वर दे, वीणावादिनी वर दे!!
अन्ध तमस से लिप्त सांसों को
शब्द के प्रकाश से भर दे ...
वर दे, वीणावादिनी वर दे....
(अधुरी रचना, जल्द हि पुरी होगी)
(ध्रुव पंक्ति प्रसिद्ध प्रार्थना से ली है )
#अध्यात्मन्
जब तक आपकी दिनचर्या में #इदं_राष्ट्राय_इदं_न_मम सम्मिलित नहीं है तबतक आप न तो धार्मिक है न आध्यात्मिक न वेदमार्गानुगामि है।
वैदिक संस्कृति सदा #वयं_राष्ट्रे_जागृयाम_पुरोहिता: की पुरस्कर्ता रही है अतः #वेदघोष के साथ साथ #राष्ट्रघोष करते रहे🌹
आज मोरपिच्छ का #शगुन हुआ सपने में
झीणी झीणी रे मुरली बज रही है सपने में..
अधमींची आँखों का #शगुन
कानों तक तो पहुंचे
खम्मा मेरे शमणाओ!!
जरा जल्दी से आओ
आठों अंगे पहुंचो..
#शगुनवन्ती_आँखो !,
रोम रोम में उघडो...
मोरपिच्छ के सोगंद तुमें
#शगुन सच्चे कर दो..
#शायरांश
ततो युद्धाय युज्यस्व.....
वर्तमान वैश्विक परिपेक्ष में देखें
एक तरफ "असुषु रमन्ते " "यतो रत्नभूजा वयम्" है; तो
दूसरी तरफ "न त्वहं कामये राज्यं न सौख्यं न पुनर्भवम्। कामये दुःखतप्तानां प्राणिनामार्तिनाशनम्।। " है
यही है देवासुरसंग्राम।।
यहाँ तटस्थ कैसे रहोगे?
ततो युद्धाय युज्यस्व।
#कृष्ण 👉 य: कर्षति स कृष्ण: ।।
कृष्ण, इन्द्रियों का कर्षक
कृष्ण, कर्मों का कर्षक
कृष्ण, धर्मो का कर्षक
कृष्ण हि
हिंसा और अहिंसा दोनों का कर्षक
हा, इसलिए वो है रोमहर्षक
हा, इसलिए वो है आकर्षक।।
#अध्यात्मन् #शब्दनिधि
धा तिरकिट धा...
धा तिरकिट धा...
#हृदय के मृदंग पर पड़ रही है थाप राधे
मनवीणा के झंकृत तार बोल रहे राधे राधे..
#नौतम_रास का आरंभ हो
राधे #हृदय का #हृदय से
परिरंभ हो...
#नौतम_रास में
प्लावित #हृदय से
नीलगगन में #नव_सृष्टि का
आरंभ करें सखि री..
#हृदय_मृदंग पे धा तिरकिट...
#शायरांश
@bazmofficial
बांसुरी बजाती
घुम रही है गज़ल
#खुबसूरती की
#बज़्म सजा रही है गज़ल
गज़ल
मेरे शब्दों की मोहताज कब रही है?
देखिए ,
कितनी #खुबसूरती से
जगमगा रही है गज़ल!!
चाहता हूँ
कलम को तेरे जज्बात में
डुबो कर
मैं भी लिख दूं
#खुबसूरती की गज़ल...
और तूं गाती रहे
फाइलातून फाइलातून फाइलुन
#बज़्म
दुर्लभं त्रयमेवैतत् दैवानुग्रहहैतुकम्।
मनुष्यत्वं मुमुक्षुत्वं महापुरुषसंश्रय: ।। 1 ।।
दुर्लभं भारते जन्म: ।। 2।।
हम सौभाग्यशाली है कि हमें दोनों मिले हैं। भारत में जन्म और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री
@narendramodi_in
जी जैसे महापुरुष का संश्रय भी।
#शुभजन्मदिनम्_मोदीजी
#अध्यात्मन्
मौनं सर्वार्थ साधनम्।।
मेरा मौन हि है जो मुझे मुखरित हो कर अभिव्यक्त करता है।।
कलह, प्रेम, सम्मति, असम्मति, घृणा, लिप्सा, ...... सभी को अभिव्यंजित करने की क्षमता है मौन में।।
#अध्यात्मन्
हर एक पन्ना भीगा भीगा सा
हर एक पन्ना उसके नाम से ..
