Rahul Prakash, IPS
2 years
जोधपुर से वापसी .......
तपती जमीं, पिघला आसमान
न ही बारिश, ना कोई नामों निशां,
उसमें तुम क्या कर गए,
मन में ही कुछ कह गए,
बोलूं तो क्या, मानोगी?
दिल की बात, तुम जानोगी?
"हमने तो की,
बस इंसानी कोशिश,
अमन की ख़्वाहिश,
प्रेम की साज़िश"
अलविदा ......