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@nirarthak_

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अर्थहीन इंसान , यही मेरी पहचान...!

जयपुर राजस्थान
Joined August 2020
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@nirarthak_
निरर्थक
3 years
एक दिन हम मर जाएंगे, अपनी अपनी चुप्पियां लेकर ,और हमारा आखिरी ख्याल होगा:"हमें बोलना चाहिए था....!
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2K
@nirarthak_
निरर्थक
11 months
अगर कोई लड़की आपसे बातचीत शुरू करती है, तो यह दर्शाता है कि वह मित्रतापूर्ण है ऐसा नहीं है कि वह आप पर फिदा है...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
अगर कोई व्यक्ति एकांत में रहना पसंद करता है तो इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं की वो एकांत में हमेशा से था, ऐसा इसलिए है कि वो भीड़ से थक चुका होता हैं,और जब लोगो से घुल मिल कर रहने का हर एक प्रयत्न असफल रहे और लोगो को ढूंढ़ते हुए स्वयं को ही भुल जाये,1/2
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@nirarthak_
निरर्थक
10 months
जिससे प्रेम हो उसी से विवाह भी हो,ऐसा ना हुआ तो जीवन एक घुटन में बीत जाएगा,मन सदैव प्रेम खोजेगा,पर जो साथ है उससे प्रेम होगा नही,और आप अपने जीवनसाथी का भी जीवन आपकी तरह कर देंगे,ऐसे में विवाह न करें, अकेलेपन में घुटन रहेगी पर किसी अन्य का जीवन खराब नहीं होगा आपके कारण...!
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@nirarthak_
निरर्थक
2 years
आधी रात तक फोन में गाने चला कर एक तरफ रख देना फिर दूसरी तरफ अँधेरे को देखते हुए सोचना ज़िन्दगी के बारे में,अपने बारे में, परिवार के बारे में, रिश्तों के बारे में, उसके बारे में या अतीत के बारे में और गुजर रहे वक़्त के बारे में कितना अजीब है सब, 1/2
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@nirarthak_
निरर्थक
2 years
स्कूल में एक लड़की पढ़ती थी मैं 6th क्लास में था और वो 11th में हालांकि मुझसे उम्र में काफी बड़ी थी फिर भी मुझे बहुत पसंद थी, उसके साथ जीवन बिताने की कितनी ही कल्पना मेरी निरर्थक रही, आज काफी सालो बाद वो मेरी दुकान पर आयी मिठाई लेने, उसे देखते ही वो सारी यादे ताजा हो गई 1/2
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
पता नही हार गया हूँ या फिर थक गया हूं,खैर!... जो भी है अच्छा है बस मुझे अकेला छोड़ दो...!
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@nirarthak_
निरर्थक
10 months
जो शख्स पीछे छूट गया वो छूट जाने के लिए ही बना था, जो प्यार समाप्त हो गया वो समाप्त हो जाने के लिए ही हुआ था, ज़रूरत के वक़्त जो इंसान साथ छोढ़ गया वो इंसान साथ छोढ़ जाने के लिए ही आया था, फिर क्यूँ इन बातों के लिए अपने जख्म को कुरेदते रहते हो...!
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@nirarthak_
निरर्थक
11 months
मेरी जीवन हमेशा विवादों से घिरा रहा, मैंने कभी वादे नही किये पर अपनी बातों से कभी पलटा नही, मैं हमेशा ही व्यस्त रहता हूँ, ज़रूरी नही की किसी काम में ही सही, पर मेरे दिमाग के घोड़े हमेशा दौड़ते रहते हैं और झूंठ नही बोलूंगा पर कभी-कभी थक जाता हूँ,1/2
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@nirarthak_
निरर्थक
2 years
बिस्तर पर इतनी रात को अकेले लेटकर अंधेरे को ताकते हुए सोच रहा हूँ, ये रात शायद इतनी वीरान कभी लगी हो, तुमसे बात करने का बड़ा मन है, तुम्हारी याद बहुत परेशान कर रही है,नींद गायब है..क्या सोचा था.. क्या हो रहा है... शायद यही जीवन का द्वंद है,खैर!...ये तुम्हारी यादें भी ना...!
