राम उठत, राम चलत, राम शाम-भोर हैं।
राम बुद्धि, राम चित्त, राम मन विभोर हैं ॥
राम रात्रि, राम दिवस, राम स्वप्न शयन हैं।
राम काल, राम कला, राम मास अयन हैं ॥
राम शब्द, राम अर्थ, राम ही परमार्थ है ।
राम कर्म, राम भाग्य, राम ही पुरुषार्थ है ॥
राम स्नेह, राम राग, राम ही अनुराग है।