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मोटिवेशनल साहित्य
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मोटिवेशनल साहित्य पेज अब 4k पाठकों का परिवार हो गया । 🥳 जुड़िए ~ @m_sahity
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शिक्षक कभी साधारण नहीं होता, प्रलय और निर्माण दोनों उसकी गोदी में खेलते हैं । आचार्य चाणक्य | #KhanSir #मोटिवेशनल साहित्य @retweet_sahity
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RT @_literaryworld: महापरिनिर्वाण दिवस! 🌼 #drbhimraoambedkar भारतरत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर सादर प्रणाम!💐🙏…
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RT @writerYogeshwar: जिंदगी में जीतना तो सब चाहते हैं लेकिन तुम #जीना_सीखो क्योंकि जीते हुए लोगों को मैंने ख़ुद से ही हारते देखा है । #यो…
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RT @writerYogeshwar: एक #किताब #प्रकाशित करना चाहता हूं कोई अच्छा सा जानकार पब्लिकेशन सुझाए । @writerYogeshwar
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RT @SahitykiDuniya: मैं भी लिखूंगा उस दिन दहेज़ के खिलाफ़ जिस दिन बेरोजगार पुरुषों को ब्याज ले जाएंगी नौकरी वाली स्त्रियां । #योगेश्व…
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RT @writerYogeshwar: सुनो योद्धा... हताश मत हो निराश मत हो अभी तो ये प्रारम्भ है तुम्हारे रण का, क्यों तुम विचलित होते हो इस महाविनाश से ये…
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RT @paradise_sahity: #8th #Paradise_साहित्य प्रतियोगिता "#मेरी_कविताएं" इस शब्द पर अपनी स्वरचित कविताएं Text में साझा करें। एक लेखक की…
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RT @Yogeshwar0013: #हिन्दी_कविताओं में युवाओं का हृदय न लगना इस युग की सबसे बड़ी #त्रासदी है । #योगेश्वर भास्कर अनंत @Yogeshwar0013 https…
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मर्द पढ़ा तो ब्याह लाया अनपढ़ को भी औरत पढ़ी तो सैकड़ों पुरुषों को नापसंद किया। अज्ञात : मोटिवेशनल साहित्य @retweet_sahity
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तेरे गिरने में तेरी हार नहीं तू आदमी है अवतार नहीं, गिर, उठ, चल, दौड़, फिर भाग क्योंकि जीत संक्षिप्त है, इसका कोई सार नहीं । अज्ञात : #मोटिवेशनल साहित्य @retweet_sahity
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हारने वाला जीतने की ठान ले तो इतिहास रचता है । #योगेश्वर भास्कर अनंत @Yogeshwar0013
#IndvsEsp #Paris2024 #HockeyIndia #OlimpiadasParis2024
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समाज सपनों को वृद्धि नहीं, बल्कि अर्थी देने का कार्य करता है । अज्ञात : मोटिवेशनल साहित्य @retweet_sahity
#MondayMotivaton
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कश्ती सा जीवन हो गया है लड़ना भी लहरों से है और रहना भी समंदर में ही है । अज्ञात : मोटीवेशनल साहित्य @retweet_sahity
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RT @kitabaizindagi: मैं कविता लिखता हूँ भूखों के लिए खाना लिखता तो अच्छा होता मरने वालों के लिए जीने का बहाना लिखता तो अच्छा होता दुःखी…
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