यह प्रयागराज के बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल का दृश्य है। यहां पर प्रिंसिपल की अदला-बदली कुछ इसी तरह होती है।
पहले दरवाजा तोड़कर प्रिंसिपल के कमरे में घुसा जाता है, प्रिंसिपल की कुर्सी छीनी जाती है, धक्का मार कर बाहर किया जाता है और फिर नए प्रिंसिपल को कुर्सी पर बैठाया जाता है।
ये वीडियो प्रयाग स्टेशन का है। इलाहाबाद में रहकर नौकरी की तैयारी करने वाले जौनपुर आजमगढ़ गाजीपुर के युवा हैं सब। सुबह उठकर AJ पैसेंजर ट्रेन पकड़ने आए हैं जो इलाहाबाद से जौनपुर जाती है। कल यानी सात मार्च को इनके यहाँ मतदान है।
#UPElections2022
दो दिन पहले प्रयागराज में ये होर्डिंग लगी थीं।
@Uppolice
ने इन्हें आपत्तिजनक बताते हुए अज्ञात लोगों पर मुक़दमा दर्ज कर लिया है। जाँच भी हो रही है कि किसने लगाए थे ये पोस्टर।
जौनपुर में पूर्व विधायक धनंजय सिंह हत्या के मामले में अभियुक्त हैं।
@Uppolice
ने उन पर 25 हज़ार का इनाम रखा है। फ़िलहाल वो अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। कुछ दिन पहले क्रिकेट खेलते हुए उनका एक वीडियो सामने आया था।
@myogiadityanath
@yadavakhilesh
कानपुर में SDM बिल्हौर का दफ़्तर है।
बीजेपी विधायक आए तो SDM बिल्हौर रश्मि ने अपनी कुर्सी छोड़ कर विधायक जी को बिठा दिया और ख़ुद स्टूल पर बैठ गईं।
फिर भी बीजेपी वाले कहते हैं कि अफ़सर सम्मान नहीं देते!
ये सज्जन प्रयागराज एक्सप्रेस 02417 के AC2 Coach में सुरक्षा व्यवस्था सँभाल रहे हैं। पूरे कोच में सिर्फ़ तीन लोग हैं लेकिन नशे की हालत में ये यात्रियों से बदतमीज़ी कर रहे हैं
@RailMinIndia
@PiyushGoyal
@dgpup
वीडियो कन्नौज के हैं। कुछ वीडियो बहुत ही भयावह हैं जो पोस्ट करने लायक़ नहीं हैं। यह वीडियो 14 मई का है, गंगा नदी के ��क छोर पर लाशें जली हुई हैं जबकि दूसरे छोर पर बड़ी संख्या में लाशें दफ़्न की गई हैं। सरकारी आँकड़ों में उस दिन यहाँ कोरोना से मरने वालों की संख्या शून्य थी।
खून से लथपथ ये टीटी रामबरन हैं जो गोरखपुर से भटिंडा जाने वाली ट्रेन को चेक कर रहे थे। दो पुलिसकर्मियों से इन्होंने पूछ लिया कि कहाँ तक जाना है, तो उन पुलिसकर्मियों ने क्या किया उनके साथ, ये रामबरन से ही सुनिए।
@RailMinIndia
@Uppolice
@tgroundreport
भाई, पत्रकारिता कर रहे हो तो उसके बेसिक नियम तो जान लेते!
पत्रकार होकर सरकार से सवाल नहीं पूछा जाता! सवाल विपक्ष से और जनता से पूछा जाता है।
और जब आप ‘नियम विरुद्ध’ काम करोगे, तो एफआईआर होगी ही, जेल जाओगे ही।
क़ानून का शासन है, मज़ाक़ थोड़ी न है।
यूपी के संभल में देशद्रोही पत्रकार संजय राणा ने यूपी सरकार की मंत्री गुलाब देवी से तीखे सवाल करने का गुनाह किया.
