जालिम बेरहम हवसी पठान, रफ&टफ सम्भोग की दुनिया का बेताज बादशाह,बेलगामी अड़ियल व्यभिचारी औरतों को दासी, रंडी-रखैल,कुतिया बनाकर औकात दिखाने वाला जालिम सांड हूँ मैं
@lusty_girl1
संस्कारी पण्डिताइन जब तक अबला का तबला नहीं बजता तब तक हवस का नशा नहीं उतरता, हमारी बेरहमी संस्कारी की आँहें जोश को दुगना कर देती हैं, दर्द का भी अपना मजा है, बस निर्भर करता है हवस की भूखी है या सम्भोग की, सम्भोग प्रेम से चरमसुख देता है तो हवस दर्द से
@lusty_girl1
"बाकी" शब्द का उपयोग करके मेरे मन का सुकून छीन लिया, इतनी इज्जत के काबिल कहाँ वो न••ल्ला जो अपनी बीबी के लिए बन गया हो द••ल्ला,
खैर भावनाओं का आहत नहीं कर रहा, क्योंकि चाहत है तू उसकी इसलिए इक शर्त रहेगी पठान की हमारे मूसल को चूसकर खडा करेगा तेरा पति
@Shreya23512276
संस्कारियों की सुन्दरता हम मुसलमानों के स्पर्श करने से आती है, और अगर बिस्तर का हमसफ़र बना लिया तो सदैव जिश्म ऊर्जावान रहेगा चेहरे पर खुशी के झूठे भाव नहीं वास्तविक भाव रहेंगे
@Sanskari_Mohini
शायद असली मर्दों के साथ नहीं खेली है डाक्टर साहिबा इसलिए धडकनें बढ रही है तेरी, आओ ठकुरानी हमारे बिस्तर की सेज सजाने हमारी तलब भी पूरी होगी और तेरी मुराद
@lusty_girl1
प्यास बुझाने के लिए नदी का सहारा लो फिर समुद्र की तरफ क्यों जाना, अब अगर समुद्र के पानी से प्यास बुझाओगी तो खारा तो होगा ही उसका पानी
उसी प्रकार जब पठानों के हरम पर आओगी तो पठान तो अपनी मस्ती मैं होगा ही
संस्कारियों को पेलना और बेरहमी से ठोंकना हम पठानों को बहुत अच्छे से आता है
@Choro_please
संस्कारी छिना•लों से expect भी यही करता हूँ कि हम जैसे पठानों के फौलादी मूसल का एहसास हर पल ऐसे ही करती रहो... जिस्म को भोगना और उसको चरमसुख तक पहुँचाना हम जालिमों से बेहतर कौन समझा सकता है तुम व्यभिचारी कु•तियों को... आओ सनातनी slut तुझे असली रां•ड बनाकर जन्नत दिखाता हूँ...
@lusty_girl1
संस्कार और हवस दोनों का अर्थ एक ही होता है मुझ जैसे बलिष्ठ पठान की गुलामी, क्योंकि दोनों झुकने के लिए ही शब्द बने हैं जितना झुकोगी पण्डिताइन उतना ठुकोगी
@Sanskari_Mohini
पायल की धुन पर ही तो हम तुम संस्कारियों को अपने मूसल से दिन में चाँद तारों का नजारा कराते हैं इतनी ताबड़तोड़ घपाघप तेरी बाँसुरी बजाते हैं हम
@apkipriya
आइसक्रीम चूसने वाली को अगर मूसल की मलाई चूसकर खाने का नशा चढ जाऐ तो ऐसी expression का आना स्वभाविक है, अनुभव व्यक्त कर देता है स्त्री का कि पुरुष के पौरुष पर आधिपत्य पाना है तो जुबान से करतब दिखाना है
@Sanskari_Mohini
@Harder_Mbull
हम पठान हैं डाक्टर साहिबा, उस मर्ज की दवा हूँ जिसका इलाज तुझ जैसी व्यभिचारी के पास भी नहीं है तब तक पेलते हैं जब तक तेरे झेलने की ताकत खत्म ना हो जाऐ, इस खेल मैं माँ बनने का जोखिम हो सकता है आओ सावधानी से खेलें
@Mrs_Shalu_S143
