Jacinta Kerketta Profile Banner
Jacinta Kerketta Profile
Jacinta Kerketta

@JacintaKerkett2

Followers
14,458
Following
725
Media
480
Statuses
1,071

Poet, Writer, Independent Journalist. तीन कविता संग्रह प्रकाशित: अंगोर, जड़ों की ज़मीन, ईश्वर और बाज़ार. पहला संग्रह इंग्लिश,जर्मन, इतालवी, फ्रेंच में प्रकाशित.

Jharkhand, India
Joined April 2021
Don't wanna be here? Send us removal request.
Explore trending content on Musk Viewer
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
रवीश कुमार ने सुबह मेरी एक कविता साझा की. लोग सुबह से यही मेसेज कर-कर के मुझे बता रहे थे. उठकर देखा, इस कविता के लिए सुबह से वे FB पर खूब ट्रोल किए जा रहे हैं. यह सब अब उन्हें सामान्य लगता होगा. पर मुझे तो अब भी सीखने की जरूरत है.
Tweet media one
48
420
3K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
3 years
आदिवासी परिधान में देख एक सज्जन ने पूछा "हिंदी बोल लेती हो?" मैंने उन्हें बताया नहीं हिंदी के साथ इंग्लिश में अपनी बात समझा पाती हूं, जरूरी भर कुछ वाक्य जर्मन, इतालवी, फ़्रेंच के बोल पाती हूं. सादरी, संताली आती है, इसलिए हो, मुंडारी, खड़िया समझ लेती हूं और फिलहाल कुरूख़ सीख रही.
42
254
3K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
आदिवासी इलाकों में कुछ हद तक सामुदायिक जीवन बचा हुआ है. यात्रा से लौटो तो रात का खाना पड़ोसी खिला देती हैं. शाम चाय साथ में पी सकते हैं. सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकलो तो लोग साग-सब्जी थमा देते हैं. और कभी-कभी गांव का इकलौता मोची कहता है "जाओ गुड़िया. छोटा सा काम था. पैसा रहने दो."
Tweet media one
31
239
3K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
3 years
कॉलेज के दिनों में कुछ हिंदू मित्र मेरे चूल्हे का खर्च उठा लेते थे. कुछ मुस्लिम मित्र पॉकेट मनी भेजकर परीक्षा की फीस भर देते थे.पंजाबी मित्र घर का आधा भाड़ा भरते थे. आदिवासी मित्र साथ खड़े रहते थे. सबने जाति, धर्म के नाम पर संकुचित होने से बचाया. उन्होंने मनुष्य बने रहना सिखाया.
18
198
2K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
7 months
वे जो पूरा कपड़ा पहनते हैं पूरे कपड़े में आए और दरवाज़ा तोड़कर मेरे घर में घुस आए मैं अपने कमरे में आधे कपड़ों में घूम रहा था वे मुझे देखते ही बोले अधनंगे! अविकसित! असभ्य! मैं उनसे इतना ही कहना चाहता हूं किसी के घर में दरवाज़ा तोड़ कर घुसना असभ्य होना है : कवितांश
@TribalArmy
Tribal Army
7 months
आदिवासी जल,ज़मीन,जंगल के रक्षक है जंगली नहीं। #ArrestSudhirChaudhary
310
2K
7K
46
579
2K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
9 months
वे साफ़ हृदय वाले एक सुन्दर इंसान हैं. ज़मीन और लोगों से मिलते हुए, संवाद करते हुए, उन्हें सुनते हुए, उन्हें गले लगाते हुए उनकी आत्मा और सुंदर होती जा रही है. हमारे पास कुछ कविताएं थीं. थोड़ी नाराज़गी थी. थोड़ी नसीहतें थीं. वह सब कुछ एक दिन उनसे साझा करना हो सका.
