निजीकरण को बढ़ावा, सरकारी सम्पति की लूट, और लचर कानून व्यवस्था के चलते यूपी की स्थिति यह है-
19 मार्च 2017 में जब बाबा जी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब यूपी की बेरोजगारी दर 2.4% थी, जो नवंबर 2021 में बढ़कर दोगुनी 4.8% हो गई है। इस बार बेरोजगार युवा इनके बहकावे में ना आये।
अड़ानी:~हसदेव जंगल के 3 लाख पेड़ काटने पड़ेंगे
मोदी:~ बेफिक्र काटिए
अड़ानी:~जनता को क्या कहेंगे?
मोदी:~जनता का क्या है कह देंगे 'हिंदू ख़तरे में है।'
#SaveHasdeo_StopAdani
मैं एक स्ट्रगलर हूं और मेरे अंदर एक उम्मीद बस्ती है कि मैं 1 दिन जरूर जीतूंगा.. मैं अपने आज की हार को व्यर्थ नहीं जाने दूंगा .. मैंने खुद को कसम दि है कि जब तक मैं जीत नहीं जाता तब तक मैं रुकने का नाम नहीं लूंगा.. वैसे भी बिना सफलता का कौन पूछता है यहाँ..!!??
मैं ही योद्धा हूँ। मैं ही मेरा रथ हूँ और मैं ही मेरा सारथी...अब जीवन के युद्ध मे प्रत्येक मौके को भुनाउंगा... सामने जैसी भी परिस्थिति हो, हार नहीं मानूँगा...मैं जीतूँगा, मैं जीतूँगा...!!!
फिल्में टैक्स फ्री हो सकती है, क्योंकि वो करोड़पति लोगों का व्यापार है स्कूलों की फ़ीस माफ़ नही हो सकती क्योंकि वो गरीब बच्चों के भविष्य की बात है ! ,
@vinodkapri
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@narendramodi
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@SanjayAzadSln
@ManishYadavVir1
@vinodkapri
जब न्यूज़ चैनलों पर एक महिला को सीधे बार डान्सर और पता नही क्या क्या बोल गया तभी आपको समझ जाना चाहिए था कि कितना गंदी मानसिकता के लोग हैं
@MonuRajasthan
@AshokMa64089501
@ranvijaylive
इसका सबसे अच्छा रास्ता अदालत हो सकता है ऐसे प्रदर्शन करने से देश का माहौल खराब होगा
इस बात से हम भी सहमत हैं कि स्कूल ड्रेश का पालन सभी को करना चाहिए चाहे ओ किसी भी धर्म या जाति का हो
@TribalArmy
अभी इन बच्चों की स्कूली शिक्षा समाप्त नहीं हुई है जिस दिन ये पढ़ाई पूरी करके बाहर रोजगार के लिए निकलेंगे और रोजगार नही मिलेगा तब यह अपने आप को ठगा महसूस करेंगे
बिल्कुल मेरी तरह अभी ये अपरिपक्व हैं जिन्हें धर्म के नाम पर आसानी से भरमाया जा सकता है
आज मैं क्या हूँ?.. आज मैं कहाँ हूँ?.. ये सवाल मैं खुद से पूछता हूँ.. मुझे लगता है मैं सपने में जी रहा हूँ.. ख़ैर.. मैं एक लंबी यात्रा पर हूँ.. मेरी बस एक ही समस्या है कि मैं बस समय से पहले सब कुछ हासिल कर लेना चाहता हूं और शायद इसीलिए लोगों को लगता है कि मैं कुछ नही कर पाऊंगा.!!
अपने मतलब से लोगों को याद करेंगे तो उनके नज़र में आप स्वार्थी रहेंगे, बिना किसी काम के याद करेंगे तो मूल्यहीन,कामचोर व् फालतू समझे जायेंगें। कहने का अर्थ है कि आप किसी के उम्मीदों पे खरा नहीं उतर सकते, इसलिए भलाई इसी में है कि आत्महित की सोचिए और वाकी दुनियादारी को भूल जाइए...!!!
भ्रम में ना रहे 👉🏾जिस किसी ने भी उत्तर प्रदेश के चारों तरफ़ भाजपा के बेनर ओर होडिंग पर लिखा देखा है ,अब की बार 300 पार वो आने वाले समय में सरसों के तेल के भाव है ।
Evm और ballot के बीच मै evm को ही चुनूँगा परंतु पारदर्शिता से कोई समझौता नही | vvpat की पर्ची मतदाता को मिले वह सन्तुष्ट हो उसे दूसरे बॉक्स में डाले | फिर box की पर्चियों को ही गिना जाए |
पारदर्शिता को लेकर यदि कोई संदेह है तो उसे दूर करने का काम चुनाव आयोग का है न कि दलों का |
पुरानी पेंशन को लागू करना इस समय जनहित का बड़ा मुद्दा है।
पहले राजस्थान और अब छत्तीसगढ़ के बजट में आया यह प्रस्ताव स्वागत योग्य है।
बाक़ी राज्यों और केंद्र सरकार को भी इस दिशा में सकारात्मक क़दम उठाने चाहिए।
धैर्य का चरम:
71वाँ शतक : 3 साल बाद
72वाँ शतक: 3 महीने बाद
73वाँ शतक: 3 सप्ताह बाद
74वाँ शतक: 3 दिन बाद
अगर जीवन में सर्वोच्च सफलता पानी है तो विराट कोहली जैसा धैर्य चाहिए.
@imVkohli
दिल्ली में बेसमेंट में पानी भरा, ये दोषी है,वो मुजरिम हैं,बख्शेंगे नही,सारे बेसमेंट की जांच होगी कानून अपना काम करेगा ? देखिये,स्टूडेंट्स की दुर्दशा, होटलों की गंदगी और हुआ क्या, हुआ ये कि यह सब दिखाते दिखाते चैनल यूक्रेन होते हुए ब्रूनेई पहुंच गए
सरकार बे-हया बन चुकी है। प्रधानमंत्री बेशर्म हो चुका है। वो धृतराष्ट्र बन गया उसने पट्टी बांध ली आंखों पर। 2 महीने हो गए हैं हिंसा होते हुए मगर उसने मुंह खोला तो अपनी कुर्सी बचाने के लिए। उसकी चुप्पी मणिपुर को लील गई है।,
@anjanaomkashyap
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जब लद्दाख से चलकर आ रहे सोनम वांगचुक और उनके साथियों को दिल्ली बॉर्डर पर रोक दिया जाएगा और गुरमीत राम रहीम को फिर बीस दिन की पैरोल मिल जाएगी तो सवाल उठना चाहिए कि न्याय क्या इसको कहते हैं?
कोई जब ये कहे कि आंदोलन हड़ताल से क्या फ़ायदा होता है, तो उसे याद दिलाना किसान आंदोलन और अब ट्रक ड्राइवरों का आंदोलन। सरकारें आंदोलनों से ही जनवादी फ़ैसले लेने को मजबूर होती हैं। जनता ये करना छोड़ देगी तो पूँजीपति अपने हक़ में सरकारी नीतियाँ बनवाते रहेंगे।