डियर जिंदगी...
मै अब थक सा गया हूँ तुम्हारे इन इम्तिहानों की पुनरावृत्ति से, मै अब कुछ लम्हों का ऐसा सुकुन चाहता हूँ जैसे लोग कहा करते है कि मृत्यु के बाद सभी कुछ खत्म हो जाता है और सुकून का आभास होता है ! मै प्रेम,मित्रता,दुश्मनी और ईर्ष्या इन सभी भावों पर विजय पाना चाहता हूँ !!