हम पांच पक्की सहेलियां।
एक छोटी सी कविता लड़कियों की दोस्ती- यारी, उनके किस्सों और उनकी दोस्तियां निभा पाने के जद्दोजहद पर।
उम्मीद है आपको पसंद आएगी, आप समझ सकेंगे।
दो वर्षों से जिन्हें आप जान रहे हों, पर मिल पहली बार रहे हों!
इसे सुखद संयोग ही कहेंगे कि आज ही होली और आज ही इनका जन्मदिन!
प्रिय साथी
@Soumyahere99
को जन्मदिन की ढेर सारी बधाई! आपका अदम्य उत्साह& आपकी निश्छलता हमेशा बनी रहे, यही दुआएँ! और हाँ,
इस अंजुमन में आपको आना है बार-बार!
मुझे याद है कॉलेज के सेकंड ईयर में, मैं लॉ में थी और जर्नलिज्म के hod ने मेरा कुछ लिखा पढ़ा, मेरा काम देखा तो बहुत सराहना की।
मैं खुश हुई, 17- 18 साल की उमर में hod की सराहना वो भी किसी और डिपार्टमेंट की, एक बड़ी बात लगी।
फिर कुछ दिन बाद उसी hod का मुझे ऐसा ही कुछ डीएम आ गया।
Unbelievable! Right outside the New Delhi railway station, a cab driver from
@Uber_India
spews racist slurs at my friend as soon as he sees he's Muslim. This blatant hate in our capital city is deeply disturbing.
@Uber_India
should immediately apologise and take action.
सिर आंखों पे ये हिज़्र का फैसला भी रख,
गर किया है इश्क तो ज़रा हौसला भी रख।
मुझसे पहले निसार हो मेरी शक्सियत पर,
दर्मियां दिलों के ये लाज़मी फासला भी रख।
परिवार के साथ केक, समोसा, गुजिया और रूहफ्जा/चाय वाला जन्मदिन मना लिया गया है।
आप सब के आशीर्वाद और प्यार के लिए बहुत बहुत शुक्रिया।
इस साल आप सब की अपेक्षाओं पे खरा उतरती रहूं, यही ख्वाइश है, यही मकसद भी❤️
मेरी आठवी कक्षा की छोटी बहन
#kashmirifiles
देखने गई, तो विचलित होकर लौटी। उसके क्लास के सारे बच्चे मुस्लिमों को मारने भगाने की बातें करने लगे।
सवालों से लेस उसने मुझ से कॉल पे बात करके मामले को समझने की और अपने क्लास से बच्चों को समझाने की कोशिश की तो सब उसे देश द्रोही बोलने लगे
काको मन बांधे नही, जुड़ा बांध निहार।
(If that's wrong Hindi aur braj I don't even know what it means, Instagram pe kisi ne comment Kiya, mujhe sexy laga)
हम पांच पक्की सहेलियां।
एक छोटी सी कविता लड़कियों की दोस्ती- यारी, उनके किस्सों और उनकी दोस्तियां निभा पाने के जद्दोजहद पर।
उम्मीद है आपको पसंद आएगी, आप समझ सकेंगे।
द्रौपदी मुर्मू आदिवासी होकर भी आदिवासियों के लिए क्या ही कर पाएगी जबकि वह खुद संघी है, वाला ज्ञान देने वाले लोगों को यह क्यों नही दिखता कि यशवंत सिन्हा कौन है।
वह बस सवर्ण नही है, बल्कि उसने एक समय पे रणवीर सेना को फंड किया है,वही रणवीर सेना जिसने बिहार ने दलित नरसंहार किया।
प्रधानमंत्री बोला कि रोज़गार है
मुख्यमंत्री बोला कि रोज़गार है
पुलिस प्रशासन बोला कि रोज़गार है
सारा विज्ञापन बोला कि रोज़गार है
यह चुनाव से पहले कि यूपी सरकार है।
हाहा! खैर अगर ये सच भी होता तो रोज़गार की छोटी आमदनी से, अपनी मजदूरी को बेचकर कोई पूंजीपति नही हो जाता।
जो लिखती हूं उसका कमाती हूं, उस तनख्वा से अपनी पढ़ाई भी करती हूं और संघर्ष - निर्माण भी
अडानी और तुम जैसों की तरह किसी की मजदूरी के लूट पे नही साम्राज्य खड़ा किया है।
Meet communist leader Soumya. She is an AISA leader. She gets a salary from Azim Premji, Nandan Nilekani and their IPSMF group-funded media like the Wire by writing by lines.
Those elites are good for these communists because they are funding them but Adani is bad. Why?
जो तस्वीरें आ रही हैं सब बहुत ही भयावह है।😣 चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की जितनी भी बच्चियां हैं, मेरी साथी, मेरी दोस्तों, मेरे जूनियर्स, आप ये समझें कहीं भी कितनी भी वेबसाइट पर अपलोड हुए होंगे वीडियो डिलीट हो जाएंगे। ये सुसाइड कोई विकल्प नहीं है!
#chandigarhuniversity
बरसात और मेरे शहर कोरबा की खूबसूरती।
अब तो बस यही प्रार्थना है कि भगवान जी ऐसी नौकरी दे, कि हर साल बिना सोचे बारिश के महीने घर आया जा सके।
और अंबानी अदानी की नज़र न लगे इस हसदेव नदी की नहरों को।
अभी कुछ दिनों में सब के dp और घर में तिरंगे का दिखावा होगा। जो लोग dp नही बदलेंगे, 25 रुपए में इनसे प्लास्टिक का तिरंगा खरीदकर नही लगाएंगे वो सब सवाल के घेरे में होंगे।
आपके घर सिलेंडर हो ना हो, आपको नौकरी मिले न मिले, आपका व्यवसाय चले ना चले।
झंडा लगाइए, ताली थाली बजाइये!
आज दादा की बरसी है। ये इस बात को भी याद दिलाती है कि दादा दादी अब दोनो ही नही रहे। दादा दादी के लाड से पल्ले होने के काफी नुकसान है, लेकिन सबसे बड़ा नुकसान है कि वो बड़ी जल्दी चले जाते हैं, और इसके लिए आपको कोई तैयार नहीं करता।
मैं चंडीगढ़ से स्टूडेंट हूं,
मेरे PG में कल रात से light नही है
मेरा 26 को entrance exam है
रोज़ाना मेरी law की classes online होती हैं हैं,
लेकिन मैं
#Chandigarh
के
#electricitystrike
का समर्थन करती हूं।
बिजली विभाग का निजीकरण वापस हो!
आज तक कोई भी प्रोफेसर, बड़ा जर्नलिस्ट, कवि, या वकील अगर मुझसे प्रभावित होता है तो मुझे यकीन नही आता।
यही लगता है कि ये कह भले ही रहे हैं कि मेरे काम में स्कोप है लेकिन स्कोप ढूंढ कहीं और ही रहे हैं।
इसलिए
@ParasharProf
जी, मेरी बला से आप डूब मरें!