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Alok Kumar Sr. Advocate
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International President, Vishva Hindu Parishad (VHP) Patron, Dadhichi Deh Dan Samiti Purv Sah-Prant Sanghchalak Delhi RSS, Ex-Dy Speaker Delhi Assembly
New Delhi, India
Joined July 2013
RT @VHPDigital: प्रयागराज, महाकुंभ क्षेत्र: अयोध्या, मथुरा, काशी पर भव्य मंदिर निर्माण का संकल्प पूज्य संतों ने लिया था, वह आज भी संकल्पित…
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RT @VHPDigital: हिंदू समाज ने तय किया है कि राज्य सरकारों को हमारे म��दिर वापस करने होंगे। विजयवाड़ा से इसकी शुरुआत हुई है। मंदिरों का पैसा…
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RT @BajrangDalOrg: महाकुंभ की घटना पर विहिप अध्यक्ष की संवेदना: महाकुंभ में आज हुई दुर्घटना बेहद दुखद व पीड़ादायक है। उसमें हताहत हुई दि…
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RT @VHPDigital: महाकुंभ में आज हुई दुर्घटना बेहद दुखद व पीड़ादायक है। उसमें हताहत हुई दिव्यात्माओं के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना के साथ…
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आज #कुंभ मेले में विश्व हिंदू परिषद के शिविर में धर्म ध्वजा फहरा दी गई। @VHPDigital @BajrangDalOrg
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युग दधीचि देहदान संस्थान, कानपुर द्वारा 12 जनवरी को 'देहदानी स्मृति वंदन समारोह' का आयोजन किया गया। इस आयोजन में दधीचि देहदान समिति के संस्थापक, सीनियर एडवोकेट श्री आलोक कुमार व उपाध्यक्ष श्रीमती मंजू प्रभा की उपस्थिति रही । श्रीमती मंजू प्रभा ने कहा कि मृत्यु के बाद अपनी संपूर्ण देह मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए दान में दे देना देहदान है और ब्रे��� डेड स्थिति में जीवन रक्षक अंगों का दान अंगदान है। यह स्वस्थ भारत के निर्माण में सहायक हो रहा है। उन्होंने इस दान की प्रक्रिया में NGOs की उपयोगी भूमिका पर भी चर्चा की । मुख्य अतिथि श्री आलोक कुमार ने इस दान को एक आध्यात्मिक यात्रा के रूप में वर्णित किया । यह दान केवल आवश्यकता पूर्ति ही नहीं है, दानी के लिए धर्म ,अध्यात्म और मोक्ष का भी मार्ग है।कुछ घटनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने इस दान के महत्व को मार्मिक ढंग से सबके दिलों तक पहुंचाया। श्री मनोज सेंगर व श्रीमती माधवी सेंगर, इस संस्थान के संस्थापक द्वय ने 24 देहदानियों के परिवारों को सम्मानित करने का यह भावपूर्ण कार्यक्रम किया। 