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109
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
हम रिश्ते आसानी से बना लेते है पर जब टूटने लगते है तब मुश्किल होता है,उस वक्त समझ नहीं आता पकड़े रखें या जाने दें, क्योंकि होता क्या है, जब जाने देने का सोचते है तो पुराना वक्त याद आता है, और आदत भी पड़ चुकी होती है,और जब पकड़े रखने की कोशिश करते है,1/2
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
सिर्फ एक घण्टा बाकी है कुछ मिलो का सफर ओर महादेव ने साथ दिया तो सब कुछ बदलने वाला है जल्द अपडेट करूँगा...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
मै चाहे अपनी प्रोफाइल में तिरंगा की फोटो लगाऊं या ना लगाऊं पर कल सड़क पर गिर कर अपमानित होते हुए हर तिरंगे को सम्मान से उठाकर रखने का वचन लेता हूँ...!🙏🇮🇳
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@nirarthak_
निरर्थक
6 months
एक स्त्री को पुरुष द्वारा दि गई इज्जत,ही उसकी सबसे बेशकीमती तोहफा होता है ये चॉकलेट, टेडीबीयर और लाल गुलाब बाद कि बातें है...!
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399
@nirarthak_
निरर्थक
7 months
मैं बचता हूं किसी के दुःखों का कारण बनने से खासकर उन दुःखों का जिनसे मैं खुद भी गुजरा हूँ ,मैं जानता हूँ मैं तो सब सहन कर गया मगर हो सकता है कोई दूसरा उतना सहनशील न हो...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
दिनभर के इंतजार के बाद तुमसे बात करने के लिए, दौड़ते हुए घर पहुंचना, फिर छत पर एक कोना लिए, इयरफोन लगा तुम्हे फोन लगाना, थोड़ा सा बोलना, फिर तुम्हे सुनना, फिर दोनों का खामोश हो जाना, उस खामोशी के क्षणों में तुम्हारी सांसों को सुनना,खैर!... वो भी एक अलग दौर था...!
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@nirarthak_
निरर्थक
22 days
एक दिन मैं स्वयं को ऐसा बना लूँगा जहाँ से कोई भी मेरे सुख या दुःख का कारण नहीं बन सकेगा,बाह्य वातावरण में चाहे जो भी हो,किन्तु मेरे अंदर क्या मुझे अनुभव करना है उसकी प्रकृति सिर्फ मैं तय करूंगा...!
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396
@nirarthak_
निरर्थक
11 months
किसी की भलाई करके,तुम अपने पाप कभी नही धो सकते तुम्हे अपने बुरे कर्मो की यातनाएं भोगनी ही होगी...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
सबसे खतरनाक वो अवस्था है,जहां हम अपनी व्यथाओं को ईश्वर के अलावा और किसी के साथ साझा नहीं कर सकते...!
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378
@nirarthak_
निरर्थक
10 months
ख्वाहिशो का कहा आराम है शराब हो तो,साथ में सिगरेट भी चाहिए....!
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@nirarthak_
निरर्थक
7 months
मेरे जीवन में एक ही लड़की आयी,जाते वक्त उसने इतना भी नही कहा की अपना ख्याल रखना,चाहती तो वो रुककर मेरा ख्याल रख भी सकती थी लेकिन उसे किसी और का ख्याल रखना था,मैं आज विचारों से जैसा भी बना हूँ उसमें उसके चले जाने की घटना का मुख्य कारण है...!
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97
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@nirarthak_
निरर्थक
4 months
प्रेम जिससे हो उसी से विवाह भी हो,ऐसा ना हुआ तो जीवन एक घुटन में बीत जाएगा,मन सदैव प्रेम खोजेगा पर जो साथ है उससे प्रेम होगा नही,और आप अपने जीवनसाथी का भी जीवन आपकी तरह कर देंगे,ऐसे में विवाह न करें,अकेलेपन में घुटन रहेगी पर किसी अन्य का जीवन खराब नहीं होगा आपके कारण...!
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@nirarthak_
निरर्थक
10 months
मेरे लिए अकेलापन एक वरदान के समान है और यही मुझे सबसे अलग बनाता है...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
जब आप किसी से लगातार कई दिनों,महीनों तक बात करते हैं तो वो आपका परिवार बन जाता है फिर चाहे वो दोस्त हो,दोस्त से बढ़कर हो या कोई अजनबी,आप मानो या न मानो लेकिन परिवार के लोग कभी भुलाए नहीं जा सकते,भावनात्मक रूप से आप जुड़े ही रहेंगे चाहे वो हमें हमेशा के लिए छोड़कर चले जायें तब भी!