पत्रकार पर FIR हो गई है, गिरफ्तार कर लिया गया.
बहुत ही सराहनीय कदम... कम से कम फांसी होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जीत की शुभकामना देने वाले पत्रकारों की तमाम तस्वीरों में से एक के बारे में जानने की कल मैंने बहुत कोशिश की.
कई लोगों से पूछा लेकिन ज्यादातर ने यही जवाब दिया- "कहां काम करते हैं, ये तो नहीं पता लेकिन लोकभवन में अक्सर दिख जाते हैं."
#UPSC
ने सिविल सेवा परीक्षा में जब CSAT पेपर लागू किया था तो उसकी सोच थी कि इससे छात्रों के तार्किक, विश्लेषण, निर्णयात्मक और समस्या के समाधान की क्षमता का भी परीक्षण हो सकेगा।
कासगंज के एसपी साहब प्रमाण हैं कि UPSC की वह सोच कितनी दूरदर्शी थी जिसके परिणाम अब दिख रहे हैं।
आप एक राज्य में मंत्री हैं। संवैधानिक पद पर हैं। ऐसी घटनाएँ एक लोकतांत्रिक देश के किसी राज्य में होती हैं तो उस सरकार में शामिल लोगों का सिर शर्म से झुक जाना चाहिए।
ऐसा कहकर आप इस घटना को जस्टिफ़ाई कर रहे हैं?
@ranvijaylive
95% पूरा हो गया है, इसमें ग़लत क्या है? बिल्डिंग ही तो नहीं है, लाकर रख देंगे किसी दिन। बिल्डिंग कहीं और बन रही होगी? उद्घाटन वाले दिन आ जाएगी।
रामपुर के बिलासपुर में UP के जल शक्ति राज्यमंत्री बल्देव सिंह औलख को किसानों ने काले झंडे दिखाए और नारेबाज़ी की। मंत्री जी ने भी गाड़ी की रफ़्तार धीमी रखते हुए कार के अंदर से ही काले झंडे भी देखे और नारे भी सुने।
"आप किसी गरीब से पूछिए आज देश में महंगाई है ही नहीं, आज चावल मुफ़्त मिल रहा है, दाल भी बहुत कम दाम पर मिल रही है
◆8 साल पहले जो सब्जी 10-15₹ की मिलती थी, आज वो 15-20₹ की मिल रही है, कहां सब्जी का दाम बढ़ा है?" : जयंत सिंहा (BJP)
2024 में
@BJP4India
का केंद्र में सरकार बना पाना मुश्किल लग रहा है।
क्योंकि
@samajwadiparty
ने यूपी की सभी 80 सीटें जीतने का प्रण कर लिया है।
और यूपी की इतनी सीटों के बिना बीजेपी शायद ही बहुमत तक पहुँच पाए।
गांधी की विरासत को सहेजने के लिए बने वाराणसी के सर्व सेवा संघ को ज़मींदोज़ किया जा रहा है। यह ट्रेलर है।
यह दृश्य देखकर गांधी जी भी सोच रहे होंगे कि जब गांधी के विचार ही नष्ट करने पर उतारू हो तो यह मूर्ति किसलिए छोड़ रखी है ?
मौर्य काल में राजा अपने प्रमुख मंत्रियों, सामंतों और पुरोहितों का चयन करने से पहले उनके चाल, चरित्र और अपने प्रति वफ़ादारी का भली-भाँति परीक्षण करता था। उसके बाद ही नियुक्ति होती थी। इस प्रक्रिया को 'उपधा परीक्षण' कहा गया है।
तस्वीर में
@yadavakhilesh
के साथ जो व्यक्ति दिख रहे हैं, वो इस समय आंबेडकरनगर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद हैं।
क़रीब दस दिन पहले इन्हें
@bspindia
संसद में नेता पद से हटा दिया था।
कुछ दिन पहले इनके पिता राकेश पांडेय
@samajwadiparty
शामिल हुए थे।
डॉक्टर मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा हो सकता है कि कर्नाटक चुनाव में व्यस्त हों, पर आडवाणी जी तो दिल्ली में ही हैं।
उनसे तो कंफर्म किया ही जा सकता है कि भारत ने कब-कब घुटने टेके दुनिया के सामने?
