Assistant Prof University Of Allahabad,
F.Assam Central University,Nagaland Univ. MA M.Phil PhD From JNU,Former Fellow Indian Institute Of Advanced Study Shimla
विश्वविद्यालय में मुझे मिली प्रोफ़ेसर की नौकरी
मिला मुझे बड़ा आलीशान चैंबर
मैने लगाया डाक्टर अंबेडकर की तस्वीर
संबोधन में मैने कहा जय भीम
साथियों,
लोगों ने कहा मैं देश द्रोही लगता हूं।
डॉक्टर विक्रम
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
अजीब मिजाज़ का इलाहाबाद शहर है दोस्तों
नौकरी मिलने के बाद कमरा ढूंढने निकला
मकान मालिक ने पूछा:क्या करते हो
प्रोफेसर हू :मुझे डॉक्टर विक्रम कहते है
जाति क्या हैं: चमार हूं
मालिक ने गहरी सांस लेते हुऐ कहा
कमरा ख़ाली नहीं हैं।
डॉक्टर विक्रम
इलाहाबाद विश्विद्यालय
कमरा ढूढने का वाकया भी सही है। प्रोफ़ेसर जानने के बाद तुरंत कमरा देने को राजी हो गए परंतु जाति जानने के बाद मना कर दिया। संजोग से वो ब्राह्मण ही थे ।इंटरमीडिएट के दौरान भी गोरखपुर में यही हुआ था। मालिक ने कहा की चमार तो हिंदू होते नहीं है। चमार होना ही मेरे लिए अभिशाप था और है।
चमार जाति को हर जाति के लोग गाली देते हैं चाहे वह हिंदू , मुस्लिम, क्रिश्चियन, या सिख हो. चमार जाति न होकर के एक गाली बन गई है. जितना अत्याचार चमार बिरादरी के साथ होता है,उतना अत्याचार आज तक किसी बिरादरी के साथ नहीं हुआ. भारत एक नर्क है.
चेतना का स्तर देखिए. यादव समाज ने विवाह के ब्राह्मणवादी सिस्टम को त्यागकर कर बहुजनवादी सिस्टम को अपनाकर पूरे समाज को एक नया संदेश दिया हैं। मैं रविंद्र यादव, सौरभ यादव जी को बधाई देता हूं। यह यादव समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन हैं। बच्चों को भी मेरा आशिर्वाद।
चंद्रशेखर आजाद रावण को सलाम जिन्होंने किसी राजनीतिक पार्टियों को सपोर्ट के बगैर अपनी जीत दर्ज की .संसद में बहुजनों की आवाज अब चंद्रशेखर रावण है.
@BhimArmyChief
भारत का मुख्य इतिहास का मतलब उत्तर भारत का इतिहास है. इसमें एससी, एसटी ओबीसी हैं ही नहीं.आज जब लोकसभा में प्रोफेसर विमल सर ने यह सवाल उठाया की नॉर्थ ईस्ट भारत के इतिहास में है ही नहीं यह दर्शाता है कि भारत के इतिहासकार हमेशा से बेईमान रहे हैं.
@Bimol_Akoijam
@narendramodi
चमार जाति के होने का मतलब हर रोज मरना। आप किसी पद पर हो,चाहे आप PM,MP, MLA वहाँ भी आप तिस्स्कृत होते हैं.आपस में किसी का भी झगड़ा हो,लेकिन झगड़े में गाली के रूप में -चमार हो क्या,क्यों चमरपन कर रहे हो सुनने को मिलता है!इसी पर आधारित मेरी जीवन संघर्ष पढ़ें
क्यों भारत के प्राइमरी के सरकारी स्कूलों में जातिवाद इतना घर कर गया है. टीचर बच्चों को,चूड़े के हो , भंगी के हो या चमार के हो जैसे शब्दों से संबोधित करते है.ऐसा प्राइमरी स्कूल में भारत के सभी जगह पर सुनने में दिखाई पड़ता है .मीणा कोतवाल का यह रिपोर्ट जातिवाद का पर्दाफाश करती हैं.
