इस महामारी ने यह दिखा दिया कि किसके भीतर इंसानियत जिंदा है और कौन सिर्फ नाम का इंसान है। अपने इर्दगिर्द कई लोगों की पहचान कराई, कई चेहरों से नकाब उतरा तो कई ने ढेरों दुआएं कमाई।
@srinivasiyc
और उनकी टीम ने दिखाया कि दिल सेचाहो तो क्या नहीं हो सकता, बस संवेदनाएं जिंदा होनी चाहिए।