@ranvijaylive
27 साल से ही तो है। उसके पहले इतना बर्बाद कर दिया गया था गुजरात को कि पटरी पर लाने में ही इतना समय लग गया। जैसे कि शेष भारत को पटरी पर लाने में समय लग रहा है।
दरभंगा की ज्योति कुमारी की ख़बर बीबीसी में छपने के बाद मेरे पास यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के ऑफ़िस से फ़ोन आया कि ज्योति का नंबर मिल जाए तो उनकी पार्टी कुछ आर्थिक मदद करना चाहती है। मैंने यह ग्राउंड रिपोर्ट करने वाली संवाददाता सीटू तिवारी से माँगकर नंबर दे दिया और अब....
नोटबंदी के फ़ैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने भी मुहर लगा दी है। अब तो मान ही लेना चाहिए कि यह फ़ैसला सोच-समझकर और राष्ट्र हित में लागू किया गया था। इस फ़ैसले ने भ्रष्टाचार को समूल नष्ट कर दिया, आतंक की कमर तोड़ दी और काले धन का नामोनिशान मिटा दिया।
गुजरात के मोरबी में हुए दर्दनाक हादसे की ज़िम्मेदारी लेने की बात तो छोड़िए, वहाँ मौजूद लोगों को ही अब एक पुराने वीडियो के ज़रिए दोषी बनाने का दुस्साहस किया जा रहा है। जबकि हादसे के ज़िम्मेदार लोगों पर जनसंहार का मुक़दमा चलना चाहिए ताकि ऐसी लापरवाहियाँ करने की कोई हिम्मत न करे।
रायबरेली-सुल्तानपुर रोड पर बने ओवरब्रिज में दरार आ गई है. पुल का एक हिस्सा एक फीट दूर चला गया, जिससे पुल की दीवारें चिटक गईं. पुल का निर्माण
@NHAI_Official
ने कराया था जिसका का उद्घाटन दिसंबर 2019 में यानी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पीएम
@narendramodi
ने किया था.
जलेबी बनाने का ये तरीक़ा मुझे अच्छा लगा। साफ़-सुथरा।
कारीगर की कारीगरी तो अद्भुत है ही, भीषण गर्मी में आग के सामने होने के बावजूद अपने काम में मस्त हैं और प्रसन्न हैं।
@tgroundreport
सुशील के परिजनों का आरोप है कि जब वो थाने में एफ़आइआर दर्ज कराने गया तो वहाँ भी उसे पीटा गया। दो दिन अस्पताल में इलाज के बाद सुशील की मौत हो गई।
@myogiadityanath
@dgpup
प्रतापगढ़ में एसडीएम की पिटाई से तहसीलकर्मी की मौत हो गई। आरोप हैं कि दो दिन पहले लालगंज के एसडीएम ज्ञानेंद्र विक्रम ने तहसील में नायब नाज़िर सुशील शर्मा को दफ़्तर में बुरी तरह पीट दिया था। तभी से सुशील का ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा था। कल रात सुशील की मौत हो गई।
सोचता हूँ कि बनारस में पाँच बार हनुमान चालीसा पढ़ने वालों का हिन्दुत्व कुछ समय पहले जग गया होता तो बनारस की गलियों में स्थित सैकड़ों प्राचीन मंदिर विध्वंस होने से बच जाते।
@UoA_Official
के छात्र नेता अजय यादव सम्राट फ़ीस वृद्धि को ख़िलाफ़ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में छात्र संघ बहाली के लिए क़रीब ढाई साल से आंदोलन कर रहे हैं। विवि ने उनका दाख़िला रद्द कर दिया। कुलपति से इसका कारण पूछने गए थे लेकिन जवाब नहीं पा सके।
यूपी के मुरादाबाद में PWD मंत्री जितिन प्रसाद मीटिंग ले रहे थे.
