❤️।। सर्वेश्वर कृष्ण ।।❤️
यदुनंदन बोले अर्जुन से,
धैर्य को तनिक पुकारो तो,
अनकथ अब तुम्हें बताता हूं,
सत्य को पार्थ संभालो तो.
जिनकी कथाएं कहकर तू,
मुझको मर्याद सिखाता है,
त्रेता का वो राम हूं मैं,
जो परमपुरुष कहलाता है.
ब्रम्हा ने मेरी क्रीड़ा-हित,
जगत रचा नव प्रति निमेष,
+⬇️
@badri_dk
मोदी जी राहुल भैया के सामने कूची भी नहीं. 😕
मोदी जी ने तो ढूंढ कर अपने सामने बुलाकर सम्मान दिया है,
राहुल भईया तो खुद जा जाकर हंसाते हैं आम जनमानस को. 😌
मज़ार पर लिखा था - पीर बाबा आपकी हर मन्नत पूरी करेंगे।
(नोट - दरगाह की मरम्मत के लिए चंदे की जरूरत है।)
🤦🏻♂️🤣🤣🤣
खुद की फ़टी हुयी है और दुसरो की जिंदगी संवारने का ख्वाब दिखा रहे हैं.. 😂🤦🏻♂️🤣🤣🤣
वहां तो शिवलिंग मिलना ही था, वो विश्वनाथ सरकार का ही महल था, किसी मलेच्छ का ₹ न डी खाना नहीं.
पर गुस्सा तो इस बात का है कि तुम लोगों ने वहां 300+ साल तक कुल्ला किया, हाथ पैर धोए, त्रिलोकीनाथ का ये अपमान न तो सनातन समाज भूलेगा और न ही स्वयं त्रिलोकीनाथ भूलेंगे.
#तीसरा_नेत्र
तलाक के बाद जज-
अब तुम दोनों स्वतंत्र हो, तुम्हारे बीच कोई रिश्ता नहीं रहा.
अब्दुल: आज से सारे रिश्ते खत्म? अब मुझे पहचानना भी नहीं.
सलमा: अल्लाह! ख़ुदा के लिए ऐसा न कहें, मैं बेशक आपकी बेगम नहीं रही, लेकिन चचेरी बहन तो रहूंगी ही.
खून का रिश्ता कोई ऐसे ही नहीं तोड सकता भाईजान.
📎
नाम अपना कि हमने माना, बदनाम तो है,
पर हुस्न से तौबा करना, इश्क़ में हराम तो है.
तुम पे मरते हैं चलो, ये ख़ता हमारी सही,
तुम पे भी सादगी का, ज़रा सा इल्ज़ाम तो है.
सूनी रह जाएंगीं कचहरियां¹, नाज़नीनों² की,
हम दिवानों की वजह से, अभी धूमधाम तो है.
♥️
#बज़्म
#A_4_AD
#Ādi
पुरुष कभी अपनी प्रेयसी से क्रुद्ध नहीं होता.
और जब प्रीत का विश्वास अडिग हो, तब व्यथित भी नहीं.
पुरुष का विश्वास तर्क और भावना दोनों से पोषित रहता है, और ये उसकी कमियों में से एक है.
प्रिया को किंचित ये भी लग सकता है कि ये उदासीन हो चुका है, जबकि वो उदासीन नहीं, निश्चिंत रहता है.
श्रीमद् भागवत महापुराण में एक कथा आती है, अजामिल की.
उस कथा से आप परिचित भी होंगे ही, संक्षिप्ततः अजामिल एक ब्राह्मण थे, जो प्रारब्धवश कुसंग में पड़कर स्वाभाविक ब्रह्म-पथ से च्युत होकर पा���ात्मा हो गए थे, परंतु संतों के उपदेशानुसार उन्होंने अपने पुत्र का नाम नारायण रख लिया था..
↓
🖊️
सुनो,
घर जाते हुए,
मैं बेशक तुमसे नहीं मिल सका,
न दुआ सलाम हुई,
क्या करता! वक्त की पाबंदी,
मेरी ज़िंदगी की लगाम हुई.