Tweet media one
25
209
2K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
आज ही के दिन 19 अप्रैल 1985 को संताल परगना के बांझी गांव में महाजन के बचाव में पुलिस द्वारा चलाई गोली से 15 आदिवासी मारे गए थे. मृतकों की स्मृति में वहां 15 पेड़ हैं. वे पेड़ एक मैक्सिकन लोकोक्ति की याद दिलाते हैं " वे हमें दफना देना चाहते हैं. पर वे नहीं जानते कि हम बीज हैं."
Tweet media one
11
274
2K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
क्या तुम्हारी तरफ सूरज नहीं उगता?  ............. कितने तुमने बांध बनाए कितने जंगल पहाड़ उजाड़े पर बांध का पानी-बिजली   हमारे घरों तक तो नहीं पहुंचता हमें तुमने सौर ऊर्जा से चलने वाली बत्ती थमा दी तुम शहर में सौर ऊर्जा से बत्ती क्यों नहीं जलाते? क्या तुम्हारी तरफ सूरज नहीं उगता?
Tweet media one
22
299
1K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
झारखंड के एक गांव में डुगडुगी बज रही है. लोग धीरे-धीरे पेड़ के नीचे जुट रहे हैं.स्त्रियां चौड़े पत्तों से गुंगू बना रही हैं. गांधी जी अपनी बैठकों में चरखा चलाते थे. वे जिन बातों का जीवन में अभ्यास करते थे, आदिवासी जीवन शैली में लोगों को सहज रूप से उसे जीते हुए देखा जा सकता है.
Tweet media one
7
192
1K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
पेड़ की पूजा करने वाले संगठित धर्म और आदिवासियों में फ़र्क है. वे एक पेड़ की पूजा करते हैं और शेष जंगल का व्यवसाय करते हैं. मंदिर में एक पत्थर पूजते हैं पर पूरे पहाड़ का खनन करते हैं. माटी से मूर्ति बनाते हैं पर ज़मीन से विस्थापित होते लोगों के संघर्ष में कभी खड़े नहीं होते हैं.
35
367
1K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
वेरियर एल्विन जब पहली बार गोंड आदिवासी इलाके में गए तो उन्होंने लोगों से पूछा "आपके लिए स्वर्ग क्या है?" लोगों ने कहा "दूर-दूर तक महुआ के पेड़ों का होना ही स्वर्ग है." इस धरती पर पेड़ों, जंगलों का होना ही स्वर्ग है. आदिवासियों का स्वर्ग-नर्क कहीं नहीं होता. वह यहीं होता है.
Tweet media one
18
178
1K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
11 months
यात्रा से लौटना हुआ. गांव में चाय बेचती एक आदिवासी स्त्री ने कहा "हम इंतज़ार कर रहे थे. रात का खाना हमारे यहां खाकर जाना." शक्तिशाली लोग और देश दुनिया नहीं बचा सकते. वे भीतर खालीपन से भरे हैं. वे युद्ध ही दे सकते हैं. प्यार और परवाह से भरे लोग ही धरती को सुंदर बना सकते हैं.
Tweet media one
15
128
1K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
6 months
साधारण लोग समझते हैं कि अति शक्तिशाली नेता उन्हें भविष्य के संकटों से बचा सकता है. इसलिए वे अपना शासक चुन लेते हैं. पर शक्तिशाली नेता साधारण लोगों को विकास और शांति के नाम पर युद्ध में, दंगों में, हिंसा में झोंक देता है. और आमरण अनशन में बैठे लोगों को मरने के लिए छोड़ देता है.
@Wangchuk66
Sonam Wangchuk
6 months
END OF DAY 16 OF #CLIMATEFAST I continue to feel drained & lower & lower in energy... Hence a final appeal to the Prime Minister of India. Sharing the unfair treatment meted out to people of Ladakh on Safeguards under 6th Schedule of constitution. 4 years of dilly dallying and a
423
6K
18K
6
347
1K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
शुरूआत में घर की गली में बाईक चलाने का अभ्यास करते हुए लोगों के ताने सुनने को मिलते थे. मैंने महसूस किया कि गाड़ी चलाना, अकेले यात्रा पर निकल जाना, अपने मन का काम करना और अपने हिसाब से जीना भी एक स्त्री के लिए प्रतिरोध है. और यह प्रतिरोध मुक्त करता है.