मीटिंग में भाजपाई आपस में भिड़ गए. खूब गाली गलौज हुई. बेचारे मंत्री जी तमाशा होता देख उठकर चल दिए.
संसद में विपक्षी सदस्य ऐसी शालीनता के साथ भी तो अपना विरोध-समर्थन दर्ज करा सकते थे?
लेकिन नहीं। खड़े होंगे, चिल्लाएँगे, बैनर लहराएँगे, सरकार से जवाब माँगेंगे………. तो माँगो!
अनुशासनहीनता बर्दाश्त थोड़ी की जाएगी।अभी तो निलंबित ही हुए हैं, उनके वश में होता सदस्यता छीन भी लेते।
सीतापुर में जहां
@priyankagandhi
को रखा गया है, बताया जा रहा है कि वहाँ ड्रोन कैमरों से उन पर नज़र रखी जा रही है। हालाँकि प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि ये ड्रोन उनके नहीं हैं लेकिन ये किसके हैं, ये कौन बताएगा। video credit: upcc team
इस व्यक्ति के ऊपर बेहद संगीन आरोप हैं।
FIR होते ही कुछ लोगों ने SM पर इनकी कुछ ‘विशिष्ट’ लोगों के साथ तस्वीरें पोस्ट कीं, यह सोचकर कि ‘विशिष्ट’ लोगों को शर्मिंदगी महसूस होगी।
पर अब लग रहा है कि शर्मिंदगी तो
@noidapolice
को महसूस कराई जा रही है कि FIR करने की हिम्मत कैसे हुई?
यहाँ Rs 102/ लीटर पेट्रोल मिलता है। वैसे यूपी में आज पेट्रोल 97 रुपये में है। पाँच रुपये प्रति लीटर ज़्यादा ये क्यों ले रहे हैं, इसका जवाब देने की ज़रूरत ये नहीं समझते हैं। यह पेट्रोल पंप आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर है।
लाशें गंगा-यमुना जैसी नदियों में मिल रही हैं. गाँवों में खांसी-सर्दी-ज़ुकाम-बुखार से लोग पीड़ित हैं। कई गांवों में पिछले एक-दो हफ़्तों में दर्जनों लोग काल के ग्रास बन चुके हैं।
और ट्विटर पर #योगीजी_का_यूपी_मॉडल ट्रेंड कर रहा है.
सोचिए, यूपी वालों को कैसा लग रहा होगा?
PM क्यों नहीं जा रहे हैं, यह भी कोई सवाल है?
देख नहीं रही हैं कि CM के हाथ से लोग काग़ज़ छीन के फाड़े दे रहे हैं।
अब इन हालात में कैसे जाएँ?
पंजाब का अनुभव कर ही चुके हैं प्रधानमंत्री जी एक बार। बार-बार थोड़ी दोहराएँगे।
देश के PM
@narendramodi
मणिपुर क्यों नहीं जा रहे? राहुल से ज़्यादा सुरक्षा तो उनके पास है। तो किस बात का डर?
नोएडा मीडिया जिसे मोदी के साथ राहुल की तुलना करने का हमेशा से शौक़ रहा है क्या वो ये तुलना कर मोदी से सवाल पूछेगा नहीं जाना तो
@RahulGandhi
के रास्ते में क्यों रुकावट बन
ये कांग्रेस के सांसद मान नहीं रहे. संसद में महंगाई का विरोध किया, निलंबित कर दिए गए.
फिर भी सुधरे नहीं...
अब संसद के गेट पर बैठकर विरोध कर रहे हैं. इनकी तो गिरफ्तारी होनी चाहिए.