रोहिणी सदैव जय भीम बोलती हैं और भारत में भीम आर्मी को सपोर्ट भी करती हैं या बहुजन समाज से आने वाले सभी को सपोर्ट भी करती हैं. लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब इनको मौका मिला उन्होंने संबोधन में जय श्री राम बोला. इसी को कहते हैं बहुजन समाज अभी ब्राह्मणवादी व्यवस्था का शिकार .
एक रावण ने सीता जी का अपहरण किया तो हर साल उसका पुतला दहन करते हैं. फूलन देवी का अपहरण करने वाले राजपूतों, ठाकुरों का कभी पुतला दहन नहीं होता उल्टे फूलन देवी को डाकू बोला जाता है. निषाद समाज जो हिंदू बनकर घूम रहा है उसे इस पर से ध्यान देना चाहिए. यही हिंदु धर्म में जातिवाद है.
अगर बहुजनों की सरकार आती है तो हमारी सरकार प्राइवेट सेक्टर में रिजर्वेशन लागू करेगी . बाबा साहब अंबेडकर ने आजाद भारत के पहले भी प्राइवेट सेक्टर में रिजर्वेशन लागू करने की बात की थी .दु���द बात है अब तक नहीं हो पाया .अशोका यूनिवर्सिटी के बच्चों को जय भीम सलाम.
@narendramodi
मेरी ट्वीट पर मुझ पर FIR हो गया फिर पुलिस ने बहुत जल्दी से चार्ज सीट भी फाइल कर दिया। इधर रामभद्राचार्य लगातार जातिगत टिप्पणी कर रहे हैं। क्या यही राम राज्य है ? रामभद्राचार्य पर SC/ST Act में मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार करें
@dgpup
@cjiindia
@ADGZonPrayagraj
@CPpayagraj
रोहिणी जी को विशेष रूप से समझना चाहिए की जय श्री राम और जय भीम एक साथ नहीं चलेगा. जय भीम बहुजन क्रांति का प्रतीक है और जय श्री राम पुरातन व्यवस्था बनाए रखने का प्रतीक है.
जाति के आधार पर नंबर दिए जाते हैं यह मैं बहुत पहले ही कह चुका हूं और सवाल भी केवल जाति के आधार पर ही बनाए जाते हैं उच्च जातियों के नेता और उच्च जातियों पर सवाल यही इतिहास का हाल है राहुल गांधी जी बिल्कुल सही है.
@RahulGandhi
@KaunSandeep
@INCIndia
@aajad_aawaj
@KotwalMeena
वाल्मीकि समाज कभी दलित आंदोलन का बड़ा हिस्सा बन ही नहीं पाया क्योंकि जब रोहिणी जैसी पीएचडी करने वाली महिला जातिगत भेदभाव को समझ नहीं पा रही है और पाकिस्तान को चिढ़ाने के लिए जय श्री राम का नारा लगा रही है .ऐसी स्थिति में दलित आंदोलन का उससे क्या उम्मीद कर सकते हैं?
फूलपुर लोकसभा के बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी डॉ जगन्नाथ पाल जी को राजनीतिक राजनीतिक विचार विमर्श हेतु आमंत्रित किया.छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया,सभी से अनुरोध है की फूलपुर से बसपा प्रत्याशी को जीताएं
@JagannathPalBSP
@bspindia
@Mayawati
कौशाम्बी से MP का निर्दलीय चुनाव लड़ रहे छेद्दू चमार जी का पर्चा ख़ारिज हो गया है.यदि आप चमार हो ऊपर से आप गरीब हो तो ब्राह्मण आप को इंसान नहीं समझते.सी ओ तिवारी और जिला प्रशासन पर एससी एसटी का केस दर्ज होना चाहिए.कई बार चुनाव लड़ने वाले छेद्दू जी का उम्मीदवारी बहाल होना चाहिए.
