Lect J.R. देपन 🇮🇳
3 months
एक परिस्थिति ऐसी भी....😬
घर से लाइब्रेरी, लाइब्रेरी से खेत....
न खुद का होश , न खाने पीने का होश...
न उठने का निश्चित समय, न सोने का...
लेकिन इन सब ���े बीच संतुलन बनाए रखा अपने मानसिक, बौद्धिक स्तर का।
मैं समझता हूं पढ़ाई के लिए भौतिक सुख सुविधा से बढ़कर होता हैं, इंसान का