Sometimes atheist, sometimes not, I know nothing about life after death but strongly believe that nobody knows also. एक और बात, follow करने पर देर सबेर 100% fol
@AdvocateDhera
सत्ता बदलते ही सबसे बुरी गत आजकी सत्ता की होगी, क्योंकि ये गत बनाएगी उनकी बनाई आज की गोदी मीडिया ही, कारण गोदी मीडिया को तो सरकार के गोद में बैठने की आदत पड़ चुकी है, फिर वो चाहे जिसकी सरकार हो।
@RifatJawaid
सैनिक होना कोई पैमाना है क्या देश चलाने का. सेना बोर्डर सभाल सकती है देश संभालेगी तो हिन्दुस्तान पाकिस्तान बन जाएगा. हम मोदी विरोधी है इसका मतलब ये नहीं कि मूर्खो की तरह बातें करे अगर वाकई मोदी को चैलेंज करना था तो अखिलेश माया कांग्रेस को मिलकर किसी मजबूत को खड़ा करना था
@AchalMehra3
@AbhisarFanclub
@RoflGandhi_
कैसी बाते कर रहे हैं भाई साब. ४० साल पहले ना तो सोशल मिडिया था और ना ही आज की जागरूकता वर्ना काश्मीरी हिन्दूओं पर भी ऐसी ही आवाज उठती अब निर्भया के समय आप कहाँ थे उस समय भी कहना था 'क्या पहले रेप नहीं हुए तब कहाँ थे ?' हर समय में अलग लोग और अलग नेता होते हैं
@devjaat424532
@RebornManish
गांधी को गाली देने के लिए बहाना क्यूं ढूंढते हो ? गोली तो मार ही दी अब मारने के बाद गाली भी देंगे तो क्या फर्क पड़ना हैं। बाकी कितना भी कर लो गांधी ने देश के लिए कुछ ना किया होता तो गोली मारने वालो के पक्ष वालो को भी गांधी के आगे दिखावे के लिए झुकना नहीं पड़ता
@iJagdishSolanki
मुर्ख बना रहे हैं मणिपुर को नकार तो नहीं सकते इसलिए बोल रहे हैं ताकि बाद में नफरत काएजेंडा चलाते वक़्त कहे कि हम तो आपके साथ थे आप हमारे साथ नहीं, game बड़ा है भावुक ना बनो हृदय परिवर्तन उनका होता है जिनके पास हृदय हो
@omthanvi
@rahuldev2
चीते ने कहा घास का रंग हरा होता है,गदहे ने कहा नीला होता है, राजा शेर ने चीते और गदहे की बहस में गदहे को जीता दिया, चीते ने शेर से कारण पूछा, शेर ने कहा तुम तो तभी हार गए थे, जब ये जानते हुए कि वो गधा है फिर भी उस से बहस कर रहे थे.
@prena_
गंदे लोगो पर कीचड़ उछालते उछालते कीचड़ उछालने की लत लग गयी है अब अपनों पर भी उछालने लगे हैं.वैचारिक मतभेद को सम्मानजनक तरीके से भी सुलझाया जा सकता था खुद को ही नीचे गिराने पर तुले हैं
@bjayesh9
केजरीवाल ने ठेका ही नहीं लिया चन्दा भी लिया, उसके लिए दोस्तों और रिश्तेदारों से बहस की अपनी बेइज्जती सुनी. हमने भी कुछ नहीं किया ये नहीं कह सकते और अगर अरविन्द ने उम्मीद जगाई तो उसका दायित्व बनता है बाक़ी जस्टिफाई तो सावरकर को भी किया जाता है
@RebornManish
कांग्रेस के समर्थको ने कांग्रेस के कथित घोटालों के खिलाफ आवाज उठाने वालों का भी साथ दिया था, उनके लिए हमेशा देश पहले था। लेकिन दुःख की बात है कि अंधभक्त कांग्रेस की प्रति अपनी नफरत के चलते बीजेपी के गलत कामों को भी डिफेंड करते नजर आते है
@naveenjaihind
एक तरह से मोदीजी अच्छा ही कर रहे हैं, विपक्ष के सारे भ्रष्ट नेताओं को बीजेपी में शामिल करके विपक्ष को साफ़ सुथरा कर देंगे. और क्या चाहिए
@prena_
योगेन्द्र प्रशांत कुमार अगर ये सारे सत्ता के लालची थे तो ऐसी सत्ता इनको ही देकर त्याग ही कर देते. इनको लालची साबित करने से गद्दार साबित करने से छींटे तो खुद पर भी पड़े है
@waglenikhil