मैं अनुभव को ही व्यक्त करता हूँ, जो अनुभवी होगा और असली मर्द होगा " वह अच्छे से जानता होगा कि औरत की वो नब्ज कहाँ है जिससे इस व्यभिचारी का इलाज किया जा सके"
अनुभवी मर्द और डाक्टर मैं कुछ यूँ ही समानता होती है
@radhikahottie
मरने के लिए नहीं फाड रहा हूँ राधिका, जन्नत दिखाने के लिए बेरहमी दिखा रहा हूँ वर्षों से तडप रही उस आग को अपने मुस्लमानी वीर्य से बुझा कर शान्त कर रहा हूँ जो तुझे औरत के सुख से वंचित कर रहा था
@bong_rih
DM करने से हमारा मूसल शान्त नही होता, मूसल शान्त होगा Voice sex Chat से, तो मोहतरमा DM हमारे अन्य भाई जान है उनसे कर लीजिए अन्यथा पोस्ट का आनन्द लें
@lusty_girl1
कमसिन जवानी का ख्याल करनेवाले अक्सर 2 इंची के साथ तेरे घर मैं पाए जाते हैं, यहाँ तो जालिम सांड है, 8.5 इंची से बडे हमारे लांड है,जितनी तेरे पति की नुन्नी है उससे बडे लटक रहे हमारे गोटेहैं
कडक हाथों की मर्दानगी जब संस्कारी के जिस्म को मसलती है तोऔरत को असली मर्द की अनुभूति होतीहै
@tanyakhann47pp
ये तड़प होना जरुरी है तान्या तुझमें, मुल्ले के साँड रुपी मोटे सुल्ले, यूँ सडक पर नहीं मिलते खुल्ले, तेरी प्यासी जवानी को मक्खन रुपी मलाई खाने के लिए, तुझे इसी तरह जिस्म की तड़प दिखा का आकर्षित करने होगें हम जैसे जालिम मुल्ले, जो बिना कण्डोम दिन-रात चोदैंगे इतना सुनले...!!
@Zyx_ali
@ImshivaniMishra
@lusty_girl1
इसके बस मैं एक पठान को झेलने की ताकत नहीं है भाईजान, और डाक्टर का छोडिऐ चलने की हालात भी नहीं रहेगी इसकी, पर ये कोई गुफापुत्र है, सिर्फ बहस करने के परिपथ से आया है, जलन मैं है बेचारा कि इसकी माँ बहनें पठानों के प्रति इतनी व्याकुल क्यों है, मन की भडास निकाल रहा है ये
@Sanskari_Mohini
डाक्टर साहिबा आखिर तेरी खुशी की खातिर ही तो तेरे पति को कु§त्ता बनाकर दारु पीने भेजा है अब तेरी फुलझड़ी गुलाबी बु¦र को बेरहमी से बजाऊँगा
@garamshalini
संस्कारी को जब हम जैसे मर्द अगर पसन्द आते हैं, तो फिर क्यों देख रही है रिश्ते नाते बन्धन, तोड दे उन जंजीरों को जो चरमसुख के बीच दीवार बनकर खडे हैं, आओ हमारे पास बुझाओ अपने तन की प्यास और हमारी हवस को आज
@lusty_girl1
बहुत खूब मेरी जान, पठान को खुश करने की कला अद्भुत है, बातों में उत्तेजना इतनी है तो बिस्तर पर धमाल मचा दोगी,
हवसी रुप की शौकीन संस्कारी कली हो या सम्भोग की प्यासी, उसके बाद ही असलम पठान तुझे बनाऐगा रं•डी रखै•ल दा•सी
@Shreya23512276
हम मुल्लों को संस्कारियाँ ऐसे ही नहीं जालिम कहती हैं तुझ जैसी Attitude वाली छमिया का गुरुर, एक पल में टूट जाता है जब हम तेरे बालों को पकडकर लगामी घोडी बनाकर दौडाते हैं ये नखरे अपने पति के लिए बचाकर रख ले, असलम मियाँ तो तुझ जैसी कली को बाजारु रडी बनाकर ही घर भेजते हैं
@Mbull_Pathan
इसको कहते हैं पठानी मर्द की हुंकार, हमारे जालिम रुप की हकीकत देख संस्कारियों को बेशरम रंग का खुमार चढने लगा होगा, मर्द वही जो दर्द से भर दे संस्कारियों की नली