पर पढ़ता हूं तुम्हें,
हर आती जाती सांस के साथ,
और पढ़ता ही जाऊंगा,
क्योंकि,
तुम्हारे लफ्ज़ों की दहलीज के भीतर ही,
मेरी रूह ब-मक़ाम हुई.
❤️
✍🏼 आदि.
#A_4_AD
🖊️
बुलाकर जश्न में देखो, ये तन्हा छोड़ देते हैं,
ये कैसे लोग हैं, ग़म में तड़पता छोड़ देते हैं.
जिन्हें गोद में तन्हाई की ही, नींद आती हो,
उन्हें बाहों में लेके, क्यों उनींदा छोड़ देते हैं.
धोखा नाख़ुदा दे, इश्क़ हो जिनसे तूफ़ां को,
अभागे से सफ़ीने वो ही, जीना छोड़ देते हैं.
❤️
🖊️
बहुत उदास हूं, जा कर ज़रा, कोई लतीफ़ा लाइए,
अब मुफ़्त में नहीं करनी मोहब्बत, वज़ीफ़ा लाइए,
मेरे हिस्से का इश्क़ मेरे हाथ में, रख दीजिए वरना,
ताज- ए -दिल से उतरिए, चलिए, इस्तीफ़ा लाइए.
❤️
✍🏼 आदि.
#A_4_AD
🖊️
तन से हारूं भले, मन से हारूं नहीं,
लाड़ली जू मुझे, इतना बल दीजिए,
श्री राधे करुणामयी, कृष्ण प्राणेश्वरी,
विषय विपदाओं का, मुझको हल दीजिए.
🙏🏻❤️ हमारी माई श्यामा जू कौ राज 🚩💐
✨🙏🏻 जय श्रीमन्नारायण 🚩 राधे राधे ✨🙏🏻
कृष्ण उठत, कृष्ण चलत, कृष्ण शाम-भोर है।
कृष्ण बुद्धि,कृष्ण चित्त,कृष्ण मन विभोर है॥
कृष्ण रात्रि,कृष्ण दिवस,कृष्ण स्वप्न-शयन है।
कृष्ण काल,कृष्ण कला,कृष्ण मास-अयन है॥
कृष्ण शब्द, कृष्ण अर्थ, कृष्ण ही परमार्थ है।
कृष्ण कर्म, कृष्ण भाग्य, कृष्ण ही पुरुषार्थ है॥
🖊️
गलतियां करता रहता हूं मैं.
पुराने खत जलाने हों,
पढ़ने बैठ जाता हूं,
सुना पाया तुझे न जो,
वो महफिल को सुनाता हूं.
गलतियां करता रहता हूं मैं.
बीते वक्त की खातिर,
मैं ये लम्हा जलाता हूं,
जिन्हें मंज़िल गई है मिल,
उन्हें वापस बुलाता हूं.
गलतियां करता रहता हूं मैं.
(½)
❤️
#A_4_AD
मेरे इस छोटे से अकाउंट के मेरे ऐसे फॉलोवर्स जो
@Mahanaatma1
इस लव जिहादी को फॉलो करते हों, उनसे विनम्र आग्रह है कि शेर ओ शायरी की आड़ में लव जिहाद का गंध फैला रहे इस बकरीबाज को अनफॉलो करें, ब्लॉक करें.
और आप यदि ऐसा करने में असमर्थ हैं, तो ये काम मुझे आपके विरुद्ध करना पड़ेगा.
सालों साल प्यार का नाटक,
महीनों तक साथ में लिव-इन,
विवाह की केवल एक इच्छा,
और फिर,
एक बड़ा वाला फ्रिज,
एक प्रेमविक्षिप्त मन,
सुंदर काया के 35 टुकड़े,
पास का एक घना जंगल,
और 18 रातों का समय.
हां, ऐसा प्रेम अंधा ही कहलाएगा, और मूढ़ भी.
