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राजेंद्रसिंह भिंयाड़
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social & political activist.writer,bibliophile,traveler.Member Of @bjp4india
Desert City Barmer -Rajasthan
Joined July 2011
भरतपुर संस्थापक एवं महान योद्धा महाराजा सूरजमल जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन। #MaharajaSurajmal
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Tributes to Pt. #DeenDayalUpadhyay on his Death Anniversary.🍃 •He was a great nationalist & propagate the idea of " एकात्म मानवतावाद " & Always worked For " अंत्योदय ".
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, केंद्रीय गृ मंत्री श्री अमित शाह जी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी. नड्डा जी और दिल्ली भाजपा के सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं @narendramodi @BJP4India
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बाड़मेर जैसलमेर के पूर्व सांसद व केंद्रीय मंत्री विधानसभा अध्यक्ष रहे विद्वान व संजीदा राजनेता रामनिवासजी मिर्धा की पुण्यतिथि पर शत शत नमन ।#RamniwasMirdha
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शत शत नमन #पूज्यतनसिंहजी
रेगीस्तान का अभाव भरा इलाक़ा जीवन में कोई सहूलीयत नहीं पैदा होते ही पिता का साया सर से उठ जाना ।हालात से लड़ने के लिए इस बेरहम संसार में वह बालक निपट अकेला ।मां में ममता समझ व कठोरता का अद्भुत सम्मिश्रण था उसी ने बालक तणैराज का निर्माण किया जो बाद में तनसिंह व लाखों दिलों के लिए पूजनीय तनसिंह हो गए।अपनी धुन व लगन को जिद्द की हद तक पूरा करने की अकूत हिम्मत व हौसला,जीवन में एक प्रतिशत भी कृत्रिम व्यवहार का स्थान नहीं जिसका हाथ एक दफे पकड़ा पूरा पकड़ा लाखों विरोधों की परवाह किये बिना ओर जिसके विरोधी थे उसके भी सच्चे विरोधी बिना समझौते के साफ़ साफ़ दो टूक।जो कुछ लिखा मन की व्यथा थी कोई लेखकीय विद्वता भरा प्रलाप नहीं ।राजनीति में रहे अपने ही तरीक़े से अपने उसूलों पर अडिग व हिमालय से निकलने वाले बर्फ़ीले पानी जितने पारदर्शी।भारी कृतज्ञतापूर्ण कहते रहे जिसने एक दफे भी मुझे पानी का गिलास भी पिलाया है में उसके अहसान को कैसे भूल सकता हूँ ?जब आत्मविज्ञापन व आत्मप्रचार की आंधी चल रही है तब उन्होने आत्मबलिदान का रास्ता दिया पीड़ित मानवता के लिए देश के लिए साथियों के लिए ।कहते रहे करते भी रहे ख़ुद को मिटा कर ओरों के लिए रास्ता बनाते रहे।बहुत गंभीर पर अपने साथियों की ख़ुशी के लिए विनोद करते थे घंटो मौन रहते पर घंटो बोलते।एकदम मौलिक व्यवहार में कोई मिलावट नही ।तथाकथित बड़े लोगों का भारी विरोध सियासी व सामाजिक जीवन में पर रत्ती भर भी अपने हौसले से इधर उधर नहीं हुवे।उनकी विचार दर्शन सत्यम शिवम सुन्दरम का था जिसको गहराई से समझने की ज़रूरत दिनों दिन बढ़ेगी ।कुल जमा 56साल जिये दर्जनों किताबें सैकड़ों गीत हज़ारों पत्र सैकड़ों लोगों की आजीविका का प्रबंध साथ ही 6चुनाव लड़ लिये।गुर्दे का रोग रहा लक़वे के शिकार हो गए हाथ टूट गए पर वो कभी नहीं टूटे ।जीवन भर लोगों को दिया ही दिया बदले प्रेम नफरत जो मिली वो पीते रहे ।आध्यात्म की ऊंचाई तक गए भी व अंगुली पकड़ कई लोगों को उस राह चलाया भी।यह उनका परिचय हो भी नहीं सकता कि वो दो दफे सांसद विधायक नेता विरोधी दल या नगरपालिका चैयरमेन रहे वे सही अर्थों में महापुरूष थे उनको सच में पहचानने की ज़रूरत है उन सब को भी जो मानते है हम उनके Follower है ओर उन सब को भी जो इस पीड़ित मानवता के आंसू वास्तवं में पौंछना चाहते है।पूज्य तनसिंहजी की पुण्यतिथि पर शत् शत् नमन 🙏🙏
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यह बहुत ही चिंताजनक बात है सरकार व डिपार्टमेंट दोनों गंभीरता से इस पर गौर करे।
जैसलमेर के आकल वुड फॉसिल पार्क में प्राचीन जीवाश्म पत्थरों की चोरी एवं अंतरराष्ट्रीय बाजार में अवैध बिक्री की खबर अत्यंत चिंता का विषय है। इस पार्क में मौजूद जीवाश्म न केवल पुरातन धरोहर है, बल्कि पर्यटन एवं अनुसंधान के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। सरकार को जीवाश्म पार्क की सुरक्षा और संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। इसके साथ ही जन जागरूकता बढ़ाने और स्थानीय समुदाय को इस धरोहर के महत्व से अवगत करवाना भी आवश्यक है। हमें इस अनमोल धरोहर की रक्षा करनी होगी, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इसका अनुभव कर सकें।
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