तो बात ये है कि आज मैं जिस भी हालात में हूँ और जैसा भी इंसान हूँ- ख़ुश हूँ, सेटिसफ़ाइड हूँ और अन्दर से बहुत शांत भी.. कह सकते है अबतक के मैंने अपने ज़िंदगी में बहुत कुछ देख लिया है… प्यार, धोखा, दोस्ती, पैसा, अइयाशी, अकेलापन, डिप्रेशन… मैं अब अगर अकेला भी रहूँ तो बोर नहीं होता