गमलों में पौधा लगाने वाले, गार्डन को जंगल समझने वाले, क्या जाने जंगल की अहमियत। मुर्गा बकरा न काटने की सलाह देने वाले जंगल कट जाने पर कुछ नही बोलते। रात में तुलसी का पत्ता तोड़ने पर पाप मानने वाले ,जंगल कट जाने को पाप नही मानते।
#hasdeo
#हसदेव_जंगल_बचाओ
जब ऑस्ट्रेलिया के
#Amazon
जंगल में आग लगी थी सारा भारत भी दुखी था और आज छत्तीसगढ़ के हसदेव जंगल को काटा जा रहा है वहा आदिवासीयो के अलावा कोई भारतीय आवाज क्यों नहीं उठा रहा है ?
#SaveHasdeo
UCC (यूनिफॉर्म सिविल कोड)- आदिवासी कस्टमरी लॉ, उत्तराधिकार के नियमों, प्रॉपर्टी राइट्स, अनुसूची 5-6, पेसा 1996, FRA 2006 इत्यादि के तहत मिले अधिकारों को ख़त्म कर देगा।
UCC देश की “विविधता में एकता” के सिद्धांत को ख़त्म कर देगा।
#आदिवासी_विरोधी_UCC
मणिपुर में आज कुकी आदिवासी लोगों ने राज्य में शांति और न्याय के लिए ऐतिहासिक मार्च निकाला लेकिन
मीडिया में इस पर ना कोई चर्चा ,ना बहस ना हल्ला बोल ना दंगल क्यों?
BJP #मणिपुर से मुख्यमंत्री हटाए
#Manipur
#SaveKukiHills
#UnionTerritory4Kuki_Zo
#KukiZo
आदिवासी समुदाय को गुमराह करने के लिए बीजेपी ने आदिवासी राष्ट्रपति बना दिया जिसका रिमोट कट्रोल मोदी सरकार के हाथ मे है!!
अगर कोई अचानक आपकी दुनिया बर्बाद कर दे। तो आपको कैसा लगेगा ? #नेपानगर और #पालघर के हमारे भाई-बहने महसूस कर रहे हैं।
#चिंतन_मनन
#बीजेपी_हटाओ_आदिवासी_बचाओ
छत्तीसगढ़ में 1700 हेक्टेयर जंगल में पेड़ो को काटने की अडानी को मंजूरी दी।
MP बुरहानपुर में 300 से ज्यादा जंगलों में आदिवासियों की बनी झोपड़ियों पर बुलडोज़र चलाया।
महाराष्ट्र पालघर में मुंबई बड़ौदा एक्सप्रेस हाइवे प्रोजेक्ट के नाम पर बेघर किया जा रहा है
#भारत_के_आदिवासी_बचाओ
Hundreds of tribal Kuki-Zo people in Manipur today protested demanding a “political solution” to the ongoing ethnic conflict in the state. Does the Indian government want the tribals to fight and die? Are you watching this with your eyes closed, domestic and international media?
भारत का प्रधानमन्त्री आदिवासी को आदिवासी नही जनजाति बोलता हैं , क्यू?
क्योंकि संगठन, पार्टी, में बटा हुआ हैं
आप सभी हाथ जोड़कर विनती है एकत्र हो जाओ प्रधानमत्री क्या भारत हर एक नागरिक आदिवासी को आदिवासी बोलेगा ।।
09 जून धरती आबा महामानव बिरसा मुंडा शहादत दिवस के उपलक्ष्य में समस्त आदिवासी समुदाय के संगठनों के द्वारा
#ULGULAN_BIRSA_MUNDA
हैशटैग चलाया जाएगा , आप सभी साथियों से सहयोग की अपेक्षा करते हैं।
#manipurViolence
Latest propaganda instigating their fellow meitei community against the Indian government.
Quote: "𝟏 𝐦𝐞𝐢𝐭𝐞𝐢 𝐤𝐢𝐥𝐥𝐞𝐝, 𝟏𝟎𝟎 𝐈𝐧𝐝𝐢𝐚𝐧 𝐚𝐫𝐦𝐲 𝐨𝐮𝐠𝐡𝐭 𝐭𝐨 𝐛𝐞 𝐤𝐢𝐥𝐥𝐞𝐝"
Kukis are also part of the Indian army.