Tweet media one
18
81
1K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
गांव लौटते हुए सोचती हूं. एक जंगल को घना होने में कितना समय लगता है? माटी की एक परत को? धरती की हजारों साल की मेहनत को बुल्डोजर में बैठा एक आदमी मिनटों में ध्वस्त कर देता है. धरती की मेहनत को बिना मेहनत उजाड़ना ही कुछ लोगों की ताक़त है.ऐसे लोग आज विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं.
Tweet media one
10
220
1K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
मित्र प्रो.ज्याँ द्रेज़ कहते हैं "पूरी स्कूली शिक्षा के दौरान हमें किसी ने नहीं पढ़ाया कि हमारे लोगों ने दूसरों के साथ क्या किया. जैसे कांगो के साथ. हम एक जीवंत संस्कृति से बहुत बाद में परिचित हुए. इसलिए ज़रूरी है वह स्पेस तैयार करना जहां बच्चे सिंगल स्टोरी के खतरों से बच सकें."
Tweet media one
9
105
1K
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
पेड़ जब गुजर रहा हो  सारी रात प्रसव पीड़ा से बताओ, कैसे डाल हिला दें जोर से? बोलो, कैसे तोड़ लें हम  जबरन महुआ किसी पेड़ से? हम सिर्फ़ इंतजार करते हैं इसलिए कि उनसे प्यार करते हैं । © जसिंता केरकेट्टा ("क्यों महुए तोड़े नहीं जाते पेड़ से?" कविता अंश. संग्रह: ईश्वर और बाज़ार)
Tweet media one
24
191
999
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
फॉर्ब्स में पहली बार मेरे साथ-साथ झारखंड का सौ साल से भी अधिक पुराना पुटकल गाछ प्रकाशित है. गांव के लोग उसकी उम्र को लेकर कहते हैं कि वह हमारे पुरखों के पुरखो के समय से ऐसे ही खड़ा है. जल-जंगल-ज़मीन-ज़ुबान और ज़मीर की बात कहता है जिन्हें हम पीढ़ी दर पीढ़ी दोहराते हैं.
Tweet media one
41
166
989
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
बचपन में सोचती थी यूनिवर्सल वैल्यू पर जीते लोग कभी-कभी हारते हुए से क्यों लगते हैं? प्रकृति हारती हुई क्यों लगती है ? पर देखा, मनुष्य कई आयाम में हार रहा है, हार चुका है. यूनिवर्सल मूल्यों को जीते लोग जीतेंगे. प्रकृति को अन्ततः जीतना है. 2020 में उनसे मुलाकात हुई थी. साझा कर रही.
Tweet media one
6
71
966
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
4 months
अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज़ एक सुंदर मित्र हैं. एक दिन उन्होंने कहा "शुरू में मैं आईएसआई कैंपस में रहता था. एक दलित व्यक्ति मिलने आए. उन्हें गेट से ही भगा दिया गया. तब मैंने कैंपस छोड़ दिया. उनके बीच रहने लगा. हमारे भीतर कितना हम हैं? हम बहुतों के अनुभव, जीवन-मूल्यों से बनते हैं."
Tweet media one
13
177
960
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
1 year
अ से अनार लिखा उन्होंने कहा आह! कितना सुंदर आ से आम लिखा उन्होंने आम के गुण गाए जब अ से अधिकार लिखा वे भड़क गए.