📎
इश्क़ आफ़त है तो, आफ़त को पालते रहिए,
दिल तो खो ही दिया है, गम, संभालते रहिए.
आंखों की नमी पर, नींदें फिसल गईं आकर,
शब-ए-फ़ुरक़त में उस को ही, पुकारते रहिए.
अपने वादों को खतों में, नहीं लिक्खा उसने,
खतों को उसके चाहे जितना, खंगालते रहिए.
❤️
#A_4_AD
#बज़्म
लंकापति दशासन अपनी पटरानी महारानी मंदोदरी, युवराज इंद्रजीत एवं राजकुमार अच्छकुमार के संग.
लोकेशन: दशग्रीव महल.
(सुरक्षा कारणों से पूर्ण पता गुप्त रखा गया है) 😌😁😆
प्रेम पंथ को पेंडो ही न्यारौ,
के जाने वृषभानु दुलारी, के जाने यो कान्हर कारौ.
🙏🏻♥️ जय श्री राधे : जय श्री नवलकिशोर ♥️🙏🏻
💐श्री कुंजबिहारी : श्रीहरिदास 💐
मित्रों, निशाश मत होना,
पाकिस्तान क्रिकेट टीम इस बार भी
भारत से टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में हारेगी.
मार्क माय वर्ड्स.. एंड याह, दैट्स द ट्वीट. 🇮🇳
#PKMKB
🖊️
नज़ारे देखेंगे हम भी, जो आंखें रीत जाएं तो,
मुक़म्मल से लगें ख़ुद को, तुम में बीत जाएं तो,
मेरे दिल के पखेरु को, दे दो क़फ़स बाहों का,
हरा देना लबों से तुम, बातों में जीत जाएं तो.
❤️
✍🏼 आदि.
#A_4_AD
सदना ने रखा, प्रेम, तराजू में पकड़कर,
गणिका ने, सुआ राम कहो, की पुकार में.
बांधा था द्रौपदी ने, तुम्हें तीन तार में,
कुब्जा ने लिया बांध था, इक पुष्पहार में.
✨🙏🏻 जय श्रीमन्नारायण ❤️
#मोरी_भी_राखो_लाज_हरि 🚩❣️
📎
क्या मरुथल क्या ही उपवन कि, मैंने पतझड़ देखे हैं.
नगर क्या वन क्या और गांव क्या, मैंने बीहड़ देखे हैं.
प्रीत रसीली ने मुझको ही, पृथक कर दिया है मुझसे,
प्रिया, प्रिये के प्रीत के सारे, मैंने बतंगड़ देखे हैं.
जिसका श्रम प्रबल होता है उसको लक्ष्मी प्राप्त होती है,
और,
जिसका सुकर्म प्रबल होता है, उसे लक्ष्मीपति की शरणागति के भाव की प्रीति प्राप्त होती है.
#श्रीमन्नारायण 🙏🏻🚩
🖊️
तुमको भी मुझ पे, यकीं आने से रहा,
मैं भी कहीं और, दिल लगाने से रहा.
ख़ैर, तुम भी करो, मनमानियां अपनी,
इश्क़ हूं, अब मैं भी बाज़ आने से रहा.
❤️
✍🏼 आदि.
#A_4_AD
🖊️
वो पूछती है, अब गुज़र करोगे कैसे?
पूछना ये था मगर, कि जियोगे कैसे?
बांधकर पैर मेरे, नोच लिए पर उसने,
फिर यूं पूछा, मंज़िल पे मिलोगे कैसे?
❤️
✍🏼 आदि.
#A_4_AD
जिसे 4-5 जने पकड़ कर लकड़ी पर गीले कपड़े की तरह टांग कर कील से ☹️☹️☹️ वो क्या घंटे का भगवान. 😑
हमारे छलिया को देखो, कौरवों को समझाने भी गए तो ज़रा सी तू-तड़ाक पर विश्वरूप दिखाकर सबके साहस का अतिक्रमण करके वापस घर आ गए, और महाभारत रच दिया. 👊🏻💪🏼
❤️🚩🙏🏻 जय श्रीकृष्ण.