करो तैयारी आ रहा है मूल 9 अगस्त.मालिकों का दिन..विश्व आदिवासी दिवस जब धर्म, भगवान और संविधान नामक चीज (व्यवस्था) नहीं थी तब से आदिवासी इस धरती पर वास करता है ।
सामाजिक एकीकरण आर्थिक, शैक्षणिक राजनीतिक अवस्था और आवश्यकताओं की पूर्ति और अनगिनत सामाजिक समस्या का समाधान के लिए,
मै इंडिजीनस आदिवासी हु, मुझे हिन्दू कहने की भूल मत करना, वर्ना तेरे डीएनए का पोस्ट माड़म करने में मुझे क्षणिक भी देरी नहीं लगेगी।।
#आदिवासी_हिंदु_नही_है
देश के लगभग 13, करोड़ आदिवासी का अपमान है आदिवासी देश के सर्वोच्च पद पर विराजमान राष्ट्रपति जी इस अपमान को संज्ञान में लेवे आपको आदिवासी के बदोलत ये पद मिला है आदिवासी समाज का संरक्षण, दायित्व करना आपका कर्तव्य है आप आदिवासी नही होते तो इस काबिल नहीं होते
#मदन_दिलावर_माफी_मांगों
देश के 543 सांसद 4 हजार 33 विधायको में सिर्फ हेमंत सोरेन ही घोटाला किये और बाकि के नेता मनरेगा में मजदुरी करके करोडपति बने है। बीजेपी नेताओं के साथ ईडी और सीबीआई अधिकारियो कि भी जांच होनी चाहिए कमाई से अधिक संपत्ति के मालिक कैसे बने बैठे हैं।
#HemantSoren
आदिवासी समाज संस्कृति पहचान, अस्तित्व, अस्मिता और भावी पीढ़ी की पहचान चाहता है!!
आदिवासी समाज निसर्गवाद, प्रकृतिवाद, समतावाद, संस्कृतिवाद समाज चाहता है!!
जिस समाज को बैसाखियों (गैर सहारे सहायता) की आदत हो जाती है। वह समाज हमेशा असहाय, लुला लंगड़ा महसूस करता है। हमें अपनी समाजिक व्यवस्था निर्माण पर जोर देना चाहिए। राजनीति हमेशा छल कपट का हिस्सा रही है।।।
#बिरसाई संदेश✍️
आदिवासी कौन है?
आदिवासी कोई जाति या कोई धर्म नहीं है। आदिवासी उन जातियों का समूह है जो भारत में अन���दि काल से निवास कर रहे हैं, जैसे- मुंडा, गरासिया, भील, भिलाला, गोंड, हल्बा, उरांव, कवर इत्यादि अन्य आदिम जाति के समूह को आदिवासी कहा जाता है।
बिरसा ब्रिग्रेड के प्रमुख सतीश पेंदाम कों मातृ शोक
अनुसाया बाई गोकूल पेंदाम इनका आज दिनांक 18अगस्त् को अल्प बीमारि सें निधन हुआ उनका अंतिम संस्कार कल दोपहर 1 बजे ���ानकापुर घाट पर किया जाएँगा
इस पृथ्वी पर-- भगवान् और धर्म के पहले से आदिवासी है--- इसलिये बिरसा मुंडा कहते हैं कि-- भगवान् और धर्म के बाप (उत्पति) का नाम आदिवासी और आदिवासी संस्कृति है---।।।
।। बिरसा संदेश ,
टंट्या भील संदेश ।।
---××---
जब संघर्ष हमारा है तो विचारधारा और सिध्दांत भी अपने ही होना चाहिए-- भीख पैसो की मिलती है विचारो की नही - । सतीश पेन्द्राम ।। मिशन मध्य भारत
सेल्फ रिस्पेक्ट मूवमेंट आफ इंडिजिनियस पीपुल्स
बिरसा ब्रिगेड भारत ।।
इतिहास कहता है:
टंट्या भील, बिरसा मुंडा और जयपालसिंग मुंडा थे इसलिए हम आदिवासी है । नही तो कई दशकों पहले ही आदिवासियों का अस्तित्व खत्म हो जाता ।
#Indigenous
आदिवासी सभ्यता और संस्कृति को आज भी शिद्दत के साथ सहेजे हुए आदिवासी तमाम अड़चनों के बावजूद लगातार अपने पूर्वजों से चली आ रही प्रथा के प्रति अपनी संवेदनशीलता बनाये हुवे हैं।।
-आदिम जाती आदिवासी
यह धरती हमारी है, हम इसके रक्षक हैं। हर अन्याय के खिलाफ उलगुलान। यही पुरखों का रास्ता है। अप्राकृतिक ताकतों के खिलाफ एकजुट हो जाओ। उठो प्रकृति ने तुम्हे जीने के लिए सभी हथियार दिये हैं। मैं सभी दिशाओ से पुकार रहा हूँ।
~ लोकनायक बिरसा मुंडा जी
"मुझे गर्व है कि मैं आदिवासी समाज में जन्मा हूँ क्योंकि मैं इस धरती का मूलवासी हूँ,
मेरी अपनी संस्कृति है, मेरी अपनी भाषा है हम किसी पर आश्रित नहीं हु
हमारा अपना वजूद है, आदिवासी न तो आस्तिक है, न तो नास्तिक है, आदिवासी वास्तविक है"
- मां.सतीश पेंदाम
बिरसा ब्रिगेड मध्य मिशन भारत
आप आदिवासी समाज को जागृत कर रहे है और आप सभी आदिवासी की एकता के लिए कार्य कर रहे है तो सम्पूर्ण विश्व के आदिवासी के एकता का प्रतिनिधित्व करने वाले International Indigenous Unity Flag के बारे में सभी को जरूर बताये ताकि सम्पूर्ण दुनिया के आदिवासी एक हो कर अपनी आवाज़ बुलंद कर पाए
देश के विकास के लिये आदिवासीयों का विनाश यह हालत पुरे देश के आदिवासी ईलाखो की हैं. मनुवादी शडयंत्रकारी की आधार पर चलने वाली सरकार को पुरे आदिवासी समाज कि और से ये आव्हान हैं. इन आदिवासी परिवार कि आंखोसे बहते लहू का बोहोत जल्द हिसाब करते हैं. पुरे भारत कि सडको को जाम करते हैं.