@ajitanjum
इन 22 करोड़ छात्रों से यदि सौ रुपये भी फ़ीस के लिए गए होंगे तो सरकार को 2200 करोड़ रुपये की आमदनी हुई होगी। समझ में नहीं आता कि सरकार नौकरी देने के लिए अब वेकेंसी निकालती है या कमाई करने के लिए?
बनारस में अध्यापकों को नया टास्क मिलने वाला है। देव दीपावली पर 35 लाख दीप प्रज्ज्वलित करने की ज़िम्मेदारी उनके मज़बूत कंधों पर डालने की योजना बन चुकी है। डेढ़ महीने पहले ही बता दिया गया है, तैयार रहिए।
@tgroundreport
RTI क़ानून में यही सब दिक़्क़तें हैं। बेमतलब की सूचनाएँ लोग निकलवा लेते हैं और छाप देते हैं।
बताइए, आम आदमी पर इससे क्या फ़र्क़ पड़ता है कि एक वंदे भारत के पैसे में२-३ शताब्दी ट्रेनें चल जातीं।
उसे ये जानकर भी क्या मिलेगा कि किस पार्टी को कौन, कितना चंदा दे रहा है?
उसे तो…
यूपी में साल 2013 इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्य के पद के लिए विज्ञापन निकाला गया। 2022 में उस विज्ञापन के तहत चयन प्रक्रिया पूरी की गई।
कल हाईकोर्ट ने पूरी भर्ती प्रक्रिया को विधिक प्रावधानों को ख़िलाफ़ बताते हुए निरस्त कर दिया।
मुगलों के शासन से 2017 तक यह अहसास नहीं होता था कि यह यूपी बाबा विश्वनाथ, भगवान राम और कृष्ण की भूमि है।
यह अहसास तब होना शुरू हुआ जब यूपी में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी।
- केंद्रीय गृह मंत्री मा० श्री
@AmitShah
जी
(भाजपा सदस्यता अभियान, लखनऊ)
29 अक्टूबर, 2021
इतना ही नहीं पढ़ाया गया है बंधु! और भी बहुत कुछ पढ़ाया गया है। पर, सवाल यह है कि आपने पढ़ा कितना है?
वैसे बड़ी जल्दी मैं आप जैसे उन लोगों के लिए इतिहास की एक सीरीज़ लेकर आ रहा हूँ जिन्हें किन्हीं कारण वश पढ़ने का मौक़ा नहीं मिल पाया।
हम इतिहास की किताबों में यही पढ़ते आएँ हैं कि भारत छोड़ो आंदोलन ने देश को आज़ादी दिलायी।लेकिन अंग्रेजों ने भारत के अलावा और भी बहुत सारे देशों को 1947 के आस पास आज़ाद कर दिया था ? क्यों? ज़रा सोचिए !
ये गोरखपुर विश्वविद्यालय के ABVP से जुड़े छात्र हैं।
छात्रों का मूड ख़राब हो गया तो कुलपति और कुलसचिव को पीट दिया।
बीच में पुलिस वाले आए, तो उन्हें भी पीटा।
फिर पुलिस वालों ने छात्रों को पीटा।
छात्र बहुत गु्स्से में हैं, ऐसा बताया जा रहा है।
अंकिता भंडारी की हत्या की गुत्थी उत्तराखंड पुलिस अब तक नहीं सुलझा पाई है। उनकी हत्या में कुछ ‘बड़े’ लोगों का नाम आ रहा है लेकिन पुलिस के हाथ वहाँ तक नहीं पहुँच पा रहे हैं।
पर अंकिता के लिए न्याय की माँग करने वालों से तो पुलिस निपट ही सकती है, वो भी रात के अंधेरे में!
लात-जूता, गोली-बंदूक़, ठोंको-पीटो, मारो-निपटाओ….