🖊️
नंद के यदुकुलचंद्र के कौतुक,
देख के बुद्धि ठगी रह जाए,
जगदीश्वर के लीला-विलास के,
पाग मधुर में पगी रह जाए.
युगल की कीर्तन-सेवा में,
रसना लगे तो लगी रह जाए,
त्रिभुवन-मोहन युगल की प्रतिक्षा में,
झरती दृष्टि जगी रह जाए.
❤️
✍🏼 आदि.
#A_4_AD
जय श्रीमन्नारायण ❤️✨🚩 राधे राधे 🍃🪷
📎
निकली है जूड़े में, वो कली इक संवार के,
लगता है, ख़्वाब पूरे हुए हैं, बहार के.
ख़्वाबों में बुला कर, सर-ए #बज़्म बेरुख़ी,
ज़ुल्म ठीक नहीं हैं ये, सुनिए बार-बार के.
मैं इश्क़ हूं मुझ को नहीं है, चाह लम्स की,
उड़-उड़ के बुलाते हैं, वरना पर्दे बाज़ार के.
♥️
#A_4_AD
परिवार का बड़ा लड़का इसलिए भी ज़रा जल्दी बड़ा हो जाता है, क्योंकि उसको अपने छोटों को अपने आचरण से शिक्षा देने की उम्मीदें पैदा होते ही उसके गले में हाय और चंद्रमा के साथ बांध दी जाती हैं.
📎
यदि विकल्प होती तुम, तो दूसरा खोजने का
प्रयास भी कर सकते थे, किंतु, तुम विकल्प नहीं
तुम तो स्वांसों का संकल्प हो. तुम्हारे अतिरिक्त
ऐसा कुछ नहीं है जो तुम्हारी रिक्ति को पूर्ण कर सके.
♥️
✍🏻 आदि.
#बज़्म
#A_4_AD
🖊️
गले लगा कर अपने, ये फ़ुग़ाँ लेके चले,
पुराने इश्क़ के, हम दर्द जवाँ लेके चले.
बहार-ए-लम्स न थी तेरी, मेरे हिस्से में,
हिज्र की हम बाहों में, ख़िज़ाँ लेके चले.
बेरुख़ी से तेरी, हम ग़ैर हैं ये इल्म हुआ,
क़ुर्बत-ए-जां के, वो सारे ग़ुमाँ लेके चले.
❤️
#A_4_AD
सभी सुंदर कन्याएं, इनकी मासूम शक्लों पर न जाएं, ये महात्मा जन अपनी बातों से ही आपको अपने वशीकरण में बांध लेंगे. अतः, सावधान रहें, सतर्क रहें. 😜😆
ट्विटर के कामदेव, चित्रगुप्त और सर्वज्ञ श्रीनारद. 🙏🏻😍❤️ #नज़र_न_लगे 😉
🖊️
ख़ुद से रूठें, या कि, उन से किनारा कर लें,
कशमकश है कि, किस हाल, गुज़ारा कर लें.
बार इक, बाहों में आ जाओ, मेहरबां होकर,
अपने आग़ोश में, यूं हम भी, सितारा कर लें.
रोएं भी न, न तुमको देखें, न ही ग़ज़ल कहें,
ख़ुद को ही कैसे भला, इतना बेचारा कर लें.
❤️
#A_4_AD
मु स्लि म शब्द सुनकर या पढ़कर यदि आपको असहज नहीं लगता, पीड़ा और क्रोध का सम्मिलित भाव यदि आपके मन को नहीं कचोटता, तो आप के रक्त में नि:संदेह कुछ न कुछ मलीनता है.
अतः यदि आपको आने वाली पीढ़ी का हित सोचना है, तो आपको इतिहास पढ़कर स्वयं के मार्जन की बहुत अधिक आवश्यकता है.