2002 से यह युगल, उत्तर प्रदेश के एक बड़े भाग में, सक्रियता से मेडिकल कॉलेजों को पढ़ाई के लिए पार्थिव शरीर उपलब्ध करा रहे हैं। निदेशक उत्कर्ष अकैडमी डॉ प्रदीप दीक्षित ने कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए कानपुर में इस लक्ष्य को लेकर सक्रिय सभी ��ार्यकर्ताओं की प्रशंसा की। विधायक श्रीमती नीलिमा सिंह ने कहा कि कानपुर एक औद्योगिक नगरी के रूप में माना जाता है, पर मनोज जी व उनकी पत्नी श्रीमती माधुरी ने इस विशिष्ट दान का कार्य करते हुए कानपुर को एक मानवता की नगरी के रूप में प्रतिष्ठित कर दिया है। मंचासीन सांसद श्री देवेन्द्र सिंह भोले, प्रांतीय अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद श्री राजीव महाना , निदेशक पालीवाल डायग्नोस्टिक डॉ उमेश पालीवाल , न��देशक गोल्डी मसाले श्री सुरेंद्र कुमार गुप्ता व शहर की कई प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमापूर्ण बना दिया। कानपुर के मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर संजय काला ने बताया कि अब यहां स्किन बैंक भी शुरू हो गया है। गंभीर रूप से त्वचा ग्रसित रोग वाले व्यक्तियों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ में बहुत उपयोगी रहेगा।
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RT @VHPDigital: 144 वर्ष बाद आये सदी के सबसे बड़े आद्यात्मिक और धार्मिक महापर्व “महाकुंभ” के आयोजन पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं व त्रिवे…
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देह-अंग दान विषय पर आकाशवाणी पर आलोक जी का महत्व��ूर्ण साक्षात्कार। @AkashvaniAIR @dadhichidehdan
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पूरा जीवन पुण्य ध्येय को समर्पित 1 जनवरी 2025 - नूतन वर्ष का पहला दिन। हमने तय किया कि इस दिन केरल के पलक्क्ड़ जिले के अट्टपड़ि में जायेंगे। यह एक सेवा केंद्र है। सन 2002 में डॉ. वी. नारायणन यहाँ संघ के प्रचारक होकर आये थे। कुछ वर्ष के बाद वह प्रचारक जीवन से लौटे। प्रचारक जीवन में उन्होंने देखा था कि उनके कार्यक्षेत्र में बहुत पिछड़ी तीन जनजातियां इरुला, मुडुगा और कुरुम्बा रहती है। इन जनजातीय समाजो के पास �� पर्याप्त शिक्षा थी, न रोजगार और न ही साधन। मुश्किल से गुजारा होता था; पौष्टिक भोजन का तो सवाल ही नहीं था। इस कारण शिशु मृत्यु दर प्रति 1000 में 20 थी। डॉ. नारायणन ने जीवनभर इन समाजों की सेवा का निर्णय किया। स्वास्थ्य की देखभाल के लिए स्वामी विवेकानंद मैडिकल मिशन के नाम से एक ट्रस्ट बना। यह सब सेवा में जुट गए। आज इस क्षेत्र के 190 में से 150 गावों में सेवा के कार्य चल रहे है। निरामय के लिए एक बड़ा अस्पताल है। समाज को उन्नत खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। केरल आयुर्वेदिक चिकित्सा का केंद्र है। डॉ. नारायणन के प्रयत्न से पांच गावों में औषधीय वृक्ष और पौधे लगाए गए है और इनकी सारी उपज यह चिकित्सा केन्द्र खरीद लेते है। यह बड़ी बात है की सब गावों में पीने के लिए शुद्ध पानी मिलता है। शिक्षा का प्रसार हो रहा है। लगभग 25 वर्षो की साधना से अब इन क्षेत्रों में विकास दिखता है और चेहरों पर मुस्कान भी। @VHPDigital @vhpdtn @BajrangDalOrg @RSSorg
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आज आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में मंदिर मुक्ति जागरण सभा में अनेको पूज्य संतो की उपस्थिति में लाखों लोगो ने देश भर के मंदिरों की सरकारी अधिग्रहण से मुक्ति के लिए शंखनाद किया। पूरा कार्यक्रम नीचे लिंक से देख सकते है: Youtube : Facebook : #HaindavaSankharavam
