जागरूक भारतीय
जीवन मे हज़ारों प्रलोभन होने के बावजूद सिद्धांतों पर जीना सबसे बेहतर है..
यँहा पर व्यक्त विचार पूर्णतया निजी हैं।
RTs are not endorsement.
सरकार वरकार तो वैसे ही काम करेगी, जैसे 1947 के बाद अब तक करती आई है।
अपनी रोज़ी रोटी पर ध्यान दो और कुत्ता पालो,क्योंकि कुत्ते के सिवा आपका इस दुनिया मे कोई नहीं है।😊🙄
सड़क पर एक लड़की चक्कर खाकर गिर पड़ी..😟भीड़ इकट्ठी हो गई..
एक ताऊ भी देखने लगा और चिल्लाया....
कोई लिम्बु सोडा लाओ रे""....🤨🤨
एक लड़का भगकर 20₹ खर्च करके निम्बु सोडा ले आया..
ताऊ निम्बु सोडा खुद ही पी गया और बोला...
मेरा तो ऐसे हादसे देख कर बड़ा जी घबराता है. .
मैं एक ऑर्थोडॉक्स ब्राह्मण परिवार से हूँ, किन्तु जब विवाह हुआ तो एक प्रगतिशील आर्यसमाज के सिद्धांतों को मानने वाले परिवार में गयी।
ज्यादा आडम्बर नहीं थे, सरल जिंदगी थी, अच्छा लगने लगा। किन्तु जब ये विचार आया कि आगे आने वाली पीढ़ी हमारे व्रत त्यौहार, परम्परायें कैसे जानेगी..तो..
मुझे लगता है हम नौकरी और शादी करने के नाम पर अपने जीवन को गिरवी रख देते हैं।और जीवन में जिम्मेदारी नाम का ब्याज चक्रवृद्धि ब्याज बनता जाता है। गिरवी जीवन इसी ब्याज की भैंट चढ़ जाता हैं।
जिहाल-ए-मिस्कीं मुकों बा-रंजिश, बहार-ए-हिजरा बेचारा दिल है,
सुनाई देती हैं जिसकी धड़कन, तुम्हारा दिल या हमारा दिल है।
वो आके पेहलू में ऐसे बैठे, के शाम रंगीन हो गयी हैं,
ज़रा ज़रा सी खिली तबियत, ज़रा सी ग़मगीन हो गयी हैं।
#गुलज़ार
तो मैं भी छोटी मोटी ऑर्थोडॉक्स होने का प्रयास करने लगी और अपनी सभी परम्पराएं व्रत, त्यौहार, पूजाएं उसी तरह मनाने लगी जैसा माँ के घर देखा था।
यूँ लगता है, कमसकम बच्चों को ये तो पता है कि हमारे व्रत त्यौहार कैसे मनाए जाते हैं, क्या कहानियाँ मम्मी सुनाती है।😀
सारे कश्मीरी मुसलमान माँ बाप 5 तारीख के बाद से बीमार हैं और बीवियाँ फुल टर्म प्रेग्नेंट, छोटे बच्चे बिना अब्बू के बीमार पड़े हैं। अब्बुओं को detain कर लिया..
भई..मोदी जी तौबा तौबा !!
@AzmiShabana
आप समझ लीजिए कि आपका बौध्दिक स्तर कितना कम है, जो आपको यह छोटी सी बात समझने में आपके इतने बरस लग गए। और हमने भारत माँ के कितने लाल खो दिए..
@AdityaRajKaul
इनको अस्पताल में मत भर्ती करवाओ। ये हमारे चिकित्सा कर्मियों के लिए खतरा है। इन्हें किसी मस्जिद में ही बन्द कर दो।अल्लाह बुला लेगा इन्हें।
कल नीट पीजी का result आ गया। रैंक ऐसी भी नहीं बनी कि अपने पसन्द का कॉलेज और ब्रांच मिल सके। इसलिए हम सब दुःखी थे।
सासु माँ का फोन आया और जिस तरह उन्होंने हीलिंग वर्ड्स कहे तो दिमाग से तनाव एकदम गायब हो गए।
सच मे..वह बहुत इंटेलिजेंट महिला है।
मैंने नियम बनाया हुआ है कि भले ही छोटा सा भी त्यौहार क्यों नहीं हो, मेरा साड़ी पहनना कम्पलसरी रहता है, पूजा की जाती है.. तिलक लगाया जाता है और त्यौहार वाला खाना बनाया जाता है। ताकि आने वाली जनरेशन को यह तो पता रहे कि ये हमारे तीज़ त्यौहार हैं।
@ArvindKejriwal
आपने ग्रंथ पढ़े हो तो बात किया करो। नहीं तो सुबह सुबह ये नेगेटिविटी मत फैलाया करो। जिसने गलत कोय है उसे कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। यँहा एक मुख्यमंत्री ट्वीट करके रोना रोता रहे, नॉट गुड !