Tweet media one
15
198
953
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
पहाड़ के ऊपर असुर आदिवासी महिषासुर की पूजा कर रहे हैं. पहाड़ के नीचे समतल में देश के अलग-अलग हिस्सों से आकर बसे लोग दुर्गा की पूजा कर रहे हैं. दोनों को देख रही. यह याद दिलाता है कि यह देश एक जाति का राष्ट्र नहीं है. कई राष्ट्रों से मिलकर बना बहुराष्ट्रीय देश है. (चैनपुर, झारखंड)
Tweet media one
23
151
928
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
एक दिन सूरज को कोयला में बदल जाना चाहिए ताकि राष्ट्र उससे लाभांवित हो सके. #Save_Hasdeo_Forest
Tweet media one
13
254
926
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
झारखंड में असुर एक आदिम आदिवासी समुदाय है. बार-बार उन्हें दानव-राक्षस से संबोधित न करें. मजूमदार के अनुसार उनका ही संघर्ष आर्यों के साथ हुआ. वे दुनिया के लोहा गलाने के काम से जुड़े दुर्लभ धातुविज्ञानी में से एक माने जाते हैं. झारखंड में इनकी संख्या घटकर अब सिर्फ़ 7783 रह गई है.
Tweet media one
11
177
914
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
1 year
आदिवासी इलाकों में खनन के कारण लगातार हाथियों और आदिवासियों का सामंजस्य बिगड़ रहा है. जंगल और वन्य जीवों के साथ उनके सामंजस्य की कहानी ने देश को ऑस्कर दिलाया है. पर जश्न मनाते लोग उनके जल-जंगल-ज़मीन के संघर्ष के साथ भी खड़े हो सकें तभी सच्चे अर्थ में ऐसे जीवन का सम्मान हो सकेगा.
Tweet media one
9
237
921
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
हसदेव जंगल के पेड़ आख़िरकार काटे जा रहे हैं. पूरी सुरक्षा व्यवस्था के बीच. ये बता रहें हैं कि इस धरती पर पेड़ और इंसान दोनों की जड़ें विकास के नाम पर किस तरह उखाड़ी जाती हैं.
Tweet media one
26
344
870
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
गांव जाते समय मैंने सफेद गमछा टांग लिया. झारखंड के सुदूर इलाके का छोटा सा शहर है. रुककर चाय पीने लगे.तभी कुछ युवा बाइक से आए.रुके और घूरने लगे. दरअसल वे गमछे को घूर रहे थे.अब कोई किस रंग का गमछा टांगता है या किस रंग के रूमाल से नाक पोंछता है,इस बात के लिए भी खतरे में पड़ सकता है.
9
119
826
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
आदिवासी स्त्रियां कहती हैं कि गांव के पेड़ जिसे पुरखों ने लगाया है, वह सरकार का नहीं, समुदाय का है. जंगल समुदाय का है. समुदाय के लोग ग्रामसभा में यह निर्णय लेते हैं कि गांव की संपत्ति कैसे बचायी जाए. गांव की स्त्रियों की मजबूत भागीदारी से ग्रामसभा सशक्त होती है.
Tweet media one
8
156
807
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
गांव की एक स्त्री पड़ोसियों के लिए मशरूम ले जा रही.किसी ने अधिक पैसे देकर खरीदना चाहा. उसने कहा "सौदा में स्नेह कहां? बेचने का समय दूसरा है.अभी जिन्हें देने जा रही,वे मुझे याद रखेंगे." एक आदिवासी स्त्री स्मृति में बची रहना चाहती है.रुपए ताक़त देते हैं पर प्रेम उसे जिंदा रखता है.
Tweet media one
7
120
795
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
हिंदी सीखने के लिए भी कीमत चुकानी पड़ी है. हम हिंदी सीख सकें इसलिए मां बाबा ने मातृभाषा में बात न की. आज हिंदी सीखकर हम अप��ी भाषा की ओर लौट रहे हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कविताएं पढ़ना चाहते थे. आज उन्हें अपना संग्रह "ईश्वर और बाजार" दिया. उन्होंने भी किताबें भेंट की.