पलटते पलटते भीगता गया मैं
पलटते पलटते
मैं हि बारिश हो गया
खुद से हि छूटता गया मैं
और
पलटते पलटते ऐसा पलट गया
की उनकी
#इजाज़त की ऐसी तैसी कर के
लावारिस बन गया‼️
न किताब याद है
न खिताब याद है
अनलहक का नाद है
#बज़्म
@bazmofficial
कुछ बाकी रह गया क्या ❓
ये नया भारत है, गिड़गड़ाने के दिन अब नहीं है।
सान ठीकाने आयेगी तो ठीक है वर्ना और रास्ते भी है...
#कनाडा #जस्टिन_ट्रूडो डस्टबिन बनना है ❓
#अध्यात्मन्
#WATCH
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "प्रतिष्ठा को नुकसान की बात करें, अगर कोई देश है जिसे चिंता करने की ज़रूरत है, तो वह कनाडा है। जिसकी आतंकवादियों, उग्रवादियों और संगठित अपराध के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में प्रतिष्ठा बढ़ रही है।"
चाहे जितना #गठबंधन कर लो
चाहे जितना #ठगबंधन कर लो
#आयेगा_तो_मोदीजी_हि गांठ बांध लो
क्योंकि
मोदीजी जनसाधारण का विश्वास है
हम मोदीजी के साथ है।।
#अध्यात्मन्
#कभी_तो आग की भीगी भीगी बरसात हो
#कभी_तो सुवासित इंतज़ार कांटे की रात हो
बस यही सोचकर
जमा कर रहे हैं श्वास
बस यही सोचकर
पहना इश्क़ का लिबास
इस #कभी_तो का
न अन्त होता है
न भीगी भीगी आग से
बरसता
श्वासों का तन्त होता है ‼️
कहाँ हो तुम
अय #कभी_तो के दाता ❓
#बज़्म
#महफिल में आज
चांद तारों की बात कोई नहीं सुनने वाले
सूरज ने आज अंजुमन सजायी है...
बहुत सुन लिए
#महफिल ने
तितलियों के गीत
अब सूरज की बारी है...
क्योंकि
#महफिल का माहौल बदलने को
एक सूरज काफ़ी है
हर शाख पे सूरज उगाने के लिए
बस एक गीत काफ़ी है।।
#शायरांश
'हिंदुओं की रक्षा सिर्फ आप ही कर सकते हैं': बंगाल के हिंदू परिवार ने CM योगी के जनता दरबार में लगाई गुहार, बोले- दबंग मुस्लिम जमीन कब्जा लेते हैं via
@opindia_in
@_rpgoswami
@sarita_dangi1
👌🌷
कविता बोलती है
दो पङ्क्ति के अवकाश की वाणी
कविता बोलती है
मसृण मौन की भाषा
इसलिए
कविता केवल
कान से नहीं सुनी जाती
केवल
आँखों से नहीं पढ़ी जाती
कविता के मसृण ध्वनि को
सर्वांग से स्पर्ष करना पडता है
तब
सुनाई देती है कविता..
#अध्यात्मन्
#शायरांश #बज़्म
@kavishala
@bazmofficial
#जिन्दगी_तेरे_दामन_में समेट कर
खुद हि सिमट गई..
सीमटी हुई मैं तुझमें
मैं मुझमें नहीं रही..
खत लिखतीं तुझे
तो
मुझे हि पहुँच जाता है!!
#जिन्दगी_तेरे_दामन_में
मेरा हि अक्स नज़र आता
आयने में मुझको देखुँ, तो
आयना इतराता है
तुं हि नज़र आता !!
न मैं बची न तुम
खत लिखुँ तो किसको?
