अभी देश में चुनावी माहौल है युवाओं की आवाज दबकर खत्म, इनके मुद्दें रैलियों की धुल की तरह है जिन्हें कोई महत्व नहीं दे रहा है।
राष्ट्रीय लेवल के एक दो नेता जरूर कभी कभी आपकी आवाज उठाते हैं बाकि चुप है।
शिक्षा, रोजगार, चिकित्सा, सम्मान, सुविधाएं
#चुनाव_आयोग_भर्तियां_पुरी_करो