You and so called hindutwwadis are two faces of same coin. You both judge the people by their religion and always trying to protect culprits in the name of religion
@NadeemRamAli
@upadhyayabhii
मजे की बात यह है कट्टरपंथी अपने धर्म के सेकुलरो से नफरत करते हैं और दूसरे धर्म के सेकुलर उनको प्रिय होते हैं और अपने लोगों को कट्टर वाद की प्रेरणा देने के लिए वो दूसरे धर्म के कट्टरवादियों का उदाहरण देते हैं. मतलब उनके दुश्मन धर्म के कट्टरवादी ही उनके आदर्श होते हैं
@ErVimalVerma
@RebornManish
@SYadavJALAUN
बचपन मे वेदप्रकाश शर्मा के विजय विकास सीरीज के नोवेल काफी पढ़े थे, आपको पढ़कर विजय का चरित्र याद आ जाता है, काफी समानता लगती है. भीतर से काफी संजीदा लेकिन बाहर से मजाकिया और सड़कछाप हरकते करना
@waglenikhil
You people are shame for we, the real seculars. Without knowing the facts you always judge by religion and becz of your interpretation so called hindutwwadi got the chance to malign we the real secularists,
@voxscientisti
@devjaat424532
@RebornManish
Nice reply। इनको गांधी को नीचा दिखाने के लिए बहाने चाहिए पर कद इतना बड़ा है कि छोटा होता ही नही, सोचा था गोली मार देंगे तो स्टोरी खत्म हो जाएगी पर दिलो में राज करने वाला गोली से कैसे खत्म हो सकता है
@INCBANSAL
राहुल गाँधी ने मोदी पर जिस नफरत और हिंसा का आरोप लगा रहे थे, वो ��ेश की जनता को लेकर भाजपा के रुख को लेकर था और बदले मे क्या मोदी ने उस आरोप को नकारा? नहीं, बल्कि वो सिर्फ सड़कछाप लोगों की तरह राहुल की खिल्ली उड़ा रहे थे. शर्मनाक
@RebornManish
@iamVivekCShukla
अंग्रेजो ने कांग्रेस खुद के फायदे के लिए बनाई लेकिन उसी कांग्रेस ने अंग्रेजो को इस देश से निकाल दिया, चिंता ना करे, यही हाल इनके आजके भक्त कल इनका करेंगे। विपक्ष को मिटा देंगे तो इनके भक्त ही इनकी कब्र खोद देंगे आने वाले समय में।
@iAroraDeepak
@ArvindKejriwal
पार्टियां जो एम एल ए एम पी खरीदने मे, अपनी पार्टी के करोडो के ऑफिस बनाने मे, चुनाव प्रचार मे करोडो अरबो खर्च करती है, उसको बचाने की बात तो दिमाग मे आती नही, चुनाव का खर्च उनके आगे बहुत सामान्य है भाई साब
@Gopal_Italia
भ्रस्टाचार रोकने की ताकत सरकार के पास है और आज जब इसके लिए कोई आवाज उठती है तो जनता का ही एक वर्ग कट्टर हिंदुत्वा के नाम पर सरकार के साथ खड़ा हो जाता है तो अगर जनता ही मुद्दे पर एक साथ ना हो तो मुद्दा whataboutry मे फंसकर दम तोड़ देता है
@prena_
कार्यकर्ताओं के मुद्दों को तभी उठाया जाता है जब खुद पर आती है चाहे वो योगेन्द्र प्रशांत हो या फिर कुमार. वर्ना तब कुमार कहाँ थे जब योगेन्द्र प्रशांत को निकाला था सोचने की बात है
@prena_
कुमार कभी दिल्ली की 'आप' सरकार के काम पर एक भी ट्वीट नहीं करते, लेकिन कार्यकर्ताओं की दुखती रग पर हाथ रखकर अपनी राजनीति क्यूँ कर रहे हैं ? अब राजस्थान का प्रभार लिया है तो पहले वहां खुद को साबित करें. खाली पार्ट��� पर सवाल करने से क्या मिलेगा ?
@naushad2021
@AdvocateDhera
सही है, झगडा लुटेरो के बीच का है और जनता उस लूट का जरिया मात्र है, जनता खुद किसी ना किसी का झंडा थामे खड़ी है तो कोई क्यूँ ना लूटे
Rahul Gandhi contesting from Raebareli is a masterstroke for several reasons ⚡
Do you know why?
- Rahul Gandhi contesting from Amethi would've made it look like a personal grudge to settle.