ब्राह्मणवादी व्यवस्था ने सभी जातियों को एक-एक देवता दे दिए.वाल्मीकि समाज को भी महर्षि वाल्मीकि को सफाई समाज का देवता घोषित कर दिया.सफाई समाज हमेशा के लिए दलित आंदोलन से कट गया.इसी को रोहिणी घावरी जैसे स्कोलर को समझना चाहिए जय श्री राम और जय भीम एक साथ नहीं चलेगा.
@RohiniGhavari11
खेलों में जातियां देखी जाती हैं. अपर कास्ट के लोगों ने जानबूझकर के दलित कौम के जातियों के लोगों को मौका नहीं देते हैं.यह एक बड़ा षड्यंत्र है .एकलव्य इसका सबसे बड़ा उदाहरण है मनुवादी ताकते को समाप्त किए बगैर भारत में बराबरी कहीं में भी संभव नहीं है . खेल में भी नही.
@aajad_aawaj
पेरियार ललई यादव,यादव समाज के अंबेडकर हैं. सही मायने में यादव समाज का नायक ललई यादव को ही होना चाहिए,लेकिन दुखद बात है की यादव समाज आज तक एक काल्पनिक नायक का शिकार रहा है जिसकी वजह से वह ब्राह्मणवादी व्यवस्था में बहुत आसानी से फंस जाता है. ललई यादव को अपना नायक बनाए धन्यवाद.
अगर आप दलित होते यदि नहीं हैं तो दलित बन कर देखिए,चमार बनाकर रहिए, पासी बनकर देखिए , मेहतर बनाकर देखिये माथे पर टॉयलेट उठा कर देखिए ,चमड़ा छिल कर देखिए, अपनी औरतों को देवदासी बनाकर देखिए,अपने ऊपर पेशाब कराकर देखिए, फिर बताइएगा की शोषण कौन करता है.
ब्राह्मणवादी व्यवस्था ने साम दाम दंड भेद को अपनाकर हमारे समाज को तोड़ कर अपनी सत्ता अब तक कायम रखा.यदि हमें इस देश का हुक्मरान बना है तो ब्राह्मणवादी व्यवस्था को समाप्त कर अंबेडकरवादी व्यवस्था को स्थापित करना होगा और इस देश के हुक्मरान बनकर नया इतिहास लिखना होगा.
भारत में जाति व्यवस्था जैसी स्पेन में भी है. स्पेन में काले लोगों को मारते गोरे पुलिस .बाबा साहब के अनुसार भारत की जात व्यवस्था रेस से भी खतरनाक है.कम से कम काले लोग तो गोरे को छू सकते हैं लेकिन अछूत लोग गोरे लोगों को को छू भी नहीं सकते थे. यह दुनिया के सबसे खतरनाक व्यवस्था है.
दलितों ने गौतम बुद्ध को भगवान बना दिया है यही आरएसएस बीजेपी शुरू से करते रही है. यही हिंदू हेजमनी है.यही दिमाग की गुलामी है. यही है अप्पर कास्ट हिंदू ने हमेशा से षड्यंत्र किया है.गौतम बुद्ध भगवान नहीं थे .वह एक महामानव थे. जन्मदिन मुबारक हो.
@aajad_aawaj
@KotwalMeena
ईवी रामास्वामी पेरियार साहब यह बात क्यों कहते थे की सांप और ब्राह्मण मिल जाए तो पहले ब्राह्मण को मारो सांप को नहीं । क्या परियार साहब समझते थे की सांप से ज्यादा जहरीला ब्राह्मण होते हैं ।कहीं ऐसा तो नहीं कि ब्राह्मणवाद दुनिया का सबसे खतरनाक व्यवस्था है ।दुनिया में सारी
याद है? मप्र के सागर में सामंती गुंडे दलित युवती को छेड़ते थे.जब पुलिस में केस किया तो उनलोगो भाई की हत्या कर दी.मां ने विरोध किया तो उसे निर्वस्त्र करके पीटा। चाचा ने विरोध किया तो उसकी भी हत्या कर दी.आज पीड़िता को भी मार दिया.इसलिए कहता हू कि भारत एक कत्लगाह है.भारत एक नर्क है.