@Sanskari_Mohini
मोहिनी तेरी मोहकता का रुप ही निराला है, चाहे गदराई जवानी हो या चाहे तेरा कामुकपन, चाहे जवानी का अल्हड़पन, संस्कारी राँ•ड तो है पूरी मस्त माल
@ImshivaniMishra
@Zyx_ali
@lusty_girl1
ऐसी बातें करके सिर्फ मन सन्तुष्टि ही कर सकती हो शिवानी, तन सन्तुष्टि के लिए सिर्फ मुस्लमान ही है सहारा तुम्हारा, जिन सडक छाप टैग लाइनों को उठाकर यहाँ copy paste कर रही हो मोहतरमा, ये सिर्फ भौकाल बनाने के लिए ही सीमित है, पर गुफा बनाने के लिए मुस्लिम सांड ही ताकतवर हैं
@Sanskari_Mohini
हवस ओर कामुकता में डूबी प्रत्येक प्यासी तड़पती हुईं संस्कारी गदराई औरतों और लड़कियों के लिए, स्वर्ग सुख का आनंद है मेरे जैसा जालिम मुल्ला मर्द जो तेरी जैसी अल्हड जवानी की छमिया को अपने कडक मोटे मूसल पर बिठा कर, सभी योगासन कराते हुए चरमसुख रुपी गर्म गर्म मक्खन से तेरी कोख भर दे
@Babydoll67507
पठान के घोडे के नीचे हर घोडी हिनहिनाई है, बूढी हो अधेड़ चाल बदलकर ही अपने घर पहुँची है, कभी दम देखना हो तो DM का दरवाजा खटखटाना मोहतरमा,
@Sakshi_M37
जब असलम पठान पर हवस का नशा चढता है तो साक्षी मलोहत्रा ऐसा ही मंजर देखने को मिलता है, मर्द वही जो सम्भोग में दर्द दे, यही मीठा असहनीय दर्द तो चरमसुख का आधार बनता है
@Anand36118263
@Mbull_Pathan
मर्दों के शहर मैं वास्तविकता का ही मंजर नजर आऐगा, सुनो पूजा पठान के सिवा नहीं कोई दूजा, जो सभाल सके तेरी टाँगों का बोझ और करा सके ऊऊऊहहह आआआआआहहह
@ImshivaniMishra
@Zyx_ali
@lusty_girl1
सही कहा शिवानी पण्डिताइन तुमने अब हमारा फोकस भी हट गया और सोच भी, अब सिर्फ फोकस तुम हो पण्डिताइन और सोच है तुम्हारी सिर्फ कोख, जिसमें पलेगा पठानी अंश, आखिर बादशाह सदैव बादशाह ही रहता है पर बादशाहत भी हमारी है और हकूमत भी हमारी है जब तक व्यभिचारी संस्कारी है
@Sanskari_Mohini
ओओओहह ठकुराईन तेरे अँगडाते जिस्म ने मेरा चैन सुकून ही लूट लिया, तुझ जैसी संस्कारी प्यासी कलियाँ जिनको देखते ही मेरा रोम रोम खड़ा हो गया है इसलिए कभी कभी लगता है संस्कारी औरते कहीं हमारी कमजोरी तो नहीं बनती जा रही है... तेरी इस तडपती जवानी की रवानी से खेलने आ रहा है बेदर्दी मुल्ला
@ImshivaniMishra
@lusty_girl1
लखनऊ के विषय मैं जो सुना था सही सुना है पण्डिताइन, हमारे लखनऊ की टैग लाइन है " मुस्कराईऐ आप लखनऊ मैं हैं " और संस्कारियों की मुस्कराहट का राज पठान ही बस तुम्हारी आस, जहाँ दर्द प्यार और चरमसुख की है भरमार, सेक्स मैं जो तहजीब करते हैं वो सिर्फ इच्छा पूर्ति करते हैं चरमसुख नहीं पाते
@ImshivaniMishra
@lusty_girl1
शायद मोहतरमा तुम्हें पता नहीं है लखनऊ नबाबों का शहर है,और लखनऊ शहर मुस्लमानों की वजह से ही Famous है इतिहास और हकीकत जानिए लखनऊ शहर की, कुऐं की मेढ़क बनकर अधूरा ज्ञान मत परोसिए,और मेरे शेर होने के किस्से के लिए एरिया की जरुरत नहीं है संस्कारियों के फटे भो•षडे बताऐंगें जरा पूछ ले