@Atheist_Krishna
Ha ha.. हमे क्यों करेगा। उज्ज्वला योजना में सब्सिडी गिव अप की है। टैक्स टाइम से और बरोबर भरते हैं। देश भक्त हैं।
जो देशद्रोही होंगे, उन्हें करेंगे गिरफ्तार।
मेडिकल के छात्र छात्राओं के साथ क्यों इतना अन्याय करती है। जीवन मे जब, सब अपने यूथ को जीते हैं, उस वक्त मेडिकल स्टूडेंट्स किताबों में खोए होते हैं। सरकार द्वारा
#NEETPG
की कॉउंसलिंग नहीं करवाना असंवेदनशीलता है।
सासु माँ ने ये सब भिजवाया है, कचोरी के सिवा सब अपने हाथों से बनाकर। कल 87 वर्ष पूरे किए हैं।
मैं इस उम्र में या तो जिंदा नहीं रहूँगी,और रही तो इतना काम..मुश्किल रहेगा ।
@DNeurosx
कुश्ती बॉक्सिंग रेसलिंग जैसी युद्ध वाली विधाएं नहीं आती । प्रेमी लोग हैं पोहा जलेबी खाते हैं, गपाष्टक करते हैं, उसका कोई कॉमनवेल्थ होता हो तो गोल्ड ले आते। 😀
#NEETUG
की काउंसिलिंग चल रही है। किसी पैरेंट का फोन आया कि किसी कॉलेज में जनरल को 100 में से 37 सीट्स ही मिल पाई है। क्योंकि जनरल की सीट्स पर भी भीम सेना ने कब्जा कर लिया।
किसी सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है, अगर कंही भगवान EXIST करता है तो ईश्वर आरक्षण से जनरल की रक्षा करे। 🙏
मैं जिंदगी में सिर्फ और सिर्फ एक दिन ऐसा चाहती हूँ जब मुझे कोई आवाज़ न लगाएं, कोई अपेक्षा न करे सिर्फ और सिर्फ मैं अकेली एकाकी अपनेआप के लिए उपलब्ध रहूँ..
Lockdown 1 - ना आप "ये" कर सकते हैं, ना आप "वो" कर सकते
Lockdown 2 आप "ये" कर सकते हैं, पर "वो" नहीं कर सकते हैं
Lockdown 3 आप "वो" कर सकते हैं, पर "ये" नहीं कर सकते
Lockdown 4 आप "ये-वो" कर सकते हैं, पर "वो-ये" नहीं कर सकते
Lockdown 5 आपको जो करना है वो करो, हम कुछ नहीं कर सकते
सिंधु सभ्यता से लेकर राजे रजवाड़ो तक के इतिहास उठाकर देख लीजिए, हमारे पूर्वज जल संचयन और संग्रहण का बेहतरीन प्रबंधन करते आये हैं। किन्तु आज हम संग्रहित भूजल को सिर्फ निकाल रहे हैं, उसकी पूर्ति कैसे की जाए इसको गम्भीरता से नहीं ले रहे है।
आदरणीय सुनीता भाभी के आज के भाषण के बाद पार्टी का पूरा आईटी सेल शान्त है, एक पढ़ी लिखी, पूर्व आयकर अधिकारी द्वारा भाषण में बस भूत पिशाच पुनर्जन्म की बातें कोई कैसे डिफेंड करे।
वैसे भाभी जी बताएँगी की 1947 से 1966 तक आदरणीय की आत्मा कहाँ भटक रही थी🙄😐😑
आज किसी इंटीरियर गांव में आई हुई हूं, यहां एक इंजीनियर लडकी मिली। क्षेत्र की इंचार्ज है। रहने वाली भी यही किसी ढाणी की है। इतनी गरीब, संसाधन नही है बावजूद इसके खुद का मुकाम बनाया घर में बहन को डॉक्टर, भाई को अध्यापक और एक भाई दिल्ली पुलिस में।
मैं आश्चर्यचकित हूं।
मेहनत..निश्चय
बेटा परीक्षा देकर आया नहीं और रिश्तेदारों के फोन आने लग गए..
कैसा पेपर हुआ ?
क्या चांसेज है?
अरे भाई मुझे ही उसने कुछ नहीं बताया और खाना खाकर सो गया कि जो होना था हो गया, अब आप कुछ कर सकते हो ?😢
#NEETPG2023
आत्मविश्वास एक ऐसा गुण है जो तमाम मुसीबतों पर एक बार तो आपको अवश्य विजय दिलवा देता है..किन्तु यह किसी से उपहार में नही मिलता, न ही प्रकृति देती है, इसे हमे हासिल करना पड़ता है।
@Ra_THORe
@MangteC
This is what we expected from Modiji.. Minister is Olympian and understand the gravity of his portfolio.. I'm proud of our MP (Jaipur Rural).
@ashutosh83B
हिन्दू धर्म का एक ग्रंथ है महाभारत, उसमे यह भी लिखा है कि युद्ध मे सब जायज है।
भाषा की मर्यादा तो अन्य दलों के लोगो ने भी बहुत लांघी है। किंतु आप दृष्टि बाधित हैं।
मेरे बच्चे भी स्कूल गए हैं। चौथी पांचवीं तक, अपनी क्लास टीचर या खडूस/सुंदर टीचर के अलावा उन्हें शायद प्रिंसिपल का नाम भी पता नहीं होगा।
मनीष चाचा के नाम चिठ्ठी पत्री ज्यादा नहीं हो गया !?
माँ की बनाई कई सब्जियाँ अच्छी नही लगती थी..चुपचाप से फैंक देती थी..मूली पालक, टिंडा, मंगौड़ी...
पर अब ये सब्ज़ियाँ मैं इसीलिए ही बनाती हूँ कि माँ की याद आ रही होती है..