Tweet media one
18
67
782
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
लैटिन अमेरिका के लेखक एदुआर्दो गालियानो ने लिखा है."वे हमारे पहाड़ों पर आए.उसपर खड़े होकर बोले,हमने खोज लिया. हम जो वहीं खड़े थे, हमने कहा कि फिर हम यहां क्या कर रहे हैं. तब उन्होंने हमें घूंसा मारा." वह घूंसा विश्व के हर कोने में देशज लोगों को मारा जा रहा है. भारत अलग नहीं है.
Tweet media one
10
170
774
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
6 months
एक विकास है जिसका पेट कभी नहीं भरता है. अपनी भूख मिटाने के लिए वह हमेशा आदिवासी इलाकों की तरफ़ ही आता है. पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों ने जिस प्रकृति को संभाल कर रखा है, वहां ज़मीन, जंगल, पहाड़, नदी सबकुछ खा जाता है. विकास की ऐसी भूख के खिलाफ़ ही लद्दाख में लोग 20 दिनों से अनशन पर हैं.
@Wangchuk66
Sonam Wangchuk
6 months
20th Day OF MY #CLIMATEFAST 3000 people fasting with me. But still not a word from the government. Very unusual for a democracy... when 90% of the population have come out to remind the leaders of their promises and 100s have been on fast some for 20 days. But we're very
2K
19K
54K
7
272
740
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
7 months
एक दिन कविता पाठ का कार्यक्रम था. सरकार से जुड़े सभी लोग सुनने आए थे. उन्होंने किताबें भेंट की थी. मैंने अपनी किताब उन्हें दी थी. झारखंड ने इधर कुछ सालों में हिंसा और दंगे नहीं देखे. किसी का घर नहीं जला. झारखंड प्रतिरोध का गढ़ है. और यहां के लोग प्रेम और प्रतिरोध को ही चुनेंगे.
Tweet media one
6
128
737
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
आदिवासियों की ज़मीन पर शहर का शहर बसा हुआ है. आदिवासी इलाकों में कई पूजास्थल जहां आदिवासी पूजा करते रहे हैं, उन्हें हिंदुओं का पूजास्थल और तीर्थ बना दिया गया है. पूजा पाहन करता है, पार्किंग, दुकान, दान का पैसा पंडित उठाता है. ताजमहल से बात आगे निकले तो इस पर भी बात हो.
32
166
728
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
मां तिरिल या केउन्द को देख 1966 का अकाल याद करती थीं. कहती थीं " उन दिनों जंगल में हमलोग केउन्द चुनते थे. उसके सफ़ेद कोमल बीज को भापकर खाते थे. जंगल ने अकाल के बहुत बुरे दिनों में भी हमें बचा लिया था."
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
21
77
694
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
कोंध आदिवासी स्त्रियां जब जंगल से शहर आती हैं, गमछे से खुद को ढंक लेती हैं. शहर उन्हें उनके पहनावे के लिए शर्मिंदा करता है. पर हम उनके पहनावे के साथ खुद को लेकर हर कहीं जायेंगे. साड़ी के साथ ज़मीन के संघर्ष की कहानी सुनाएंगे, फिर जंगल लौट जायेंगे. तस्वीर : शुभेंदु चांद द्वारा.
Tweet media one
11
76
692
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
झारखंड के कुछ आदिवासी इलाके में गांव के सारे घर का रंग नीला है. और ग्रामसभा में लोग भारतीय संविधान की प्रस्तावना को प्रार्थना की तरह पढ़ रहे हैं.
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
Tweet media four
10
93
668
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
नेतरहाट के असुर आदिवासी समुदाय के बुजुर्ग अपना इतिहास जानते हैं. उनके पास अपनी असुर भाषा है. उरांवों के साथ रहने के कारण कुडुख़ भाषा, मुंडाओं की भाषा मुंडारी, सादरी और हिंदी भाषा भी जानते हैं. उनके बच्चे इन भाषाओं के साथ बढ़ रहे हैं. भाषाओं के मामले में वे समृद्ध हैं.
