DUNGER DHAN MEENA
10 days
यदि आप औरों को ठगने की वृत्ति रखते हो, तो आप अपने आपको ठगोगे ही, वृत्ति हर जगह समान रहती है।
तभी आप वो चीज़ें नहीं कर पा रहे हो जो आप जानते और मानते हो कि आपको करनी चाहिए। क्योंकि बार बार आप अपने आपको फिर ठग लेते हो कि, “नहीं नहीं ये बस आख़िरी बार करूँगा, फिरसे कभी नहीं करूँगा।”