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360
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
मुझे किसी से नफरत नहीं और ना कोई शिकायत है,यहां तक कि किसी से प्रेम भी नहीं है इसलिए नहीं कि कोई आध्यात्मिक शक्ति मेरे हाथ लग है बल्कि इसलिए कि अब शिकायतों,नफरतों और प्रेम का कोई महत्व नही बचा मेरे जीवन मे...!
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358
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
उम्र बढ़ने के साथ साथ एक बात समझ आ रही है की ज्ञान इतना बड़ा है नहीं जितना बड़ा लोग इसको समझते है, ज्ञान का होना बड़ी बात नहीं है और ज्ञान की अधिकता भी आवश्यक नहीं,कर्म का होना आवश्यक है ज्ञान कम हो परंतु कर्म सही हो तो सब सही है....!
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@nirarthak_
निरर्थक
10 months
कुछ फोन नंबर आजतक इसलिए नही बदले गए क्योंकि वो सदा किसी अपने के फोन के इंतजार में ही रहे...!
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358
@nirarthak_
निरर्थक
7 months
वो लड़का तुम्हारे लिये सालों साल रोता है,ऐसा नहीं हेै कि उसे तुमसे हमेशा प्यार रहेगा,दरअसल मसअला ये है कि अब वो तुम्हारे जैसा प्यार किसी से नहीं कर पायेगा...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
सब ठीक हो जाएगा भगवान पे भरोसा रखो ये इस दुनिया का सबसे सकारात्मक झूठ है....!
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344
@nirarthak_
निरर्थक
27 days
किसी का सब्र इतना भी मत आज़माओ कि,वो अपना आपा ही खो दे,हर चीज़ एक हद तक ही सहन की जाती है,फिर चाहे वो ग़लती हो या ग़लतफ़हमी...!
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@nirarthak_
निरर्थक
6 months
मेरे अपने सारे नाराज़ है मेरे व्यवहार से परंतु मेरी मनोदशा से कोई परिचित नहीं है...!
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339
@nirarthak_
निरर्थक
7 months
देखना एक दिन मै भगवान तक चला जाऊंगा अपनी समस्त समस्याओं को टांग कर और पूछूंगा आखिर,मै ही क्यों...!
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340
@nirarthak_
निरर्थक
3 months
कुछ रिश्तों की शरुवात बेहद मजबूत होती है जिससे हमे यकीन होता है कि हम कभी अलग नहीं होंगे,लेकिन अचानक उन रिश्तों का अंत इतना बुरा हो जाता है कि हम सोचते हैं कि हम अब शायद ही कभी फिर मुलाकात होगी....!
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338
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
पुरुष प्रेम में तब टूटता है जब वह स्वयं के आत्मसम्मान, पुरुषार्थ,गौरव, प्रतिष्ठा को खोकर भी किसी स्त्री के प्रेम के योग्य नहीं बन पाता...!
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@nirarthak_
निरर्थक
6 months
कभी-कभी बातो को छोड़ देना बेहतर होता है,लोग अगर छोड़ जाते है तो जाने दो,बुरा मानते है तो मानने दो, स्पष्टीकरण मत दो,और जवाबों का पीछा मत करो यहा तक कि लोगों से भी ये उम्मीद न करो कि वो आपको समझे बस टिके रहो,बने रहो, तुम्हारा होना ही बहुत है...!
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333
@nirarthak_
निरर्थक
10 months
मैंने जीवन के झमेले को बहुत क़रीब से देखा है,और जितना करीब से देखा है,उससे यह अनुभव हुआ कि जो है बस उसे जी लो,ये आजकल के फेर में मत पड़ो...!
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@nirarthak_
निरर्थक
8 months
सब शांति से स्वीकार लेने में बहुत सुकून है, चाहे वो उदासी ही क्यूँ ना हो..!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 month
इंसान अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए प्रेम करता है और एक निश्चित अवधि के पश्चात् प्रेम उसे उस मोड़ पर लाकर छोड़ देता है,जहां से उसके जीवन में कभी खत्म न होने वाला अकेलापन पुनः आ जाता है...!
