T Rajneesh टी रजनीश🇮🇳
1 year
स्याह रात में जब अपना साया भी डराता होगा,दुर्गम पर्वत पर मौत से नज़र बचाकर,अपना पराया भूल कर दुश्मन को मिट्टी में मिलाने के लिए कौन रेंगता होगा चोटी तक~ कारगिल ऐसे जाँबाज़ों की अनूठी दास्तान है..
मौक़ा मिले तो पद्मपाणी,कालिया, थापर,पाण्डेय सरीखे महावीरों को नमन कर लें!
#कारगिल