आदिवासी-- किसी भी धर्म (हिन्दू मुसलमान सिक्ख ईसाई आदि) मे हो सकता है --- किन्तु कोई भी हिन्दू मुसलमान सिक्ख ईसाई--- आदिवासी नही हो सकता है --???
इसलिये -- आदिवासी होने के लिये--- आदिवासी संस्कृति मे जन्म लेना पड़ता है ।।
आदिवासियों में “आदिवासी धर्म” की माँग है लेकिन RSS उन्हें “हिंदुत्व” की परिधि में लाना चाहता है। RSS का “आदिवासी कल्याण आश्रम” वर्षों से काम कर रहा है। BJP का ऐलान होते ही मुर्मू ने मंदिर में झाड़ू लगाया। मुर्मू आदिवासियों का नहीं, बल्कि आदिवासियों में RSS का प्रतिनिधित्व हैं।
आदिवासी समाज के नेता आपस में संगठित नही हो सकते, क्योंकि, ये आदिवासी समाज के हक़ की नही खुद को प्रधान मंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक बनाने की लड़ाई लड़ रहे हैं....!!!
देशभर में आदिवासियों का "हसदेव बचाओ" आंदोलन जारी है, लेकिन सरकार और मीडिया मौन रुप में अडानी की सहयोगी बनकर लाभ प्राप्त कर रही है
#Hasdev_Save_Tribals_Save
महामानव धरती आबा क्रांतिसूर्य भगवान बिरसा मुण्डा की ऐतिहासिक जयंती पर आज पूरा भारत बिरसामय हो गया। आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
- सतीश गोकुलदास पेंदाम
भारत की तस्वीरें बदल रही हैं, कही हवाई अड्डों के लिए चाय के बागान उजाड़े जा रहे है।
कोई कोयलो के लिए लाखों पेड़ काट रहा है, तो कोई राष्ट्रपतियों के हेलीपेड के लिए सैंकड़ों पेड़ो को उखाड़ रहा है।
माही और नर्मदा के होते हुए भी आदिवासियों को गड्ढा खोदकर पानी ढूंढना पड़ रहा है।
यदि कोई आदिवासी होता तो सबसे पहला FIR उसके बाद जेल और महीनो जमानत नही होती और--घर पर बुलडोजर अलग-अलग से चलाया जाता
मणिपुर की हालात पर गंभीरतापूर्वक चिंतन मनन और शोध व विश्लेषण उपरांत-- एक सोची समझी साजिश व रणनीतिक-- परिणाम आप सभी जानते है
#मणिपुर_आदिवासी_बचाओ
आदिवासियों के स्वाभिमानी सामाजिक आंदोलन बिरसा ब्रिगेड के माध्यम से केंद्रीय सरकार द्वारा पारित इस आदिवासी विरोधी नये बिल, कानून-FOREST CONSERVATION ACT-2023 के खिलाफ में सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया (सर्वोच्च न्यायालय भारत) पर रोक लगा दीया । मुल लड़ाई #जमीन की है,
आदिवासियों की समस्याएं
• ज़्यादातर जंगल, जहां आदिवासी रहते हैं वहाँ खनिज भंडार
• बढ़ता खनन, जंगल से आदिवासी बेदखल
• आदिवासी लड़के, लड़कियां मानव तस्करी का शिकार
• सस्ते श्रमिक के तौर पर इस्तेमाल
बिना लड़े कोई वीर नहीं होता,बिना त्याग के कोई पीर नहीं होता, यह तो वर्षों की तपस्या है साथियों! वरना कोई "आदिवासी टंट्या भील" नहीं होता। महानायक भगवान टंट्या भील के शहादत दिवस पर सत् सत् नमन !