इसके बिना मुख्यमंत्री जी का भाषण पूरा नहीं होता।
जिन्हें ये माफ़िया कह रहे हैं उनके ख़िलाफ़ कोई भी केस पेंडिंग नहीं था। हाँ, खुद से अपना कोई केस उन्होंने वापस नहीं लिया था।
अब वो इस दुनिया में भी नहीं हैं।
लखीमपुर के डीएम
@DmKheri
अरविंद चौरसिया को हटा दिया गया है। अब महेंद्र प्रसाद सिंह लेंगे उनकी जगह। इससे पहले डीआईजी को भी हटा दिया गया है। #लखीमपुर_खीरी की घटना के बाद ये दूसरा महत्वपूर्ण स्थानांतरण है। #किसान_आंदोलन
#FarmersProtest
पंकज त्रिपाठी को गिरफ़्तार करके आपकी पुलिस ने अपनी सक्रियता और कर्मठता का परिचय दिया है जो प्रशंसनीय है। लेकिन उनके घर को ज़मींदोज़ करके पूरे परिवार को बेघर करने का कृत्य निहायत निकृष्ट, निंदनीय और असंवैधानिक है। पता नहीं, देश की कोई अदालत अपनी इस तौहीनी का संज्ञान लेगी या नहीं?
रीवा जिले के मऊगंज क्षेत्र में युवती के साथ हुई बर्बरता की घटना में अपराधी पंकज त्रिपाठी को गिरफ्तार कर उसके घर पर बुलडोजर चलाया गया। ड्राइवर पंकज का लाइसेंस भी कैंसल कर दिया गया है।
मध्यप्रदेश की धरती पर महिलाओं पर अत्याचार करने वाला कोई बख्शा नहीं जायेगा।
Electronic City Metro station पर ये सज्जन जबरन आगे बढ़ रहे थे। मना करने पर धमकाने लगे। मैंने इनकी तस्वीर खींचने की कोशिश की दो साथियों के साथ तीन बार मेरा मोबाइल छीनकर फेंका।
@noidapolice
क्या पता कर सकते है कि सीधी धमकी देने वाले ये सज्जन कौन हैं
@PrashantK_IPS90
ट्विटर पर कई लोग डरे हुए हैं कि कहीं उनका अकाउंट न बंद हो जाए। पूछ रहे हैं कि ऐसा क्या लिख दूँ कि न बंद होने पाए।
उन लोगों को मेरा सुझाव है कि भवानी प्रसाद मिश्र की कविता “गीत फ़रोश” पढ़ लें। काफ़ी कुछ आईडिया लग जाएगा।
नमूने के तौर पर कुछ प्रेरक पंक्तियाँ निम्नवत हैं....
आरबीआई के गवर्नर, गवर्नर बनने से पहले ही नोट पर हस्ताक्षर कर दे रहे हैं.
वीआरएस ले चुके रिटायर्ड अफ़सर को चुनाव आयुक्त बना दिया जा रहा है.
आईएएस की नौकरी छोड़कर नेतागीरी करने वाले को फिर से आईएएस की नौकरी दे दी जा रही है.
यही तो है न्यू इंडिया। 70 साल में कभी हुआ था ऐसा?