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आज, 2 जनवरी को पेरूर अधीनम में जाकर अधीनम के कर्ता पूज्य मरुताचला आदिग्लार के दर्शन हुए। तमिलनाडु में 20 बड़े अधीनम हैं। यह सब शैव सिद्धांत को मानते हैं और ब्राह्मणेतर समाज के अलग अलग वर्गों द्वारा संचालित होते हैं। अधीनम शिक्षा, स्वास्थ्य और सेवा के अनेक कामों को चलाते हैं। तामिल भाषा, विशेष तौर पर इसमें भक्ति साहित्य का प्रचार करते हैं। पेरूर अधीनम स्वामी का दोपहर 12.30 बजे तक मौनव्रत था। हमने पूज्य स्वामी जी को #कुंभ में आयोजित मार्गदर्शक मंडल की बैठक में निमंत्रित किया। हमने उनसे, #विहिप द्वारा चलाए जा रहे मंदिर मुक्ति आंदोलन और 5 जनवरी को विजयवाड़ा में होने वाली विशाल जनसभा की जानकारी दी और अभियान की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगा। इस अवसर पर दक्षिण तमिलनाडु प्रांत के संपर्क प्रमु��� श्री वेणुगोपाल तथा अन्य विहिप कार्यकर्ता भी साथ रहे। @VHPDigital @BajrangDalOrg
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ओम् स्वस्थ जीवन के लिए आयुर्वेद नीलगिरी पर्वतमाला की तलहटी में आयुर्वेद द्वारा स्वस्थ जीवन के लिए एक अद्भुत स्थान ��ै। ए वी पी आयुर्वेद हॉस्पिटल, कोयंबटूर। जंगल में सुंदर सुरम्य प्रदूषण से मुक्त। चारों तरफ हरियाली है। मोर यहां सबके साथ ही रहते हैं। अनेक पक्षियों के कलरव से सुबह होती है। कभी-कभी यहां हिरण, बारहसिंगा भी नजर आ जाते हैं। हम लोग यहां 26 दिसंबर को आ गए थे। परंपरागत आयुर्वेदिक पद्धति से यहां स्वास्थ्य साधना होती है। सवेरे तय समय पर अभ्यंगम् (मालिश) के लिए दो लोग आते हैं । भगवान धन्वंतरि के समक्ष दीपक जलाकर, मधुर स्वर में संस्कृत श्लोक द्वारा पूजा अर्पित होती है। मालिश के बाद में उबटन स्नान, फिर भगवान को प्रणाम कर तिलक लगाकर सवेरे का क्रम पूरा हो जाता है। दिन भर इसी भाव से कार्यक्रम चलता है। परिसर में भगवान धन्वंतरि, गणेश जी, नाग देवता और आंजनेय हनुमान जी के मंदिर है। यहां नाग देवता को पतंजलि रूप मानते है। इस स्थान का न��म भी पतंजलि पुर है। वही पतंजलि जिन्हें हम योगाचार्य, व्याकरणाचार्य और वैद्याचार्य के रूप में नमन करते हैं।भक्तिमय वातावरण में स्वास्थ्य साधना, मौन, स्वाध्याय इत्यादि के लिए यह बहुत ही उपयोगी स्थान है। इसको बहन संगीता वॉरियर चलाती हैं। इनका परिवार पीढ़ियो से वैद्यकीय सेवा करता है। शिक्षण संस्थान, परिचर्या केंद्र, औषधि निर्माण, साहित्य इत्यादि के द्वारा यह सेवा होती है। संगीता जी सेवा इ���टरनेशनल की ट्रस्टी हैं। सेवा भारती की दक्षिण तमिलनाडु की मंत्री का दायित्व भी संभाल रही है। अभी तक एनटीपीसी की निर्देशक भी रही हैं। हमारी शुभकामनाएं
