जिन लोगो का करियर खत्म होने की कगार पर हो, जो गुमराही की कगार पर खड़े हों,,
वो सस्ती शोहरत पाने और अपने करियर को बचाने के लिए इस्लाम को टारगेट करना शुरू कर देते हैं,
और सड़ा हुआ समाज उन्हें प्रमोट करना शुरू कर देता है, अब यही हर बार हो रहा है..
आए दिन इस्लाम के खिलाफ बोलने वालो++