🇮🇳 प्रकाश बहुगुणा
3 years
बिक रहे पहाड़, खरीदोगे?
बिक गए मैश, बिक रही शर्म-लाज, खरीदोगे?
बिक रहे पटवारीज्यू, ठुल-शैब और प्रधान्ज्यु
बिक रहे भ्योव, घाम और स्योव
बिक गयी ठुलधार, बिक रहा ओड्यार, खरीदोगे?
बिक रहे नौले, धारे और स्रोते
बिक गया जल, बिक रहा नैन्ताल, खरीदोगे? ++
#उत्तराखंड_मांगे_भू_कानून