Tweet media one
10
101
655
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
कुछ लोग कहते हैं "पेड़ों की ही बात हो रही, इंसानों की भी बात करें." जंगलों के उजड़ने से लाखों आदिवासियों का घर उजड़ता है.और वे इंसान ही हैं. पेड़ों के कटने से वे दो बार कटते हैं. एक बार अपनी ज़मीन से और दूसरी बार पुरखों की स्मृतियों से,जिन्हें जंगल ने बचाकर रखा है. #SaveHasdeo
Tweet media one
16
187
627
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
नेता नाग मुंडा आदिवासी हैं. पुलिस कैंप के खिलाफ़ में 2018 में पत्थर गाड़ने पर देशद्रोही कहलाए. चार साल जेल में रहे. ज़मीन, पेड़ गिरवी रखकर पत्नी मुकदमा लड़ती रही. झारखंड में सरकार बदलने पर वे गांव लौट सके. तो आदिवासी उनके निशाने पर बहुत पहले से रहे हैं. शेष लोग धीरे-धीरे आते हैं.
Tweet media one
4
113
623
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
दर्जी की दुकान गई तो दर्जी ने कविताओं के बारे पूछा. गली के पुचका वाले ने भी जिक्र किया. रात पेट्रोल पंप में काम करती लड़की ने पूछा " आप वही हैं जो लिखती हैं?" और एक दिन सिनेमा हॉल में काम करते लड़के ने बेहतर सीट देने की कोशिश की. कविता को जीते लोग कविता पढ़ रहे हैं. जुड़ रहे हैं.
12
33
624
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
जंगल के भीतर लोग जानवरों के लिए फलदार पेड़ लगा रहे हैं. ताकि उन्हें भी पर्याप्त मात्रा में भोजन मिल सके. और वे गांव की तरफ न आएं. कुछ पेड़ों के गिरे फल भी लोग नहीं उठाते. वे जंगल में जानवरों का हिस्सा छोड़ देते हैं. पर इस धरती पर कथित सभ्य समाज का लालच सबका हिस्सा खा जाता है.
Tweet media one
10
152
607
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
पहली बार जब प्रो. ज्यां द्रेज मिले तो वे कविताओं के बारे कहते थे कि स्कूल में जितनी कविताएं पढ़ ली, हो गई. फिर इसमें बहुत रुचि रही नहीं. पर बाद में वे कविता-संग्रह "ईश्वर और बाज़ार" का इंतज़ार करते हुए दिखे. हमेशा पूछते "किताब का क्या हुआ?." अब उन्हें यह संग्रह भेंट करते हुए.
Tweet media one
11
42
608
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
बच्चे बड़े हो जाते हैं. देश के नागरिक बन जाते हैं. पर देश को ठीक से जानते नहीं. वे देश को टी.वी में देख-देख कर जानते हैं. इसलिए ज़रूरी है कि बच्चे पढ़े कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के किसी गांव में स्कूल जाते एक आदिवासी बच्चे का जीवन कैसा होता है. उसके सवाल उससे अलग क्यों होते हैं?
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
12
154
600
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
1 year
जब मेरा पड़ोसी मेरे खून का प्यासा हो गया मैं समझ गया राष्ट्रवाद आ गया. मेरे आस-पास की मुस्लिम लड़कियां क्यों जिहादी घोषित कर दी गई हैं? इस यात्रा का कोई बहुत सुंदर नाम है तो वह @_sayema है. एक नेकदिल इंसान, जिसके आस-पास होने से चीजें बदल जाती हैं.
Tweet media one
33
44
598
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
10 months
आदिवासी अंधेरे का इंतज़ार करते हैं. यह बुराई नहीं सुकून का प्रतीक है. अंधेरा होते ही जंगल के बहुत से जीवों की अपनी दुनिया शुरू होती है. यहां इंसान श्रेष्ठ नहीं है. लोग दीए बुझा कर गहरी नींद में डूब रहे थे. पटाखे की आवाज़ नहीं, बारूद की गंध नहीं. लोगों का दिल उजाले से भरा है.