मृगमारिचिका है वो,
मरुभूमि से तप्त जीवन में,
शुष्क कंठ को,
अपनी ओर बुलाती,
स्वांस के अंगारों को,
आक्रांत करती,
स्पंदनों में एक आस जगाती।
किंतु,
उसका मिल पाना,
असंभव है,
जैसे काया को,
निकले हुए प्राण मिलना।
फिर भी आशा अमर है,
परंतु,
मृगमारिचिका है वो.
♥️
✍🏻 आदि.
#बज़्म
#A_4_AD
🖊️
क्यों क़रार दिल का, ग़म पर निसार हो गया,
दर-सांस मिरा जिस्म, ग़म का बाज़ार हो गया.
इस दिल में महज़, जगह रही ज़ख्मों के लिए,
जब से फ़िराक इसकी, रगों में शुमार हो गया.
ब-राह नव्ज़, ख़ून उतर आया है, आंख तक,
लगता है, ख़्वाब कोई, इन में शिकार हो गया.
❤️
#A_4_AD
अयि गिरि नन्दिनी नन्दिती मेदिनि,
विश्व विनोदिनी नन्दिनुते।
गिरिवर विन्ध्यशिरोधिनिवासिनी,
विष्णु विलासिनीजिष्णुनुते।।
भगवति हे शितिकण्ठ कुटुम्बिनी,
भूरि कुटुम्बिनी भूत कृते।
जय जय हे महिषासुर मर्दिनी,
रम्य कपर्दिनी शैलसुते।।
जय माता दी । जय श्री राधे 🙏🏻♥️🌻
🖊️
सभी सुनाते अपनी-अपनी, अपनी सुनने वाला नहीं,
फूल-फूल सब चुन लेंगे, कांटे कोई चुनने वाला नहीं,
ग़ुमां मिट चुका दीवाने का, प्यार की बातें.. बंद करो,
ख़्वाब चैन की नींद के अब, दिल ये बुनने वाला नहीं.
❤️
✍🏼 आदि.
#A_4_AD
🖊️
लाडो,
उम्र को मोड़कर, तेरे बचपन तलक,
तेरे संग प्यारी बिटिया, जिए जाऊंगा,
अंत के आते-आते, मुस्कन पर तेरी,
अपनी सांसों का फल, वारता जाऊंगा,
तेरी पहली छुअन, तेरा पहला रुदन,
तेरा पहला कदम, याद अब भी मुझे,
पापा-पापा की मधुरिम पुकारों पे मैं,
सारी निज-प्रभुता को हारता जाऊंगा.
📎
परित्राणाय साधूनां, विनाशाय च दुष्कृताम् ।
धर्मसंस्थापनार्थाय, सम्भवामि युगे युगे॥
आप सभी मित्रों को सपरिवार ईष्ट मित्रों सहित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई.
श्रीब्रजराज आप सभी का सकल विधि कल्याण करें. ❤️🚩
जय श्री कृष्ण ।। जय श्रीमन्नारायण
🖊️
मुझे पागल ही कर देगा, तेरा इतना हसीं होना,
ज़ुल्फ का अब्र होना औ, नज़र का नीलमीं होना.
गुलों की खुशबुओं में तू, सबा की तू जवानी है,
इनका लाज़िमी है, जानिब-ए-जां आफ़रीं होना.
जो मुझसे पूछते हैं सब, कहां है वो कहां है वो,
उन्हें दिखता नहीं गोया, तेरा दिल में मकीं होना.
#A_4_AD
🖊️
तल्खियां कोई भी अपने, दिल में नहीं रखता,
शब-ए-वस्ल के वो सपने, दिल में नहीं रखता.
सनम की दीद की गुंजाइशें, हो जहां पर कम,
ख़्याल-ए-लम्स को तपने, दिल में नहीं रखता.
राज़ -ए- दिल शेरों में, सारे ही लिख दिए मैंने,
औ' वो कभी उन्हें खुलने, दिल में नहीं रखता.
