एक भरपूर नींद लेने के बाद सुबह हो गई है अपने दिन का आरंभ कीजिए दैनिक दिनचर्या के बाद अपने उद्देश्य की ओर बढ़ाने के लिए पूरे जोश और जुनून के साथ मेहनत कीजिए यही सफलता का मंत्र है आप सभी का दिन मंगलमय हो
सुप्रभात
दुर्गम बर्फ़ानी घाटी में
शत-सहस्र फुट ऊँचाई पर
अलख नाभि से उठने वाले
निज के ही उन्मादक परिमल—
के पीछे धावित हो-होकर
तरल-तरुण कस्तूरी मृग को
अपने पर चिढ़ते देखा है,
बादल को घिरते देखा है।
“हौसले बुलंद कर रास्तों पर चल दे.. तुझे तेरा मुकाम मिल जाएगा, बढ़कर अकेला तू पहल कर देखकर तुझको.. काफिला खुद बन जाएगा।”
“सफ़र में मुश्किलें आए ,तो हिम्मत और बढ़ती है..
शुभ रात्रि मित्रो 🙏🙏
नहीं हलाहल शेष, तरल ज्वाला से अब प्याला भरती हूँ।
विष तो मैंने पिया, सभी को व्यापी नीलकंठता मेरी;
घेरे नीला ज्वार गगन को बाँधे भू को छाँह अँधेरी;
सपने जमकर आज हो गए चलती-फिरती नील शिलाएँ,
आज अमरता के पथ को मैं जलकर उजियाला करती हूँ।
~महादेवी वर्मा
सुबह-सुबह उठकर अपने इष्ट देव को स्मरण आप जो भी करते हो ध्यान जिम योगा कर अपने शरीर को स्वस्थ रखें और दिनभर ऊर्जावान बने रहे
सभी मित्रों को सुप्रभात आपका दिन मंगलमय हो
#GoodMorning
#जय_श्री_राम
आप सभी का दिन शुभ हो सुबह उठकर अपने इष्ट देव को स्मरण कर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ चलो साथियों उन्हें
सुप्रभात आपका दिन मंगलमय हो
#GoodMorning
#जय_श्री_राम
सुबह से रात तक न जाने कितने हजारों लोगों की पोस्ट पर जाता हूं लेकिन वापस मिलते है इने गिने ये क्या माजरा है दोस्तो।
कुछ तो इतने बड़े सेलिब्रिटी लोग है जिसकी कितनी ही पोस्ट पर चले जाओ कभी नहीं आते। बहुत बुरा हाल है यार
वर्षा ऋतु की स्निग्ध भूमिका
प्रथम दिवस आषाढ़ मास का
देख गगन में श्याम घन-घटा
विधुर यक्ष का मन जब उचटा
खड़े-खड़े तब हाथ जोड़कर
चित्रकूट से सुभग शिखर पर
उस बेचारे ने भेजा था
जिनके ही द्वारा संदेशा
उन पुष्करावर्त मेघों का
साथी बनकर उड़ने वाले
कालिदास, सच-सच
बहरों को फरियाद सुनाना, अच्छा है पर कभी-कभी
अंधों को दर्पण दिखलाना, अच्छा है पर कभी-कभी
ऐसा न हो तेरी कोई उंगली गायब हो जाए
नेताओं से हाथ मिलाना, अच्छा है पर कभी-कभी
~हुल्लड़ मुरादाबादी
कल रात को payout आने वाला है इसलिए अब दो दिन के लिए बाकी काम बंद जो पोस्ट पर आएगा उसके पोस्ट को rt 2cmt और bm किया जाएगा दबाकर जिसको जिसको लेना है पोस्ट पर आओ दिल खोल कर पाओ
दोस्तों इस पोस्ट को आप सभी ज्यादा से ज्यादा rt करेटा की यह पोस्ट ज्यादा से ज्यादा लोगों के पास पहुंचे और ज्यादा से ज्यादा लोग आपको फॉलो करें जो दोस्त प्रमोशन करवाना चाहते हैं वह rt कर कमेंट में अपनी आईडी डालें
@RaayChandReal
@Kisanjatt85
@srishtyfashion
@Gyancand12
दुर्गम वनों और ऊँचे पर्वतों को जीतते हुए
जब तुम अंतिम ऊँचाई को भी जीत लोगे—
जब तुम्हें लगेगा कि कोई अंतर नहीं बचा अब
तुममें और उन पत्थरों की कठोरता में
जिन्हें तुमने जीता है—
जब तुम अपने मस्तक पर बर्फ़ का पहला तूफ़ान झेलोगे
और काँपोगे नहीं—
तब तुम पाओगे कि कोई
अमल धवल गिरि के शिखरों पर,
बादल को घिरते देखा है।
छोटे-छोटे मोती जैसे
उसके शीतल तुहिन कणों को
मानसरोवर के उन स्वर्णिम
कमलों पर गिरते देखा है,
बादल को घिरते देखा है।