Tweet media one
6
99
593
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
जंगल को बारूद की जगह बना दिए जाने के खिलाफ़ हर साल की तरह 22-23 मार्च को काफ़ी संख्या में लोग नेतरहाट में जुटे. स्त्रियां बच्चे पीठ में बांधकर, पुरुष सामान पीठ पर लादकर पहाड़ पहुंचे. युवाओं ने नाटक दिखाए. गीत गाए. लोगों ने मिलकर जंगल बचाने का फिर से संकल्प लिया.
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
Tweet media four
8
165
575
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
10 months
गांव के एक परिवार का ट्रैक्टर थाने में महीनों से फंसा है. डर से कोई जाता नहीं. शाम थाने से बात हुई. थाने ने उन्हें बुलाकर ट्रैक्टर दे दिया. लोग खुशी से खेतों की तरफ़ मछली मारने गए. मेरे सपने में मछलियां घूम रही हैं. और पूछ रही हैं. आदिवासी पुलिस थाने से इतना डरते क्यों हैं?
Tweet media one
12
69
582
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
1 year
रामनवमी से ठीक पहले सरहुल आता है. हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर होते हैं. स्त्रियां, बच्चे,बूढ़े,जवान. पूरा शहर गीतों और सखुआ फूलों से मदमाता रहता है. कहीं कोई दंगा नहीं होता. ठीक उसके बाद रामनवमी आता है. दंगा हो जाता है. वर्चस्व की संस्कृति की नसों में युद्ध ही बहता है.
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
11
164
580
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
3 years
राजा तो चले जाते हैं, कारीगरों के हाथों का काम ही रह जाता है। दुनिया उसी को देखती और सराहती है। (ग्वालियर)
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
Tweet media four
13
25
556
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
6 months
इस देश के भीतर कई देश हैं. सबकी अपनी भाषा, संस्कृति, जीवन शैली है. सबने अपनी भिन्नता के साथ इस देश को स्वीकार किया है. इसी स्वीकार से यह देश बना है. इस भिन्नता को स्वीकार करना चाहिए. लद्दाख में 12 दिनों से लोग अनशन पर बैठे हैं. देश से प्यार करने वालों को उन्हें सुनना चाहिए.
@Wangchuk66
Sonam Wangchuk
6 months
BEGINNING OF DAY 12 OF #CLIMATEFAST 300 people sleeping outdoors under clear skies. Temperature: - 10 °C Today is big day... thousands of people wl join for a 1 day #ClimateFast here & in different Indian cities. Do please join such events by 'Friends Of Ladakh Friends of
2K
17K
46K
3
192
556
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
गांव में हाट लगता है. पहाड़ से उतर कर हाट आती आदिवासी लड़कियां मुझसे मिलने घर चली आती हैं. चकित होकर किताबें देखती हैं. फिर कई विषयों पर बातचीत होती है. "आदिवासी समाज के भीतर भी स्त्री जीवन को लेकर जो सच्चाई है उसपर समाज बात नहीं करता" वे कहती हैं. कविताएं पढ़ती यह रोश असुर है.
Tweet media one
6
69
543
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
नीला पहाड़, पीला अमलतास. कुंड़ुख़ भाषा में अमलतास को सोनारखी कहते हैं. यह उरांव आदिवासी समुदाय की भाषा है. यूनेस्को की लुप्तप्राय भाषाओं की सूची में कुंड़ुख़ भाषा भी शामिल है. जंगल के उजड़ने के साथ-साथ उसकी भाषा भी उजड़ जाती है. #SaveHasdeoAranya
Tweet media one
15
111
536
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
3 months
Tweet media one
12
18
544
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
6 months
जंगल में सेमल, पलाश, सरई सारे फूल अपने-अपने रंग लेकर खिले हुए हैं. कुछ आदिवासी समुदाय इन दिनों फूलों का पर्व बाहा पर्व, बा: पर्व मनाते हैं. इसके बाद लोग प्रकृति पर्व सरहुल, खद्दी पर्व मनायेंगे. प्रकृति के पास सारे जीवंत रंग हैं. उसके बचे रहने से ही हमारे जीवन में रंग बचे रहेंगे.