जब दलित मनुवादी या ब्राह्मणवादी का शिकार होता है तो उसका हाल चिराग पासवान जैसा ही होता है. पासी या पासवान समाज अपर कास्ट का लथैठत , शूटर या उनकी विचार का गुलाम होता है. कुछ पासवान जो वैचारिक रुप से बहुजनवादी है उनको छोड़कर बाकी मनुवाद के गुलाम होते है.
@AKELA_PERSON
@KotwalMeena
ब्राह्मण इंटेलेक्चुअल ने देश को बर्बाद कर दिया. उन्होंने ब्राह्मणवादी व्यवस्था देखकर तीन वर्णों को उपेक्षित किया.इतिहास गलत लिखा.शास्त्र लिखकर के अंधविश्वास फैलाया.वेदों की रचना कर पाखंड का जन्म दिया.इस तरह से देश के प्रति कभी ईमानदार नहीं रहे.ज्यादातर ब्राह्मण देश विरोधी रहे हैं
आज जो कुछ भी हूं वो सब बाबा साहब की वजह से ही हूं. एम ए, एमफिल, पीएचडी , फैलो इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी और वर्तमान में सहायक प्रोफैसर, ई वी वी. ऐसे महापुरुष के लिए जान दे दे भी तो भी ये कम है.
यह तन विष की बेलरी, गुरू अमृत के खान
शीश दिए जो गुरू मिले तो भी सस्ता जान
नवजागरण काल के असली हीरो ज्योतिबा फूले हैं. इतिहासकारों ने राममोहन राय को भारत का प्रथम आधुनिक मानव माना है जबकि यह सरासर गलत है.यदि इतिहास में प्रथम आधुनिक मानव का अधिकार यदि किसी के पास है तो वह ज्योतिबा फुले के पास है.
@KotwalMeena
@aajad_aawaj
@AdvRajendraPal
@AKELA_PERSON
धर्म बड़ा या विज्ञान. मैं कहूंगा विज्ञान.भारत के सारे बाबा धर्म में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं और इलाज कराने अस्पताल जाते हैं .अगर यही बाबा केवल विज्ञान की बातें करते तो बात निश्चित तौर पर विज्ञान के क्षेत्र में दुनिया में बड़ा नाम करता. इस मामले में पश्चिम देशों से हमे सीखना चहिए.
सम्राट चौधरी कुशवाहा समाज से आते हैं.आज वह ब्राह्मणवाद के बहुत बड़े पोषक हैं .इनको नहीं मालूम की ब्राह्मणवादी लोगों ने बाबू जगदीश प्रसाद कुशवाहा के मुंह में पेशाब करके उनको गोली मार दिया. उनकी गलती यह थी उन्होंने बहुजनवादी व्यवस्था का समर्थन किया था.
आज मैं मनुस्मृति पढ़ रहा था .पढ़ने के बाद यह लगा कि के शूद्रों ,महिलाओं ,विकलांगों, जानवरों ,के प्रति जितना नफरत से लिखा गया ग्रंथ है उतना अब तक कोई ग्रंथ नहीं लिखा गया यदि मैं जज होता तो मनु जी को फांसी पर चढ़ा देता यदि मैं राजा होता तो मनु जी को हाथी के पैरों तले कुचलवा देता
कुछ सवर्ण को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर सवर्ण,जातिगत भेदभाव से ग्रसित हैं.चमारों से तो इसलिए प्रॉब्लम होती है बहुतायत चमार जमात ही ब्राह्मणवादी व्यवस्था को चैलेंज करते हैं .चंद्रशेखर रावण को सलाम जिन्होंने ब्राह्मणवादी व्यवस्था को चैलेंज किया है इसलिए हमको गाली दी जा रही है.