#बज़्म
जिसका न कोई आदि है वो सनातन है
मिटाने की मनषा तो, वोट की तनातन है
करारा जवाब मिलेगा चुनाव तो आने दो
मिट्टी में मिलेंगे कोंगीवामीकामीओं देखना
वो भी बोलेंगे "सनातन तो सनातन हि है।।
#सनातन_सनातन_है
#गर्व_से_कहो_हम_हिंदू_है
#अध्यात्मन्
@bazmofficial
#कोरा_काग़ज़_था
क़लम थी भीनीभीनी
चदरिया झीनी रे बीनी
चदरिया झीनी रे बीनी
#कणाद_से_कबिर_तक
झीनीझीनी चदरिया सा
#कोरा_काग़ज़
क़लम की नोंक पर
भीनेभीने रे बादल
क्षरक्षर अक्षरजाण
तुंही बाण तुंही त्राण हुआ
हुआ मेरा जनम अविनाशी
#कोरा_काग़ज़_था
मैं मथुरा और काशी
#बज़्म
@paradise_sahity
कालः कलयतामहम्।।
समय की जीर्ण होती शाख का पत्ता
हर वक्त तेरे श्वास को मिल रही धत्ता।।
लेकिन
तुझे हक़ है, अपने कर्मों से पानी सींच ।
गतवती वायोः देहापाये, न आँखें मींच ।।
#अध्यात्मन्
कल कोई सूरज उगे तो कहना उसे
एक उबली हुई आँख से
टपक कर
पलकों की सरहद पे
थीजे हुएं
आँसू को
सुखाना
#अभी_बाकी_है ‼️
#अभी_बाकी_है
तेरे नखक्षतों की
कहानी का पटाक्षेप ‼️
मरा हुआ सूरज
उगे तो
कहना
ये सब #अभी_बाकी_है 😢
@KavyaKutir
@Lekhni_
#शायरांश
ओडिशा के सूर्यवंशी गजपति राजा, जिन्होंने तेलंगाना तक इस्लामी शासन को उखाड़ फेंका: सरदार पटेल से 575 साल पहले राजा कपिलेंद्र देव ने चटाई थी धूल via
@OpIndia_in
भारत में व्यापार करने आयी और शासक बन गई इस्ट इन्डिया कंपनी / ब्रिटीश सरकार ने तो हिम्मत दिखाई थी हमारी संस्कृति से जुड़े सिक्के चलण में ला कर लेकिन बाद में आये काले अंग्रेज कभी हिम्मत न कर सकी ‼️ 👇
#अध्यात्मन्
#ॐ_श्री_महालक्ष्म्यै_नमः 🙏🌹
वेदकाल से भारत मन्त्र तन्त्र व यन्त्र विद्या में सर्वोच्च स्थान पर रहा है। अंधकारयुग में गुलाम मानसिकता के चलते हम पिछडते चले और जो पाश्चात्य विद्वानों ने कहा वो मान लिया।
इस दु:खद स्थिति से अब उभर रहे हैं , प्रशंसनीय है। भव्य भारत का पुनरुत्थान हो🌹
ॐ क्रोधिसत्वाय नमः🌹 🙏🌹
चौंकिये मत,
कभी कभी लगता है
अब बोधिसत्त्व से अधिक जरुरत
क्रोधिसत्व की है
तब कदाचित्
सनातन विरोधीओ की सान
ठीकाने आयेगी।।
#अध्यात्मन्
#वो_लम्हें
जो पतंगें ने
फूलों के साथ गुजारें होंगे
सदीयों से कम नहीं होंगे..
सुन,
प्रतीक्षा है
एक फूल क्यारी मिले
#वो_लम्हें खिले...
#शायरांश
#अध्यात्मन्
#फुल_और_कांटे
अस्ति का सत्य
इस के मेलमिलाप से
मिलता
आनंद अपत्य
न केवल सुखानुभव
न केवल दु:खानुभव जीवन
श्वासोच्छवास के गुलशन का सत्य
#फुल_और_कांटे
इसलिए कवि ने कहा
"गुलशन परस्त हूँ मुझे गुल हि नहीं अजीज
कांटों से भी निबाह किये जा रहा हूँ मैं"
#शायरांश
@Shayarns
मुरलीबजवैया
#माखनचोर कनैया
सुदर्शनचक्र धारी..
तेरी लीला न्यारी
तेरी लीला प्यारी...
#गोकुल की गैया चरवैया
गोपियन नाच नचवैया
#मथुरा का राजा
तूं रणछोड कहावे..
कुरुक्षेत्र की रणभूमि पर
तूं हि गीता गावे...
हे सुदर्शन चक्रधर, बंसीधर
तेरी लीला समझ न आवे..
#शायरांश #अध्यात्मन्
@bazmofficial
चहरों की #भीड़ से दूर
एकांत की लगोलग
खुद को मिलने का मौसम
जहाँ सदाबहार हो
कुदरत का उपहार हो
चलो, वहाँ चलते है
खुद को मिलते है ...
#भीड़ से दूर खुद से भीड़ते है आज।।
#अध्यात्मन्
#बज़्म
आँखों से केवल आप वस्तु के बाह्य रूप को देख सकते हो , भीतरी सत्ता को नहीं।
इस के लिये दर्शन जरुरी है।
यही सत्य को समझ कर हमारी भाषा में 1 देखना और 2 दर्शन , दो अलग शब्द रख्खे है।।
#अध्यात्मन्
@Mangalkohale11
@mahadev_har_22
👌🌹
संस्कृतं ये प्रशंसन्ति ये शंसन्ति संस्कृतिं।
स्वदेशं ये च शंसन्ति धन्यं जीवन्ति ते नराः।।
#वदतु_संस्कृतम्
#अध्यात्मन्
होठों को सी लिए ❓
तुम्हारी मानसिकता बोल उठी
उसे कैसे रोक पाओगे ❓
#आपातकाल में भी यही किया था
परिणाम भी मिल गया था ना❓
इश्वर दत्त है
बोलने की आज़ादी
उस पर पाबंदी ‼️
जनता बोलेगी
पत्रकार बोलेंगे
सोसिअल मीडिया बोलेगा
कब तक रोक लगाओगे ❓
सारे भेद खोलेगा...