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On 26th December we were fortunate to visit Koval Kamatchipuri Adhinam in Coimbatore and have darshan of Pujya Sri Panchlingeswara Swamiji. This holy place has images of all 51 Shaktipeeths. The Adhinam also has the statues of Saints and freedom fighters including of Pujya Dr. Hedgewar and Pujya Golwalkar Guruji. The Adhinam also has a beautiful image of Bharat Mata. No visit to Coimbatore is complete without a pilgrimage to this place. The visitors here have included Prime Minister Narendra Modi, Sarsanghchalak Shri Mohan Bhagwat and Shri L K Advani. @VHPDigital
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मुस्लिम देश बहरीन में हिन्दू बहरीन जाना हुआ। इसकी कुल आबादी लगभग 15 लाख है जिसमे से आधे से अधिक बाहर से आये हुए प्रवासी है। आबादी के कुल एक-चौथाई भारतीय है। हिन्दुओ की संख्या लगभग डेढ़ लाख है। तीन दिन के प्रवास में हमे यहां के बड़े मन्दिरो के दर्शन और हिन्दू समाज के प्रमुख लोगो से मिलना हुआ। बहरीन के संविधान के अनुसार यह एक इस्लामी राष्ट्र है। संविधान में ही यहां अन्य धर्मावलंबियों के सम्मान और अपने धर्म के स्वतंत्रतापूर्वक पालन की भी गारंटी है। यह देश कट्टरता और धार्मिक विद्वेष से काफी मुक्त है और हिन्दू भी यहां सुखपूर्वक स्वधर्म का पालन कर रहे है। ● ऐतिहासिक श��रीनाथजी कृष्ण मंदिर बहरीन की राजधानी मनामा के केंद्र में ऐतिहासिक श्रीनाथजी के मंदिर में जाना हुआ। यह मंदिर 1817 में सिंध के थट्टाई भाटिया परिवार ने स्थापित किया था और वही इसकी देखभाल करते है। यहां भगवान श्रीकृष्ण की 7 वर्ष के बालक रूप में पूजा होती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, विदेश मंत्री श्री एस जयशंकर एवं श्रीमती सुषमा स्वराज यहां आने वाले भक्तों में शामिल है। श्री मोदी ने मंदिर को श्रीनाथजी की बुनाईवाली एक चादर भी भेंट की थी। उन्होंने इस मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए धन अर्पण करने के लिए भी कहा है। मंदिर के प्रधान श्री महेश भाटिया एवम समिति के अन्य लोगो ने प्रेम से हमारा स्वागत किया और हिन्दू समाज के विषयों पर उपयोगी चर्चा हुई। ● बाप्स स्वामीनारायण हिन्दू मंदिर हमे मनामा में श्री स्वामीनारायण मंदिर के दर्शनों का भी सौभाग्य मिला। यहां आयोजित प्रवचन बहुत मार्गदर्शक था। बहरीन सरकार ने भव्य मंदिर निर्माण के लिए बाप्स को एक प्रमुख राज��ार्ग पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये 2.1/2 एकड़ भूमि प्रदान ��ी है और शीघ्र ही यहां भी एक भव्य, ऊंचे शिखरों वाला मंदिर बनाना निश्चित है। ● इस्कॉन मंदिर इस्कॉन मंदिर श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के कारण अब छोटा पड़ने लगा है और इसलिए भक्तगण अब एक नए मंदिर निर्माण की तैयारी कर रहे है। इस मंदिर में श्रीकृष्ण-बलराम, गौर-निताई एवम श्री नृसिंह भगवान के सुंदर विग्रह है और श्रद्धा से उनका किया हुआ श्रृंगार मन मोह लेता है। @VHPDigital @BajrangDalOrg @epanchjanya @ivskdelhi
