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अर्थहीन इंसान , यही मेरी पहचान...!

जयपुर राजस्थान
Joined August 2020
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@nirarthak_
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4 years
एक दिन हम मर जाएंगे, अपनी अपनी चुप्पियां लेकर ,और हमारा आखिरी ख्याल होगा:"हमें बोलना चाहिए था....!
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@nirarthak_
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17 hours
RT @nirarthak_: सही औऱ गलत हम नहीं होते वह दौर होता हैं जिसमें नक्षत्रों की वजह से हम अलग ही लेवल के चूतिया बन जाते है,हमें मालूम होता हैं…
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@nirarthak_
निरर्थक
17 hours
सही औऱ गलत हम नहीं होते वह दौर होता हैं जिसमें नक्षत्रों की वजह से हम अलग ही लेवल के चूतिया बन जाते है,हमें मालूम होता हैं फ़ला काम करने से हमारे साथ बुरा होगा मग़र हम फिर भी नहीं रुकते...!
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@nirarthak_
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18 hours
RT @nirarthak_: किसी भी बात को सच मनवाने में दर्शन शास्त्र कोई कसर नही छोड़ता,और अगर उसपर भाषाओं पे लगाम और शब्दों का इस्तेमाल करना आता हो,…
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@nirarthak_
निरर्थक
18 hours
किसी भी बात को सच मनवाने में दर्शन शास्त्र कोई कसर नही छोड़ता,और अगर उसपर भाषाओं पे लगाम और शब्दों का इस्तेमाल करना आता हो,तो फिर कही गईं बात सौ फीसदी सच ही लगती है...!
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@nirarthak_
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18 hours
RT @nirarthak_: कभी-कभी खुद को बेकार ही उदास कर लेने की अपनी ही क्षमता मुजे अचंभित कर देती है,बड़ा ही घटिया मूड पाया है मैंने,खामखा बिना बा…
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@nirarthak_
निरर्थक
18 hours
कभी-कभी खुद को बेकार ही उदास कर लेने की अपनी ही क्षमता मुजे अचंभित कर देती है,बड़ा ही घटिया मूड पाया है मैंने,खामखा बिना बात के भी खराब हो जाता है...!
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@nirarthak_
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RT @nirarthak_: असल प्रेम करने वाले आँसू नहीं पोछते, वो तो साथ रोते है...!
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@nirarthak_
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असल प्रेम करने वाले आँसू नहीं पोछते, वो तो साथ रोते है...!
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@nirarthak_
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2 days
खैर!...सब कुछ बेकार होने के बावजूद भी ये शराब तो सुकून है इस दुनिया मे...!
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@nirarthak_
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2 days
RT @nirarthak_: मैंने कल्पनाओं के भंवर में शब्दों की जंजीरों से अपने आप को बंधक बना इस कदर डुबो डाला है,कि हालात अब ये है कि कोई सच की ह…
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@nirarthak_
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मैंने कल्पनाओं के भंवर में शब्दों की जंजीरों से अपने आप को बंधक बना इस कदर डुबो डाला है,कि हालात अब ये है कि कोई सच की हल्की सी छींट मेरे जेहन पर पड़कर मेरे भ्रम की एकाग्रता पर खलल डाले तो मालूम पड़ता है कि कोई है जो मुझे वास्तविकता से रूबरू करवा रहा है...!
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@nirarthak_
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3 days
RT @nirarthak_: उस इंसान से दूर रहें जो आपको ऐसा महसूस कराता हो कि आप उसके पैमानों पे ठीक नही बैठते,आपके विचार या बाते सही नही है,क्योकि सि…
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@nirarthak_
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3 days
उस इंसान से दूर रहें जो आपको ऐसा महसूस कराता हो कि आप उसके पैमानों पे ठीक नही बैठते,आपके विचार या बाते सही नही है,क्योकि सिर्फ आप अपने हालात अपनी क्षमता,अपने संघर्ष और अपनी जीत या हार को जानते हैं,आपकी सोच पे केवल आप का अधिकार होना चाहिये...!
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@nirarthak_
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RT @nirarthak_: दुनिया के सबसे खूबसूरत सपने खुली आँखो से देख�� गए,सबसे खूबसूरत कहानी जी गयी पर लिखी न गयी,सबसे खूबसूरत शेर पर बस वही वाहवाही…
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@nirarthak_
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दुनिया के सबसे खूबसूरत सपने खुली आँखो से देखे गए,सबसे खूबसूरत कहानी जी गयी पर लिखी न गयी,सबसे खूबसूरत शेर पर बस वही वाहवाही न कर सके जिनपर मारा गया,सांत्वनाओं पर गुस्सा आया,उम्मीदों पर हंसी,ईश्वर से लड़ना क्रांति नहीं मूर्खता है,खैर!..गुलाब जानता है अस्तित्व और भविष्य अनहोनी भी.!
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@nirarthak_
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RT @nirarthak_: सैंकड़ो उलझने एवम हर पल बदलती चेतना की मुरादें मुझे यकीनन चौकाती है कि ये मैं हूँ,हकीकत तो यह है कि मैं अपने ही भीतर अपने क…
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@nirarthak_
निरर्थक
3 days
सैंकड़ो उलझने एवम हर पल बदलती चेतना की मुरादें मुझे यकीनन चौकाती है कि ये मैं हूँ,हकीकत तो यह है कि मैं अपने ही भीतर अपने कई रूपों को देख चुका हूं और जो वास्तव में मैं हूँ उसे भूल चुका हूं,इसे समझना मुश्किल है लेकिन मेरी मनोवस्था सामान्य नही है हालांकि मैं दिखता बेहद सामान्य हूँ!
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@nirarthak_
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RT @nirarthak_: मेरे इतना लिखने से भी क्या होगा,हो सकता है उसे पढ़ना नही आता हो या हो सकता है वो ना पढ़ें या हो सकता है वो पढ़ लें और उसे…
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@nirarthak_
निरर्थक
4 days
मेरे इतना लिखने से भी क्या होगा,हो सकता है उसे पढ़ना नही आता हो या हो सकता है वो ना पढ़ें या हो सकता है वो पढ़ लें और उसे कुछ समझ ना आए,या फिर समझ भी आ जाए और तब भी वो ख़ामोश रहना चाहें...!
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