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101
330
@nirarthak_
निरर्थक
7 months
आज उसका जन्मदिन है,ऐसा नही है कि मेरे पास उसे बधाई देने के लिए उसका कांटेक्ट नम्बर नही हैं या कोई जरिया नही है,मेरे पास सबकुछ है सिवाय इस हक के की मैं उसे बधाई दे सकू,रात से ही मेरे जेहन में है कि यह दिन उसके खुशियों का दिन है1/2
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319
@nirarthak_
निरर्थक
2 years
मुझे जबरदस्ती के रिश्ते निभाने नही आते,और न ही किसी को पकड़कर रख सकता हूँ रिश्ते निभाने के लिए,मेरे सहभाव में कभी नही रहा है कि कोई जिंदगी से दूर जाता हुआ दिखाई दे, तो उसे बीते दिनों की याद दिला कर रोकने का प्रयत्न करूँ, 1/2
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326
@nirarthak_
निरर्थक
11 months
बदलते वक्त के साथ हमें वो चीजें भी छोड़नी पड़ती है जो एकवक्त पर हमारे लिए सबसे अजीज थी, वो साथ भी,जिसे हमने कभी अपने जीवन का सबसे खूबसूरत क्षण बना सिर्फ उसका हो जाना चुन लिया होता है...!
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@nirarthak_
निरर्थक
2 months
मैं किसी से नफरत नही करता बस थोड़ी परवाह कम करता हु,ताकी वो मेरे साथ थोड़ा अनकम्फर्टेबल महसूस करे मुझे अकड़ू समझे नजदीकियां बढने से लोग आप से अपेक्षा रखनेे लगते है और फिर अपनापन कुछ देर बाद बोझिल लगने लगता है,नजदीकियां न होने से दूरियां होने की सम्भवनाये नही रहती....!
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321
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
मेरे अंदर सिर्फ खालीपन है,मैं हमेशा भटकता रहता हूं,मैंने कभी कोशिश नही की अपनी बातें किसी को बताने की और किसी ने कोशिश नही की मेरे अंदर झांकने की,खैर!...होतें है कुछ लोग जिन्हें ये दुनिया बेरंग सी लगती है और इस वजह से वो खोजते है स्वयं के लिए अकेलापन...!
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317
@nirarthak_
निरर्थक
7 months
और फिर आप किनारे कर दिए जाएंगे जब उनके हाथ में होगा बेहतर भविष्य का फैसला,आप याद किए जाएंगे सबसे बड़ी गलती की तरह...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
कुछ परिस्थितियां ऐसी होती है जिन्हें समझा नही जा सकता और जब हम इन स्थितियां मे जकड़ जाते है तो हम फिर चुप हो जाते है हमारी चीख हमारे गले में ही दब के रह जाती है,खैर!...ये हालत हमारी इसलिए है कि हमने भ्रम पाला हुआ है कि हम एक रोज उबर ही जाएंगे इन सभी पीड़ाओ से...!
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319
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
एक वक्त के बाद रोना धोना सब ढोंग लगने लगता है,हम अपने दर्द को किसी से नही कहते,क्योंकि हमें एहसास हो जाता है,की तितली के पंख पे उभरे हुए दृश्य भले ही किसी घाव के हो,लोग मज़े ही लेंगे पकड़ के,तो हम ख़ामोश होकर करने लगते है इंतजार अपने ईश्वर का,1/2
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
हमे लगता है कि उम्र ज्यादा होने पर लोगो में मैच्योरिटी आ जाती है पर सच तो ये है कि लोग बड़े होने के साथ अवसादग्रस्त,दुःखी और नेगेटिव होते चले जाते हैं...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
प्रकृति ने सिर्फ दो ही विकल्प दिए हैं या तो देकर जाऐं या फिर छोड़कर जाऐं साथ ले जाने की कोई व्यवस्था नही है...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
मेरे साथ जब कोई बुरा करता है, तो मैं शांत रहकर उसको चुपचाप सह लेता हूँ, मै जानता हूँ,अपने भीतर की कमजोरी को मुझे लड़ना बिलकुल भी पसंद नहीं है,मैं जानता हूँ मुझे नष्ट हो जाना है एक दिन,इसीलिए सोचता हूँ क्यों लड़ना झगड़ना, खैर!...मुझे दिखाने की जरूरत नही की मैं बलवान हूँ....!
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@nirarthak_
निरर्थक
9 months
एक वक्त के बाद हम बेहतर बनने की चाह छोड़ देते है,क्योंकि हमारा इस बनावटी दुनिया से मोह नहीं रह जाता हम थक चुके होते है प्रयत्न करते करते अतीत में निभाए गए कई रिश्तों से और उनसे मिले निराशजनक परिणाओं से इसलिए अब अपनी ही विचित्र सी धुन में मग्न रहने लगते है,अंत का इंतजार करते हुए.!