❤️
#A_4_AD
(½)
आजकल मैं रोज़ एक बड़ा सा गिफ्ट लेकर निकलता हूं और एक दो घंटे भटकने के बाद गिफ्ट को ऐक्टिवा की डिक्की में रखकर घर आ जाता हूं और चुपचाप खाना खा लेता हूं.
आस-पडो़स के लोगों को लगता है कि मैं रोज़ ही शादियों में जाता हूं. 😜😂😝😂😂
सनातनी यदि अपने सामर्थ्य का परिमाण याद रखे, तो परिणाम भी निस्संदेह सुखद ही प्राप्त होंगे.
उसी सामर्थ्य से उपजी इस शौर्य गाथा के महानतम पर्व शौर्य दिवस की सभी सनातन संतानों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई.
🙏🏻🚩 जय श्री राम 🚩🙏🏻
ट्विटर के लेखापाल, सबकी कुंडलियों का लेखाजोखा रखने वाले, चित्रगुप्त जी की तरह सबका यथायोग्य हिसाब करने वाले, लेखक-शिरोमणि, हिन्दी-लेखक-माला के मनकों में सुमेरु, अत्यंत सहज, सरल, मृदुभाषी एवं नीर-क्षीर विवेकी हमारे
@Birju_exceleb
भैया को सभी फॉलो अवश्य करें. 🙏🏻❤️
मुझपर कृपा होगी.
ऐसी मुस्कन कि जैसे कुछ कह रहे हैं,
अधर ऐसे जिन्हें देखकर प्रकृति का हर कुसुम लजा जाए,
कपोल इतने कोमल जैसे पराग के कण भी छू लें तो लालिमा छा जाए,
और नेत्र ऐसे सजीव सजल, जिन्हें देखकर ही हम जैसे अधम भी प्रेम से पूरित होकर अश्रुबिंदु से प्लावित हो उठें.
पधारने में बहुत देर की नाथ.
सोहत जनु जुग जलज सनाला।
ससिहि सभीत देत जयमाला॥
गावहिं छबि अवलोकि सहेली।
सियँ जयमाल राम उर मेली॥
श्री युगल सरकार सीताराम जी के पावन पाणिग्रहण संस्कार के शुभ दिवस विवाह पंचमी पर्व की सभी सनातनियों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई.
🙏🏻🚩 जय श्री सीताराम 🚩🙏🏻
📎
ये तेरा इश्क़ अब, बर्बाद करके छोड़ेगा,
लगता है मुझे ये, फरहाद करके छोड़ेगा.
मैं तेरे शहर में, वैसे भी हूँ बदनाम बहुत,
सभी कहते हैं ये, फ़साद करके छोड़ेगा.
क़फ़स¹-ए-जिस्म में, मुम्किन विसाल² नहीं,
दिल ये रूह को, आज़ाद करके छोड़ेगा.
♥️
#बज़्म
#A_4_AD
#Adi
🖊️
दर कदम वक़्त ने, हस्ती पे ज़खम बख़्शे हैं,
मुझको ज़मीं-ए-हम्ज़, उनको हरम बख़्शे हैं.
मेरी नज़रों से, टपकता है, इश़्क हर लम्हा,
दीवार-ए-दिल पे, स्याह धब्बे, नम बख़्शे हैं.
हम-शबिस्ताँ हैं, आजकल महज़ यादें तेरी,
मेरे ख़्वाबों ने मुझे वस्ल के, भरम बख़्शे हैं.
❤️
#A_4_AD
🖊️
आज फिर इश्क़ के, ग़म सजाए बैठा हूँ,
रुबरु तूफ़ाँ के, दरिया से निभाए बैठा हूँ.
दीद तो, यूं भी कभी, होती ही उसकी,
उनकी निग़ार से ही, दिल लगाए बैठा हूँ.
तेरी महफ़िल को, ज़ुल्मत न ख़राब करे,
रौशनी के लिए, मैं, दिल जलाए बैठा हूँ.
❤️
#A_4_AD