#अध्यात्मन्
#पूछते_है_वो
क्या कर रहे आजकल ❓
खाली मकान
खाली सड़क
खिड़की के सलाखें
और पथराई आंखें... ‼️
मकान इंट सिमेंट का
मकान गोचर अगोचर इन्द्रियों का
सड़क दिल से दिमाग तक
खाली खाली...
प्रतीक्षा के पर्वत से बोझिल आंखें
खाली खाली..
#पूछते_है_वो
क्या बताउं ❓ खाली खाली ❓
#बज़्म
#अवतार 👉शब्द 👉अव + तृ धातु से साधित हुआ है। अर्थ👉 नीचे उतरना।।
निरंजन निराकार ब्रह्म, ईश्वर, अपनी कक्षा से नीचे उतर कर हमारे बीच हमारी तरह हि देह धारण कर के विशिष्ट प्रयोजन को सिद्ध करते है यही है #अवतार
सभी को #श्री_कृष्ण_जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं🌹🌹🌹
#अध्यात्मन्
केवल एक #चिंगारी इश्क़
सुलग उठे रेशमी एहसास...
भरी बारीश में
सुलग उठे रेशमी श्वास...
मिलनोत्सुक अभिसारिका
छाता ओढ कर निकली है वा
अगन ओढ कर ❓
रिमझिम रिमझिम बरस रही है आग ‼️
वाह रि ❗ #चिंगारी बाग बाग ‼️
#अध्यात्मन्
#शायरांश
ये राजनीति के गिद्ध तो बड़े होनहार सर्जक है 🤣
ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की
और
मनुष्य का सर्जन किया।
फिर
मनुष्य का दो भागों में विभाजन हुआ
स्त्री और पुरुष।
मोदीजी ने #महिलाआरक्षणबिल पास कराया।
अब ये गिद्धों महिला को
SC, ST, OBC, और मुस्लिम में बांटने पर तुले हैं😈
#अध्यात्मन्
UAE ने नक्शा जारी करके माना PoJK भारत का अभिन्न अंग via
@epanchjanya
वो जो पूछा करते है की G20 से क्या मिला ❓ , जरा इस पर नज़र डालें। और अपने चहिते #पाकिस्तान को #चुल्लू_भर_पानी भेज दे🌹 🤣🌹
'3 गुना बढ़ाया गया खेल बजट': PM मोदी ने वाराणसी को दी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की सौगात, बोले - ये पूरे पूर्वांचल का बनेगा सितारा, युवाओं के लिए वरदान via
@opindia_in
गच्छन् पिपीलको याति योजनानां शतान्यपि।
अगच्छन् वैनतेयोऽपि पदमेकं न गच्छति ।।
(तुच्छ) कीड़ा भी चलते हुए सो योजन जा सकता हैं लेकिन न जाने वाला गरुड़ एक डग भी नहीं चलता।।
#कर्तृत्व
#सुभाषितम्
#अध्यात्मन्
वाणी से व्यक्तित्व का परिचय मिलता है।
वाणी अजागृत मन की एषणाओं का भी प्रकटीकरण करती है।।
सोनिया गांधी को इशारा समझमें आये वा न आये मनोविज्ञान के अभ्यासु जरूर समझ गए होंगे की बंदा चाहता क्या है 🌹🤣🌹 👇
#अध्यात्मन्
‘नमाज पढ़ना है तो मस्जिद जाओ’: एयरपोर्ट पर अलग कमरा बनाने की माँग पर हाईकोर्ट ने फटकारा, पूछा – संविधान में कहाँ लिखा है? via
@OpIndia_in
गौहाटी उच्च न्यायालय का वाजिब प्रश्न। स्वागत हो🌹🌹🌹
फुरकत में
लहू बरसाती आँखों से
वादियाँ देखें तो कैसे देखें ❓
रकीब़ो के घर में रह कर
वो
इधर सूरज को भेज कर
#चिंगारी का इन्तजाम करते है ❗
#अध्यात्मन्
#शायरांश
दैवायत्तं कुले जन्म: मदायत्तं तु पौरुषम्।।
किसी संभ्रान्त कुल में जन्म तो दैव (भाग्य) आधीन है लेकिन पौरुष तो मेरे हि आधीन है ना?
इस बात का ज्वलन्त उदाहरण है मोदीजी।।
#मेरा_PM_मेरा_अभिमान
#अध्यात्मन्