But now him sending his representative KL Sharma to contest from Amethi sends a clear
@prena_
राहुल गांधी उतने पप्पू है नहीं जितने प्रचारित किये जा रहे हैं, ये आर एस एस का प्रचार मोडल है इन्होने गांधी को बदनाम करने के लिए क्या क्या झूठ नहीं फैलाए. जैसे बेतुके बयान राहुल कभी कभी देते है उससे कहीं ज्यादा तो चौकीदार खुद देते हैं
@pandit_jag
देखिये ये लोगो का मकसद यही है कि हमारे प्रोफाइल पर अधिक से अधिक रिप्लाई आये, रीट्वीट आये,चाहे वो आप गाली ही क्यू ना दे, ये एक कारण हुआ और दूसरा जातिवादी लोगो का कुछ नहीं हो सकता,ये बिमारी शायद ही इंडिया से जाए,तो ऐसे लोगो को जवाब दें कर उनको प्रमोट ना करें.
बाकी आप खुद समझदार हैं
@BooraJat98
@RebornManish
@devjaat424532
आजादी की लड़ाई अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई थी, सब अपने अपने तरीके से लड़ रहे थे, कोई एक दूजे के लिए या एक दूजे के खिलाफ नही लड़ रहे थे, जिसने जो रास्ता चुना वो उसका अंजाम जानता था, जब भगत सिंह को गांधी से इस बात की शिकायत नहीं तो संघियो के पेट में इतनी मरोड़ क्यूं?
@Julia_Okoli
Followed all reposter till limit reached Please follow back
@lails104
otherwise I will unfollow very soon, rest follow and get 100℅follow back
@sgekar
@kaulvicky
@sidmtweets
@rohini_sgh
Every indian pays more than 50% tax through indirect taxes. whatever you buy is tax paid. By the way whatever we pay tax is our hard earned money but whatever loans whether to corporate or others written off are not their money. so if I don't pay tax on my income it was my money
@SonuSood
याद रखें कि देशभक्ति वही है जो आपको चाहिए। क्योंकि यदि आपका देश सुरक्षित नहीं है, तो आप भी सुरक्षित नहीं हैं। हमें और किसी विज्ञापन की जरूरत नहीं है. मानवता वास्तव में एक गुण है, और इसके लिए दायरे से बाहर सोच की आवश्यकता होती है। इसीलिए रवीन्द्रनाथ टैगोर ने देशभक्ति की तुलना कांच
@anamikaa_143
हमारा जैन धर्म तो कहता है दिखावा बिल्कुल नहीं करना चाहिए और मोदीजी showoff में मास्टर है, हमारा जैन धर्म नफरत और हिंसा के बिल्कुल खिलाफ है और इनकी तो राजनीति ही नफरत और हिंसा के बूते चलती है, पता नहीं अमित शाह कैसे जैन है
@bheekhu_mahatre
@AdvocateDhera
इस मुगालते में ना रहे,नेताओ की आपस मे सेटिंग रहती है, सत्ता बदलते ही करप्ट नेता सबसे पहले पार्टी बदलते है और सामने वाले भी फूलों का हार लिए स्वागत को खड़े रहते है, मरते सिर्फ निष्ठावान कार्यकर्ता ही हैं
@pandit_jag
इस सरकार ने हर वर्ग को आपस मे लड़ा रखा है, जनता के हर वर्ग को दूसरे वर्ग की नजरो मे बड़ी ही सफाई से मीडिया की सहायता से बेईमान बना दिया है, इसलिए कोई किसी की परेशानी नहीं समझता. पहले जनता एकजुट होकर नेताओ के corruption के खिलाफ आवाज उठाती थी, अब आपसी बहस मे उलझ कर रह जाती है
@prena_
@itsDipuva
भक्त चाहे आपके परिवार के हो या बाहर के, पढ़े लिखे हो या अनपढ़ .इनसे बहस करोगे तो दीवार में सिर मार लेने का मन करेगा . पता नहीं बीजेपी ने कौन सा तर्कशास्त्र इनके दिमाग में भर दिया है, समझ से बाहर है
यार ये अखिलेश यादव किस तरह के नेता हैं? इन���हें तो VVIP रहना भी नहीं आता।
यहां तो छोटे छोटे अधिकारी भी फुल टशन में रहते हैं, अगर वारिश नहीं आ रही है तो भी वो लोग धूप से बचने के लिए एक छाता पकड़ने वाला रखते ही हैं मगर
अखिलेश यादव तो देश के सबसे बड़े सूबे के CM रहे हैं मगर फिर