2024 को होने जा रही मूल निवास स्वाभिमान महारैली में अधिक से अधिक संख्या में भागीदार कर अपने और अपनी भावी पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य की लड़ाई को मजबूती दें।
राज्य के लाखों युवा बेरोजगार हैं, उनके लिए ना सरकारी नौकरी है, ना प्रईवेट नौकरी, ना अन्य कोई रोजगार का प्रबंध है, शर्म नही
@BJP4UK
और
@INCUttarakhand
के विधायकाें को अपनी तनख्वाह और भत्ता बढ़ाते हुए ।
@pushkardhami
जी गैरसैंण सत्र तनख्वाह बढ़ाने के है क्या ?..
शर्म नही आती इन्हे
मूल निवासियों को विश्वास में लिए बगैर बद्रीनाथ में निर्माण कार्य चल रहा है। मास्टर प्लान को लागू करने में नियमों की अवहेलना हुई है और मूल निवासियों/हक-हकूकधारियों को अपनी आपत्ति दर्ज करने का मौका नहीं मिला। सरकार को पुनर्वास और मुआवजा नीति स्पष्ट करनी चाहिए।
घनसाली के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में हुई भीषण आपदा के चलते करीब डेढ़ सौ परिवार बेघर हो गए हैं। फिलहाल इन परिवारों को कपड़ों (महिला-पुरुष-बच्चे), जूते-चप्पल, बरसाती, छातों की अत्यंत आवश्यकता है। मदद हेतु आप मेरे मोबाइल नंबर 9897248163 (मोहित डिमरी) पर सम्पर्क कर सकते हैं।
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्षसमिति ने देहरादून में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर कल यानी 20 जून को देहरादून बंद करने का आह्वान किया है। बंद को लेकर राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों, व्यापारियों, पूर्व सैनिकों, युवाओं और महिलाओं से बंद को सफल बनाने में सहयोग की अपील है।
मूल निवास की व्यवस्था न हुई तो आपका पहाड़ में विधायक बनने का सपना सपना ही रह जायेगा। भविष्य में होने जा रहे परिसीमन के बाद 10-12 विधानसभा सीटें पहाड़ से कम हो जायेंगी और मैदानी जनपदों में सीटें बढ़ जायेंगी।
फूल देई - देहरी फूलों से भरपूर और मंगलकारी हो।
छम्मा देई - देहरी, क्षमाशील अर्थात सबकी रक्षा करे।
दैणी द्वार - देहरी, घर व समय सबके लिए दांया अर्थात सफल हो।
भरि भकार - सबके घरों में अन्न का पूर्ण भंडार हो।
आपको सपरिवार चैत्र संक्रान्ति और फूल देई की हार्दिक शुभकामनाएं
बंगाल में एक महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले को सीबीआई को तुरंत सौंप दिया गया है, इधर अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले को दो साल हो गए लेकिन भाजपा सरकार इस मामले को CBI को नही सौंप रही क्योंकि उसमे भाजपा के पूर्व दर्जाधारी मंत्री का बेटा शामिल है और VIP को भी बचाना है ।
उत्तराखंड आंदोलन के बाद पहली बार चक्रवर्ती सम्राट भरत की जन्मस्थली कोटद्वार में ऐतिहासिक मूल निवास स्वाभिमान महारैली हुई। रैली की सफलता हेतु कोटद्वार की सम्मानित जनता को बधाई।
उत्तराखंड में मूल निवासियों की जनगणना होनी चाहिए। मूल निवासी वही माने जाय, जो 1950 से उत्तराखंड की सीमा में रह रहे हैं। आपको क्या लगता है क्या सरकार मूल निवासियों की जनगणना करेगी ?
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने किया उत्तराखंड की जनता का अपमान
ऋषिकेश। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट द्वारा आंदोलनकारियों को माओवादी कहे जाने पर मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति ने ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट में उन्हें बहस की खुली चुनौती दी थी। लेकिन वह मौके पर नहीं आए।