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भव्य हिंदू मंदिर इस्लामिक यूएई में। 17 दिसम्बर 2024 को हमे आबू धाबीमें स्वामीनारायण भगवान के विशाल हिन्दू मंदिर के दर्शन का सौभाग्य मिला। एमीरेट्स घोषित रूप से इस्लामी राष्ट्र है। आबू धाबी उनकी राजधानी है। यह एक अद्भुत कहानी है कि कैसे हिन्दू समाज यहां अपना भव्य मंदिर बना पाया! यह विश्व के द�� प्रमुख राष्ट्रों, भारत एवं यूएई की मित्रता और आबू धाबी में हिंदुत्व और इस्लाम के मैत्रीपूर्ण संवाद के कारण संभव हुआ। 1997 में, शारजहां पधारे पूज्य प्रमुख स्वामी जी महाराज ने इच्छा व्यक्त की एवं श्री भगवान से प्रार्थना की कि आबू धाबी में एक भव्य हिन्दू मंदिर बनाना चाहिए। उस समय तो इस कि किसी को भी संभावना तक नही दिखी। इस्लामिक देश मे मूर्तिपूजकों का मंदिर! यह स्वप्न तो असंभव ही दिखता था। पर सत्य तो यह है कि उस महापुरुष की कल्पना के साथ ही मंदिर का निर्माण तो निश्चित हो गया था, केवल उसका मूर्त होना शेष था। भगवान का स्मरण कर, यहां की सरकार से मंदिर बनाने की अनुमति मांगी गई। यह अनुमति मिली। सरकार ने अनुमति के साथ भूमि भी मंदिर बनाने के लिए भेंट करने की घोषणा कर दी। मन मे एक संशय आया। क्या सरकार, इस इस्लामी देश मे, परंपरागत शैली में ऊंचे शिखरों वाला मंदिर बनाने की अनुमति देगी? दो तरह के नक्शे बनाये गए। पहले में 7 ऊंचे शिखर थे, दूसरे नक्शे में केवल एक बड़ा हाल था, जिसके अंदर मंदिर बनता। यहां के विदेश मंत्री का उत्तर आया, "मंदिर को मंदिर ही दिखना चाहिए"। ऊंचे शिखरों ���ाले मंदिर को स्वीकृति मिली। मंदिर का विस्तृत नक्शा बनाया गया। पार्किंग मंदिर के नीचे दिखाई गई थी। सरकार ने कहा यह सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं रहेगा। सरकार ने स्वयं होकर पार्किंग के लिए भी जमीन दे दी। रेतीले मैदान में मंदिर बनाना कठिन हो सकता था। थोड़ी खुदसे मालूम हुआ, नीचे बड़ी चट्टान है, कोई कठिनाई नही। ऐसे अनेक चमत्कार हुए। मानो भगवान ने यहां विराजने का पक्का मन बना रखा हो। प्रस्तावित मंदिर के निर्माण का मॉडल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 11 फरवर�� 2018 को लोकार्पित किया। भूमिपूजन एवम शिलान्यास का शुभ दिन 20 अप्रैल 2019 को आया। शिलान्यास पूज्य महंत स्वामीजी के द्वारा एवं एमीरेट्स के वरिष्ठ नेतृत्व की उपस्थिति में हुआ। मंदिर का निर्माण लगभग 4 वर्षो में पूरा हुआ। राजस्थान की शिलाओं से यह मंदिर बना है। शिलाएं गढ़ने का काम राजस्थान में हुआ। ऐसी 30000 शिलाएं, 6 टन की भी है, इस मंदिर के लिए ला कर लगाई गई है। मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा 14 फरवरी 2024 को पूज्�� महंत स्वामीजी महाराज के करकमलों से भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवम ��ूएई के केंद्रीय मंत्री शेख नहयान बिन मुबारक अल नहयान की मंगल उपस्थित में हुआ। इस मंदिर के प्रांगण में जल की 3 धाराएं - गंगा, यमुना, सरस्वती - एक कुंड में गिरती है और फिर मंदिर के चारो ओर प्रवाहित होती है। एक स्थान को गंगा मां का घाट माना है। यहां नित्य गंगा मां की आरती होती है। मंदिर के सात शिखर है। यह यूएई में समाहित 7 एमीरेट्स के भी प्रतीक है। सामंजस्य (Harmony) के शिखर में प्रकृति के पांच