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@nirarthak_
निरर्थक
9 months
सबके पास प्रेम की लंबी कहानियां होगी मेरे पास एक उदास कहानी है जिसका अंत कभी नही होता...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
मैंने उसे ह्रदय मे सबसे उच्च स्थान पर रखा था और उसको मानता भी बहुत था पर उसने चुना सिर्फ इस मायावी मतलबी दुनिया को,खैर!...उसे अंजान रहने दो इस बात से की उसने क्या खोया है वक्त जरूर भरपाई करेगा उसके गुनाहों की...!
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@nirarthak_
निरर्थक
3 months
जिन बातों को लेकर हम जिंदगी का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा गवां देते है,जिन बातों से अवसाद में चले जाते है एक वक्त के बाद जिंदगी उन बातों को नजरअंदाज करके जीना सीखा देती है,अच्छे और बुरे जैसा कुछ नही होता बस कभी हम बेहद कमज़ोर होते हैं तो कभी मजबूती से सबकुछ स्वीकार कर लेते है...!
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306
@nirarthak_
निरर्थक
2 years
जो लोग सोचते है की जीवन में एक दिन सब कुछ ठीक होगा, तब वो खुश रहेंगे, मुझे लगता है कि ये उनका भ्रम है, ऐसा कुछ नहीं होने वाला हम जो सब कुछ ठीक होनें की तलाश में चौबीसों घण्टे लगें हैं, वो कभी ठीक नहीं होनें वाला है, एक समस्या ठीक होगी तो दूसरी समस्या सामने खड़ी होगी....!
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@nirarthak_
निरर्थक
18 days
मैं जो पहले था वह आज नही हूं और जो आज हूं भविष्य में नही रहूंगा जो पहले साथ थे आज नही है जो आज है भविष्य में नही रहेंगे मेरे जैसा मैं ही नही रहा तो कोई मेरे साथ हमेशा कैसे ही रह सकेगा...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
कभी अपने लिए फैसले पर अफसोस नही करना चाहिए क्योंकि एक वक्त था जब आप वही करना चाहते थे...!
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@nirarthak_
निरर्थक
2 months
रात का वक्त है,मौसम में उमस है और सभी अपने घरों की ओर लौट रहे हैं, मेरा ख्याल है कि एक उम्र के बाद हम बहुत चुनिंदा बन जाते हैं,किसी का प्रेम पाने बजाय हम अपने आत्मसम्मान एवं सुकून को प्रथमिकता देने लगते हैं,कोई हमें आहत न कर पाए इसलिए हम एकांत चुनते हैं...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
किसी से रिश्ता जोड़ना आसान है पर जब टूटने लगे तब मुश्किल होती है,उस वक्त समझ नहीं आता पकड़े रखें या जाने दें, क्योंकि होता क्या है जब जाने देने का सोचते है तो पुराना वक्त याद आता है, और आदत भी पड़ चुकी होती है,और जब पकड़े रखने की कोशिश करते है, 1/2
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300
@nirarthak_
निरर्थक
7 months
एक तरफा प्रेम हमेशा जीवित रहता है,चाहे वो किसी कल्पना के रूप में किसी शब्दो मे या अंतर मन मे हमेशा जीवित रहता है...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
कुछ घटनाये जीवन मे ऐसी होती है जो आपके मन को इतना विचलित कर देती है की जिससे आपका जीवन वही रुका रह जाता है....!
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@nirarthak_
निरर्थक
10 months
बहुत बार भावनाओ को आहत होते देख चुका हूँ, अब कोई भवनाये पनपती ही नही...!
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293
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
मैं सबकी भावनाएं समझता हूँ, इसीलिए कभी किसी को बुरा नहीं समझता, कुल मिलाकर मेरी नजर में हमेशा मैं ही बुरा हूँ, क्योंकि अंतिम में मुझे मैं ही गलत लगता हूँ...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
एक अनजान इंसान आपका सबसे बड़ा प्रशंसक हो सकता है,पर आपका सबसे बड़ा आलोचक,कोई आपको जानने वाला ही होगा....!
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@nirarthak_
निरर्थक
4 months
पता है एकदिन हम दोनों ही नही रहंगे,लेकिन ऐसा नहीं होगा की एक साथ ही हम दोनों ना रहे किसी ना किसी के हिस्से में जरूर आएगा किसी एक की मौत देखते हुए उम्र भर इंतजार करना....!
