काननकुमार त्रिवेदी 🇮🇳
1 year
#कृष्ण_सुदामा_दिन_शुभकामना
तप्त हृदय को , सरस स्नेह से , जो सेहला दे , मित्र वही है।
रूखे मन को , सराबोर कर जो नहला दे ,
मित्र वही है।
प्रिय वियोग , संतप्त चित्त को , जो बहला दे , मित्र वही है।
अश्रु बूंद की , एक झलक से , जो दहला दे , मित्र वही है।