#AkhileshYadav
जी का बिगुल बजा तो, जाग उठी तरुणाई है। तिलक लगाने तुम्हें जवानों, क्रान्ति द्वार पर आई है।
आज चलेगा कौन देश से, भ्रष्टाचार मिटाने को !!
बर्बरता से लोहा लेने, सत्ता से टकराने को !!
आज देख लें कौन रचाता, मौत के संग सगाई है !!
तिलक लगाने तुम्हें जवानों क्रांति द्वार