@SonofSun_95
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन । मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि ॥ अर्थ:-तेरा कर्म करने में अधिकार है इनके फलो में नही. तू कर्म के फल प्रति असक्त