बताइए…… चुनाव के माहौल में मीडिया वाले मंत्री जी से अतीक अहमद पर सवाल कर रहे हैं। हद है।
अब, मंत्री जी अतीक अहमद से क्या लेना-देना है और इनके बग़ल खड़ी केंद्रीय मंत्री जी का भी क्या लेना-देना है।
मिर्ज़ापुर: कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' को आया गुस्सा... माइक को लेकर मीडिया से पूछा: मुंह में घुसा के बोलोगे क्या? नंदी, अतीक अहमद हत्याकांड से जुड़े सवालों से बचते नज़र आए।
#AtiqueAhmed
#NandGopalGupta
उन्नाव में पत्रकार मन्नू अवस्थी को कुछ लोगों ने शनिवार को गोली मार दी। गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
भू माफिया के ख़िलाफ़ लगातार खबरें लिख रहे थे। पहले भी उन पर हमले हो चुके थे। एक वीडियो के ज़रिए अपनी हत्या की आशंका भी जता चुके थे।
पुलिस अब मामले की जाँच कर रही है।
@ranvijaylive
सारी गलती गुप्ता बंधुओं की है। डिजिटल पेमेंट को इग्नोर किया इन्होंने। कैश न रखने के लिए प्रधानमंत्री जी आठ साल से कह रहे हैं। नोटबंदी तक कर दी, फिर भी लोग नहीं मान रहे हैं। (अभी ताज़ा मामला है, दो-चार दिन बाद बात करेंगे, तो गुप्ता बंधु यही कहते मिलेंगे जो मैंने लिखा है)
इलाहाबाद विश्वविद्यालय का छात्र सर्वेश यादव लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहा था। चाय पीने के लिए बाहर जा रहा था। इसी बीच थाने के दो दारोग़ा और सिपाही छात्र को पकड़ कर चौकी ले गए और जमकर पीटा। प्रयागराज के एसएसपी ने दो दारोग़ाओं को निलंबित कर दिया है।
@tgroundreport
चीन में कठोर कोविड प्रतिबंधों के विरोध में जनता सड़कों पर उतर आई है।
चीन में सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करना अपराध है और ख़तरे से ख़ाली नहीं है। फिर भी जनता का सड़कों पर उतरना यह दिखाता है कि लोग कोविड प्रतिबंधों से कितने परेशान और पीड़ित हैं।
#XiJinping
लखनऊ में कैंट और सरोजिनी नगर विधानसभा में पिछले चुनाव बीजेपी ने महिला सशक्तिकरण किया था। महिलाएँ ज़्यादा सशक्त हो गईं, इसलिए अब पुरुषों को मौक़ा दे दिया गया। कैंट से पिछली बार रीता बहुगुणा जोशी को टिकट मिला था और सरोजिनी नगर से स्वाति सिंह को।
#UPElection2022
लोगों के सब्र का बांध टूट रहा था कि पेट्रो क़ीमतें क्यों नहीं बढ़ रही हैं…… कई दिन से कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई… इत्यादि। तो बढ़ाने वालों ने आपकी भावनाओं की कद्र करते हुए शुरुआत कर दी है। धीरे-धीरे आपको पूर्ण संतुष्टि देने की ओर आगे बढ़ेंगे।
#PetrolDieselPrice
#इशरत_जहां एनकाउंटर की जाँच करने वाले और एनकाउंटर को फ़र्ज़ी बताने वाले आईपीएस अधिकारी सतीश चंद्र वर्मा को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। वर्मा इस समय प्रतिनियुक्ति पर
#CRPF
में तैनात थे और 30 सितंबर को रिटायर होने वाले थे।
शामली में पुलिस वालों ने बिजली विभाग के एक कर्मचारी की बाइक का 6000 रुपये का चालान काट दिया। बिजलीकर्मी ने थाने की बिजली ही काट दी क्योंकि थाने का बिजली बिल बकाया था।
@Uppolice
@aksharmaBharat
देवरिया के निवर्तमान सांसद रमापति राम त्रिपाठी को मंच पर एक कुर्सी तक नहीं मिली। नाराज़ होकर जाने लगे तो मनाया गया और कुर्सी दी गई।
टिकट तो पहले ही कट चुका है।
त्रिपाठी जी प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं और BJP के संस्थापक सदस्य रहे हैं।
अरे नहीं सर……
ये तो बाहर का वीडियो है। तमाम वीडियोज सदन के भीतर के देखिए….. बहुत शर्म आएगी।
और वो वीडियोज भी तब के हैं जब आप भी ‘कलाकार’ के आस-पास ही रहे होंगे।
एक बार ट्विटर पर ही सर्च मारिए, मिल जाएँगे।
@ranvijaylive
तभी तो कमी नहीं है। भर भर के न आता वहाँ से तो कमी हो जाती। दूसरी सरकारों का इतना प्रभाव नहीं था कि वो भारत में कोयला होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया से मँगाएँ।