@amitmalviya
जिसके घर के अंदर बृजभूषण शरण सिंह बैठा हो, और घर के बाहर सड़क पर शोषित महिला पहलवान धरने पर बैठी हों, उसे इस तरह की दोगली बातें नहीं करनी चाहिए।
छल, लोभ, क्रोध, निर्दयता व अहंकार दैवी शक्ति तो क़तई नहीं मानी जा सकती।
अब इस तरह की लफ़्फ़ाज़ी चलने नहीं वाली।