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287
@nirarthak_
निरर्थक
2 months
मेरे साथ जब कोई बुरा करता है,तो मैं शांत रहकर उसको चुपचाप सह लेता हूँ,मै जानता हूँ अपने भीतर की कमजोरी को मुझे लड़ना बिलकुल भी पसंद नहीं है,मैं जानता हूँ मुझे नष्ट हो जाना है एक दिन,इसीलिए सोचता हूँ क्यों लड़ना झगड़ना...!
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80
288
@nirarthak_
निरर्थक
10 months
आधी रात तक फोन में गाने चला कर एक तरफ रख देना फिर दूसरी तरफ अँधेरे को देखते हुए सोचना ज़िन्दगी के बारे में,अपने बारे में,परिवार के बारे में,रिश्तों के बारे में,उसके बारे में या अतीत के बारे में और गुजर रहे वक़्त के बारे में कितना अजीब है सब,चलता ही जा रहा है अनवरत बिना किसी विराम
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86
287
@nirarthak_
निरर्थक
2 years
मेरी बारे मैं बताऊँ तो,मेरी उम्र 29 साल है इस छोटी उम्र में करीब-करीब जीवन के हर उतार चढ़ाव को देख चुका हूं और अभी बहुत कुछ देखना बाकी है, मैं उम्मीदों पर जीने वाला इंसान हूँ जो हर वक्त निराशाओं,अपमान,अलगाव, अकेलेपन, बेबसी और गलत प्रेरणाओं से लड़ता रहता है,1/2
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278
@nirarthak_
निरर्थक
3 months
मत करो इतना प्रेम मुझसे,तुम गंगा बनने के बाद भी तड़पती रह जाओगी,मै अस्सी का प्रेम नही,अनंत काल के लिये श्रापित मणिकर्णिका हूँ तपना,धधकते रहना,जलते रहना ही मेरी नियती है...!
4
87
285
@nirarthak_
निरर्थक
7 months
नए साल से थोड़ा अपने आप को बदलिए, थोड़ा अपने लिए, थोड़ा अपने आसपास वालो के लिए, थोड़ा उनके लिए जिन्हे आपसे उम्���ीदे है,थोड़ा उनके लिए जिन पर आप निर्भर है बहुत ज़्यादा नही बस थोड़ा बहुत बाकी बीते साल का बहुत शुक्रिया,खैर!...आने वाले साल मे खूब सारी शराब और खूब सारा सुकून बरसे....!
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90
286
@nirarthak_
निरर्थक
6 months
कुछ फैसलें हमें अपनें खिलाफ भी ले लेंने चाहिए ताकि किसी दूसरे को तो खुशी मिले...!
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58
283
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
ये जरूरी नहीं कि आपको चुना गया,इसलिए कि बेहतर विकल्प मौजूद नही थे हो सकता है,चुनने वाले के पास आपको चुनने के सिवा कोई विकल्प ही न रहा हो...!
3
64
278
@nirarthak_
निरर्थक
3 months
लगभग 32 साल उम्र होने को है,इसमें से कई वर्ष चिंता और ओवरथींकिंग में ही गुज़र गए,समय का कोई अता पता नहीं चला,खैर!... मेहनत जारी है और मुकाम दूर कभी-कभी तो लगता है सबकुछ छोड़ कर कहीं दूर भाग जाऊं पंरतु खुद से भागना भी तो नामुमकिन है...!
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65
278
@nirarthak_
निरर्थक
9 months
इतनी कमी भी नहीं मुझमें, की तुम्हारा मुझ पर अंश मात्र भी मोह नहीं...!
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57
280
@nirarthak_
निरर्थक
7 months
मृत हो चुके रिश्ते में कोई एक पक्ष ऐसा जरूर होता है जिसकी उम्मीद नहीं टूटती,वो यादों के वेंटिलेटर पर अपनी जिंदगी की किश्तों को भरकर कोशिश में जुटा रहता है कि बस एक बार ये मुर्दा फिर से उठ खड़ा हो....!
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89
274
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
सबसे ज्यादा मुझे मेरी कल्पनाओं ने धोखा दिया,क्योंकि मैंने कल्पनायें ही वो की जो जिनका सच होना कभी सम्भव नही था....!
3
76
279
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
भावनाओं और सम्वेदनाओं की भी अपनी ही एक जटिल दुनिया है एक ही इंसान पे कभी गुस्सा आता है तो कभी दया आती है....!
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66
269
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
कभी-कभी भावों को लिखने के लिए ये शब्द कितने छोटे पड़ जाते हैं,बहुत कुछ लिखकर भी ऐसा लगता हैं जैसे जो लिखना था वो तो लिखा ही नहीं...!
