भारत के सबसे सम्मानित उद्योगपतियों और परोपकारियों में से एक सर रतन टाटा, मानवता के प्रति गहरी करुणा के साथ-साथ एक उद्यमी मानसिकता के प्रतीक थे। उनके निधन से एक ऐसे युग का अंत हो गया है, जिसमें व्यापार और मूल्य एक साथ चलते थे, जिसने न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में लाखों लोगों