जीतने के बाद मुझे अपनी मात भी देखनी थी
रौशन सवेरे के बाद काली रात भी देखनी थी
मैं तो बस उसे देखती रही और जीती रही
ये तो सोचा ही नहीं इश्क़ में जात भी देखनी थी
शुभ रात्रि।
इस तरह फ़र्ज़ को अंजाम दीजिएगा।
नारी के हर रूप को सम्मान दीजिएगा।।
जो अंजाम देखना है तो इतिहास देखिएगा।
भूल कर भी नारी का न अपमान कीजिएगा।।
खुल कर अभिव्यक्त वो खुद को कर सके।
संकीर्णता से मुक्त उसे संसार दीजिएगा।।
#स्त्री
🪔🪔🪔🪔
चलो खुशियों के दीपक आज जलाते चलें
अपनो के प्यार से घर को हम सजाते चलें
छोड़ सारे शिकवे गिले चल गले लगकर आज
मोहब्बत और एकता के दीप हम जलाते चलें ।
🪔🪔🪔🪔
आप सबको सह परिवार सहित दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
#दीपोत्सव2021
दिल में छुपे अब जज्बात क्या कहें
हाथ मे लिये है गुलाब अब और क्या कहे
हमने हर घड़ी तुम्हें सोचा।
आप खुद ही समझ जाइये अब हर बात क्या कहें___!!🌹!!
#शुभ_रात्रि