राष्ट्रमालिक महानायक टंट्या भील की जय ।।
कैलाश व अन्य बनाम महाराष्ट्र (नंदाबाई भील जजमेंट) 5 जनवरी 2011 को सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला देते हुए कहा है कि केवल 8% आदिवासी इस देश के मूल मालिक है बाकी 92% विदेशी या आक्रमणकारी की संताने है..!
#आदिवासी_इस_ओरिजनल_मालिक_है
👉आदिवासी ने पत्थर से हथियार बनाया, शिकार करने लगा।
👉आदिवासी ने अग्नि की शोध की और खाना पकाने लगा।
👉आदिवासी ने पैहे की शोध की,और वाहन बैल गाडी बनायी।
👉आदिवासी ने हल बनाया और खेती
शरु की।
👉आदिवासी ने जडीबुट्टी पहचानी,दवा दारू करना शिख गया।
👉फिर यह विकास विकास कौन बोल
रहा है
विश्व आदिवासी दिवस हम आदिवासियों के लिए सबसे बड़ा पर्व है, आप जहां भी हो बड़े धूमधाम और हर्शोल्लास के साथ मनाएं...!!
#विश्व_आदिवासी_दिवस
#WorldIndigenousDay
बिरसा कहते हैं, चावल-बीयर और शराब पीना छोड़ दो।
इस कारण हमारी जमीन छिन जाती है। नशा और नींद अच्छी नहीं है।
दुश्मन हम पर हंसते हैं। किण्वित चावल से डिस्टिल्ड बीयर से बदबू आती है। इसी तरह एक व्यक्ति का शरीर और आत्मा भी क्षय होता है।
-बिरसा मुंडा
*lनागपूर आक्रोश मोर्चा में शामिल हुवे बिरसा ब्रिगेड के संस्थापक तथा अध्यक्ष सतिष दादा पेंदाम कहे यही अभी हमारा टेलर हैं पिक्चर अभी बाकी
व्हिडीओ को आवश्य देखे केवल झुंड तयार करना ही संघटन नहीं सामाजिक जिम्मेदारी भी उठानी होती हैं
गुलामों का कोई धर्म नहीं होता,शोषितो की कोई व्यवस्था नहीं होती पीड़ितों का कोई ईश्वर नहीं होता और।दुखियों को कोई आध्यात्म नहीं होता।।
मिशन मध्य भारत। सेल्फ रिस्पेक्ट सोसियल मूवमेंट आफ इडिजिनियस पर पीपुल्स।
बिरसा ब्रिगेड।
बिरसा ने बोला है।
समाज का कोई लीडर मत बनाओ क्योंकि अगर तुम किसी को समाज का लीडर बनाओगे तो उसे कोई बोली से खरीद लेगा या गोली से मार देगा उसके बाद तुम्हारा
समाज फिर से अनाथ हो जायेगा। बा��ीश में बड़ती हुई घास के समान एक साथ बड़ो ताकी दुश्मन भ्रमित हो जाये की आखीर लीडर कौन है?
आज अशिक्षित आदिवासी लोगों की वजह से आदिवासियत जिंदा हैं,
बाकि जो आदिवासी पढ़े लिखे,नौकरी पेशा,राजनीतिक लोग तो कब के अपनी परंपरा, रीति रिवाज, संस्कृति, सभ्यता,धरोहर,बोली,भाषा को छोड़कर,
गैर आदिवासी की संस्कृति अपना चुके हैं ओर अपना रहें हैं।।
।। जय बिरसा ।।
में जिंदा रहु या न रहु ये बड़ी बात नही है लेकिन मेरा ये मिशन, समाज और हमारी संस्कृति हमेशा जिंदा रहे हमारे जल,जंगल,जमीन हमेशा आबाद रहे ये सबसे बड़ी बात है।
@SatisaPendama
जो आदिवासी खुद को हिंदू समझता है
जैसा कि आप सब जानते है। 22 जनवरी 2024 में राममंदिर का उद्घाटन है।
पर में पूछता हु क्या राष्ट्रपति से बडा है कोई पद भारत में?
बिरसा मुंडा ने उलगुलान से यही संदेश दिया था कि 'उलगुलान का अंत नहीं। वे यह जानते थे कि आदिवासियों से उनका संसाधन लूटा जाएग�� इसलिए उलगुलान ही उसका जवाब है।
जय बिरसा।।
बिरसा मुंडा,टंट्या भील संदेश!!
मै केवल देह नही, मै जंगल का पुश्तैनी दावेदार हूँ पुश्ते (पूरखें )और उनके दावें मरते नही- और मै भी मर नही सकता हूँ-
मुझे जंगलो(जमीन ) से कोई भी बेदखल नही कर सकता है
मिशन आदिवासी भारत सेल्फ रिस्पेक्ट मूवमेंट आफ इंडिजिनियस पीपुल्स
बिरसा ब्रिगेड