जब तक राजनीतिक नियुक्तियां होगी , जब तक धन बल और रसूख़ के आधार पर माननीय बनाया जाएगा , तब तक आप इनसे इससे अधिक उम्मीद रख भी नहीं सकते , और ऐसे कई मगरमच्छ है , जो हर भर्ती में मछलियों को आगे करके ख़ुद बच जाते है या यूँ कहे की बचा लिए जाते है । जब दूध की रक्षा का जिम्मा बिल्ली को