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70
270
@nirarthak_
निरर्थक
1 year
समझदार होने से ज्यादा सही है पागल होना क्योंकि पागलपन में सुख दुःख का कोई भेद नहीं होता,औसत बुद्धि वाला भी सामान्यतः कम परेशान रहता है क्योंकि उसे छोटी मोटी बातें कभी प्रभावित नहीं करती,वहीं समझदारी तमाम दुखों की पेटी है, ये जीवन को आसान तो कभी नहीं होने देती....!
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85
269
@nirarthak_
निरर्थक
1 month
उस स्त्री के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ाव मृत्यु के समान है,जिसके साथ आपका कोई भविष्य नहीं,वो चाहेगी जुड़े रहना क्युकी उसको अच्छा लगता है,एक समय बाद जब उसको कोई मिल जाएगा जिसमें वो अपना भविष्य देखेगी, तो जीवन आपका नर्क बनेगा उसका नहीं...!
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@nirarthak_
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1 year
दरअसल उदासी में जीने वाला व्यक्ति कभी तय नहीं कर पाता कि आखिर उसे करना क्या है, किन चीजों को सहेज कर रखना है,किन चीजों को जाने देना है और अक्सर इन्हीं द्वंदों के बीच उलझकर रह जाता है और अपना सारा कुछ खोते चला जाता है,अपने करीबियों को,अपने आप को...!
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@nirarthak_
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1 year
सच पूछिए तो कोई भी किसी भी रिश्ते में खुश नही है,सभी बस ढो रहे एक दूसरे को क्योंकि सब बंधे हुए है...!
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@nirarthak_
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2 years
मैं किसी से नफरत नही करता ना ही शिकायत करता हू, यहां तक की अब किसी से प्रेम भी नहीं है,इसलिए नहीं कि कोई आध्यात्मिक शक्ति मेरे हाथ लग गई है, बल्कि इसलिए कि अब शिकायतों, नफरतों और प्रेम का कोई महत्व नही बचा मेरे जीवन में....!
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@nirarthak_
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4 months
मेरे हृदय में जिनके लिए सम्मान है उसके विषय में यदि आप मजाक में भी अमर्यादित टिप्पणी करेंगे तो फर्क नहीं पड़ता आपके मेरे सम्बंध कैसे है मैं आपसे दूरी बना लूँगा वो भी बिना आपसे कहे...!
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@nirarthak_
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23 days
जो अधिक मुस्कुराता है,वास्तव में वह अपनी परेशानियों को छिपाने के लिए एक कोशिश कर रहा होता है ताकि उन मुस्कान के पीछे हर समस्या छिपा ले,परन्तु प्रश्न है कि छिपाना क्यूँ?उन भाव को दिखा क्यों नही सकते? शायद इसीलिए कोई समझ नही पाता भीतर के उथल पुथल से भरी सोच की तरंगों को...!
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@nirarthak_
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6 months
कोई भी चीज पसंदीदा तब तक ही है जब तक जरूरत से बेहद कम मिल रही हो, अधिक मिलने पर मन हर एक बात हर एक चीज से उब जाता है, इक उम्र के बाद हर चीज़ ठीक ठाक ही लगती, पसंद कोई भी मायने नही रहती....!
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@nirarthak_
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4 months
सबसे ज्यादा खतरनाक होता है उस अवस्था तक पहुंचना जहां हम सिर्फ अपनी व्यथाओं को सिवाय ईश्वर के किसी और के साथ साझा नहीं कर सकते...!
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@nirarthak_
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1 year
कई साल एक ही जगह पर एक ही चीज को सोचते हुए गुजार दिए,बहुत समय लग जाता है इस बात का एहसास होने में कि चीजें अब वैसी नहीं हो सकती जैसा होना चाहिए थी,हम सोचते सोचते एक वक्त बाद उस अवस्था में पहुँच जाते है जब स्वयं से ही घिन्न आने लगती है....!
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@nirarthak_
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1 year
जीवन में एक वक्त ऐसा भी आता है, जब आप मे बहस करने की क्षमता तो रहती है लेकिन आप लोगो से दूर रहना चाहते हैं, आप किसी से अपना दुःख नही बाटना चाहते और आप फिर एकांत की शरण लेते हैं जहाँ आप अकेले रहकर भी अकेले नही रहते...!