बहन जी हमारे आन बान शान है बहन जी दलितों की जिंदा देवी है.बहन जी बहुजनों की पुरजोर आवाज है. बहन जी ने हर घर में एक काशीराम पैदा किया. एक अंबेडकर पैदा किया. एक बहुजन समाज का नेता पैदा किया है.चंद्रशेखर रावण भी उसी की देन है. बहन जी को समाप्त करना मतलब अपने अस्तित्व को समाप्त करना
बाबाओं और संतों की वजह से देश में जातिवाद और अंधविश्वास बहुत मजबूत हुआ है. इनको सपने में राम कठौता बार-बार आता था और गंगा से इनको राम कठौता प्राप्त हुआ. धर्म कुछ और नहीं बल्कि झूठ का पुलिंदा हैं.
अरविंद केजरीवाल सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री आदरणीय राजेंद्र पाल गौतम ने प्रोफेसर रविकांत ,डॉक्टर लक्ष्मण यादव ,डॉक्टर रितु प्रोफेसर रतनलाल और डॉक्टर विक्रम पर एक वीडियो बनाया है. यह वीडियो देखें और हम लोगों के का सपोर्ट करें। सर का आभार.
बीबीसी की पूर्व पत्रकार और मूकनायक के फाउंडर मीणा कोतवाल के लिए इस अपमानजनक टिप्पणी के लिए शिव नामक व्यक्ति पर एससी एसटी एक्ट तहत कार्रवाई की जानी चाहिए.अगर कंगना रनौत के लिए संघियो को दर्द है तो हम बहुजनों के लिए बहन मीणा कोतवाल के लिए भी दर्द है.
@KotwalMeena
फिर प्रॉपर्टी डीलर ने ये बात कही कि चूड़े चमारो की गलियां गन्दी होती हैं । वो गली अच्छी नहीं होती। सुअर पालते हैं। पुरुष शराबी होते हैं। महिलाएं चरित की ठीक नहीं होती ।शायद प्रॉपर्टी डीलर को मेरी जाति का पता नहीं था । इस तरह की घटनाओं से मैं रोज रुबरु होता हूँ ।
बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा के मुंह में पेशाब किया गया और उनको गोली मार कर हत्या कर दी गई. हिंदू धर्म की राजनीत करने वाले कितने कुशवाहा, मौर्या इस बात को जानते हैं कि जातिवाद, वर्ग और सामाजिक न्याय का पाठ पढ़ाने के लिए उनकी हत्या हो गई.आज उनकी जयंती है. उनको शत-शत नमन.
समझौते की राजनीति और मौत का डर ने बहुजनवादी विचारधारा को पीछे किया है . बाबा साहब अपने जीवन प्रयत्न अपने समाज को यह बात समझाते रहे लेकिन हमारा समाज बिकने वाला समाज बनता चला गया. हमारा समाज बिकने वाला ना बने, परिनिर्वाण दिवस दिवस पर यही है सच्ची श्रद्धांजलि होगी
आज का वोट संविधान के नाम, आज का वोट बीजेपी को हराने का नाम,आज का वोट राजा बनने का नाम ,आज का वोट अंबेडकर के नाम,आज का वोट बहुजन सभ्यता के नाम. आज अपने माई बाबूजी, बहन और बहू के साथ इस देश के निज़ाम को बदलने के लिए वोट किया.
बिहार के नवादा में दलित मुसहर समुदाय पर हमला कर 80 घर जला दिया गया. दुखद बात यह है की हमलावर यादव,पासवान,चौहान समाज से थे.यही दुखद बात है की बहुजन समाज ब्रह्मणवाद,मनुवाद,ठाकुरवाद,सामंतवाद व्यवस्था से ग्रसित हैं ऐसे लोग पर कानूनी कार्यवाही होना चाहिए
@aajad_aawaj
@KotwalMeena