Abhishek Yadav
2 months
मन में उदासी अचानक नहीं आती, चेहरे की रौनक एकदम से नहीं जाती, बोलता हुआ इंसान अचानक मौन नहीं हो जाता, जब अपने मन की बात अपनो तक को समझ नहीं आती, जब अपनी पसंद का किए हुए बहुत समय हो गया हो, तब इंसान को कुछ समझ नहीं आता, और वो बस चुप हो जाता है.