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@nirarthak_
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7 months
जो इंसान मुझे कभी भी याद नहीं करता मैं उसे हर रोज याद करता हूँ,उसके लिए मरा जाता हूँ जिसको मेरे होने या न होने से कोई फर्क नहीं कभी कभी मुझे खुद की मूर्खता पर ही हंसी आती है कितना बड़ा चूतिया हूँ मैं जो उस इंसान पर ठहरा पड़ा हूँ जो कबका मुझे छोड़कर आगे बढ़ चुका है...!
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@nirarthak_
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1 year
जिंदगी फटे पुराने जूतों की तरह ठुकराई हुई पड़ी है, हम इसे पहनते भी नहीं और फैंकते भी नहीं, जाने किसलिए.. जैसे मैं लिखता रहता हूँ ये बेवजह की बातें, जिसे कोई पढ़ता भी नही और समझता भी नही...!
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@nirarthak_
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4 months
हम अकेलेपन को दूर करने के लिए किसी की तलाश करते है और एक निश्चित अवधि के पश्चात् वो शख्स हमे उस मोड़ पर लाकर छोड़ देता है,जहां से जीवन में कभी खत्म न होने वाला अकेलापन पुनः आ जाता है...!
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@nirarthak_
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1 year
आजकल दिनचर्या बिल्कुल बदल सी गई है किसी से भी अधिक बात करने या यूं ही बेमतलब बोलने का भी मन नही करता बाकि मानसिक अवस्था भी अति जीर्ण हुई जा रही है तो दूसरी तरफ अपनी ही विवशता पर कभी-कभी दया आती है....!
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@nirarthak_
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3 months
कितने ही लड़के होंगे जिन्हें प्यार जैसा कुछ हुआ ही नही होंगा,या पलट के देखने का मौका ही नही मिला होगा,एक उम्र के बाद उन्हें परिवारिक जिम्मेदारियों की चादर में लपेट दिया गया होगा जहां वो जिंदगी नामक सिगरेट से खुशी-खुशी आखरी दमतक जिम्मेदारियों के कड़वे कस का लुफ्त लेते रहते होंगे.!
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@nirarthak_
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1 year
मैं किसी से नफरत नही करता बस औरो के मुकाबले थोड़ी परवाह कम करता हु,ताकी लोग मेरे साथ थोड़ा असुविधाजनक महसूस करे मुझे सनकी समझे,नजदीकियां बढने से लोग आपसे अपेक्षा रखनेे लगते है और फिर ये अपनापन कुछ देर बाद बोझ लगने लगता है,1/2
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@nirarthak_
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7 months
धीरे-धीरे हम अपना सबकुछ हारते चले गए,क्योंकि कही सुना था प्रेम में सबकुछ हारना पड़ता हैं और देखो जिसके लिए सबकुछ हार रहा था कभी उसे भी जीत नही पाया,प्रेम में सबकुछ हारने के बाद भी प्रेम मिल जाये ये जरूरी तो नहीं...!
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@nirarthak_
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7 months
ख़ुद का रहस्य ख़ुद के पास ही दफ़न हो जाएं तो बेहतर...!
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@nirarthak_
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8 months
कभी-कभी लगता है कि पता नही कब, किसी से की गई कोई मुलाकात आखरी साबित हो जाये, अलविदा कहना भी नसीब हो या नहीं, तब विचार आता है कि किसी दिन मेरी मौत हो जाये,तो किसे मालूम चलेगा? कैसे मालूम चलेगा मैं यहाँ महज एक अकाउंट ही तो हु,किसे क्या परवाह की कोई कब तक रहा या कब चला गया? 1/2
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
जब हमे ऐसे किसी शख्स से प्रेम हो जाये जिसका पहला प्रेम हम नहीं कोई और हो, तो इस हालात में हम उसके साथ रहें तो भी पीड़ा और न रहे तो भी पीड़ा ही मिलती है....!
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@nirarthak_
निरर्थक
5 months
दरअसल उदासी में जीने वाला व्यक्ति कभी तय नहीं कर पाता कि आखिर उसे करना क्या है, किन चीजों को सहेज कर रखना है,किन चीजों को जाने देना है और अक्सर इन्हीं द्वंदों के बीच उलझकर रह जाता है और अपना सारा कुछ खोते चला जाता है,अपने करीबियों को,अपने आप को...!
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@nirarthak_
निरर्थक
1 year
कभी-कभी जीवन मे ऐसी घटनाएं घट जाती है,जब घर,परिवार,समाज सारे आडम्बरों के अस्तित्व से बग़ावत कर सिर्फ और सिर्फ जानवर बन जाने का मन करता है...!
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