महाभूत अथ���र्त पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश स्थापित किये गए है। मंदिर के नींव से शिखर तक इसके प्राणतत्व है, पूज्य स्वामी ब्रह्मविहारीदासजी। वह जिनसे मिलते है, वहीं चमत्कृत होता है। उनपर श्रद्धा उमड़ती है पर सम्बन्धो में एक सहजता भी विद्यमान रहती है। यहां के राजपरिवार के भी वह घनिष्ठ हैं। हमारे सौभाग्य से हम उनके दर्शन कर सके और महत्वपूर्ण विषयों पर सार्थक मार्गदर्शक चर्चा हुई। यह अनंत संभावनाओं का तीर्थ है। धर्मों में संवाद, सहज चर्चा, परस्पर आदर का यह शुभारंभ है। विश्व ने धर्म के नाम पर कितने युद्ध, यातनाएं और विनाश देखे है। अब समय है, प्रेम, सामंजस्य, सद्भाव और आनंद बांटने का। प्रभु से प्रार्थना है कि आबू धाबी का हिन्दू मंदिर विश्व को जोड़नेवाली चेतना से आप्लावित करे। @VHPDigital @BAPS @BAPS_PubAffairs
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ओमान यात���रा ओमान में राज्य के प्रमुख यहां के सुल्तान हैं। राज्य की सभी शक्तियां इन्ही के हाथ मे है। राजनीतिक दल बनाने पर प्रतिबंध है। सरकार व सम्राट के खिलाफ आंदोलन और यहां तक की उ��की निंदा करना दंडनीय है। ओमान में नागरिकों के कोई मौलिक अधिकार नहीं है हालांकि सीमित अधिकारों वाली संसद है। हमारी लोकसभा जैसी यहां मजलिसे शूरा है, पर उसके अधिकार बहुत ही सीमित है। 1996 से यहां महिलाओं को वोट देने का अधिकार दे दिया गया है। पर उनको समानता का अधिकार प्राप्त नही है। पुरुष 4 शादियां कर सकते है, जब चाहे बिना कारण बताए तलाक दे सकते है। महिलाओं से अपेक्षा है कि वह अपने पति के अधीन रहे और उनकी सब आज्ञाएं मानें। ओमान ने आर्थिक क्षेत्र में बहुत प्रगति की है। औसत प्रति व्यक्ति आय काफी अच्छी है। सड़के, अस्पता��, घर मकान आदि विश्वस्तरीय हैं। ओमान अपने को विश्व मे और यहां तक कि मुस्लिम देशों के विवादों से पूरी तरह अलग रखता है। इजरायल और हमास, लेबनान, सीरिया जैसे मुद्दों पर भी यह देश तटस्थ दूरी बनाए रखता है। यही कारण है कि सामान्य व्यवहार में यहां धार्मिक कट्टरता तथा आक्रामकता नहीं दिखती है। यह समाज धर्मभीरु, विनम्र और सद्भाव से रहता है। भारत के साथ ओमान के मैत्रीपूर्ण संबंध हैं।
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संविधान दिवस, 26.11.2024 ● यानी समरसता - समानता की घोषणा का दिन ● लोकतंत्र की स्थापना का उत्सव ● एक भारत, श्रेष्ठ भारत के संकल्प का दिन ● अधिकार और कर्��व्यों को स्मरण कराने का दिन ● गौरक्षा, हिंदी, समान नागरिक सहिंता के संवैधानिक निर्देशों को पालन कराने का पुनर्स्मरण #संविधान_दिवस की शुभकामनाएं
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बांग्लादेश में ISKCON के संत श्री चिन्मय कृष्ण दास की राजद्रोह म���ं गिरफ्तारी पर वक्तव्य।
बांग्लादेश में ISKCON के संत श्री चिन्मय कृष्ण दास की राजद्रोह में गिरफ्तारी पर विश्व हिंदू परिषद अध्यक्ष श्री आलोक कुमार जी (@AlokKumar@LIVE) का वक्तव्य। @IskconInc @RadharamnDas @IskconBanglades
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