Tweet media one
4
69
536
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
कस्तूरबा गांधी ने गांधी जी को पहली बार ख़त लिखा. पुणे के जेल में एक कम उम्र की आदिवासी लड़की दशरीबेन ने कस्तूरबा गांधी को पढ़ना-लिखना सिखाया था. ख़त पढ़कर गांधी जी ने कहा "जो काम मैं नहीं कर सका एक छोटी सी आदिवासी लड़की ने कर दिखाया." पर इसका जिक्र कहीं नहीं मिलता.
7
84
526
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
हिमाचल के एक गांव में मित्र की मां खाना खिला रही थीं. पूछा " तुम किस देश की हो?" मैंने कहा " झ��रखंड". वह मुस्कुराई. ज़मीन पर सामने बैठी रहीं और थोड़ा-थोड़ा खाना परोसती रही. निकलते वक्त प्रसाद दिया. मैंने उनके पैर छुए. सोचा, इस देश में कई देश हैं, जिन्हें प्रेम ही पूरा कर सकता है.
Tweet media one
9
47
524
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
3 months
"कुर्द होना भर गिरफ़्तारी के लिए काफी है. जेल में कविताएं लिखी. खानाबदोश की तरह यात्राएं की. हर बार लौटकर गांव आती हूं. अपने लोगों के बीच होती हूं. लिखती हूं कि वे अदृश्य नहीं हैं." चर्चित कुर्द कवि बेजान मातुर को आज सुनना हुआ. दुनिया भर में लोग एक तरह की शक्तियों से लड़ रहे हैं.
Tweet media one
5
90
512
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
1 year
पेड़ों ने तुमसे पेड़ लगाने को नहीं कहा.
Tweet media one
12
116
498
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
जब एक गांव से शुरू हुई छोटी पहल 25 गावों में फैल गई. लोग हर साल एक अखड़ा में अपनी सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए जुटने लगे. तब यह देख कुछ लोगों ने कहा "नाचते-गाते आदिवासी ठीक लगते हैं. पर ये सांस्कृति���, बौद्धिक और राजनीतिक चेतना संपन्न नहीं होने चाहिए." पुरानी तस्वीर. खूंटी,झारखंड.
Tweet media one
7
67
505
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
यह कविताओं में आदिवासी संवेदना और सरोकारों का सम्मान है.
Tweet media one
34
47
492
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
8 months
जंगल दूर है हमारे शहर से. वह उजड़े. हिमालय भी दूर है. वह पिघले. हमें क्या? ऐसी बातें घोर व्यक्तिवादी जीवन शैली से आती हैं. जंगलों-पहाड़ों को उजाड़ने के बाद कथित सभ्य समाज समुद्रों का उत्खनन करेगा. दरअसल यह धरती पर सिद्दत से सबकी कब्र खोदने में लगा हुआ है. #SaveHasdeoForest
Tweet media one
10
181
502
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
इधर मौसम जाड़े की सुबह सा हो गया है. रोज हल्की बारिश के बाद धुंध सी छाई रहती है. मेंढक टर्राने लगे हैं, झींगुर गाने लगे हैं. खेत जोते जा रहे हैं. रात बिजली गुल रहती है पर जुगनुओं का मेला लगा रहता है. कुछ जुगनू कमरे में चले आते हैं. हथेलियों पर बैठ जाते हैं. सबकुछ सुंदर हो गया है.
Tweet media one
9
55
490
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
झारखंड-छत्तीसगढ़ की सीमा क्षेत्र के पहाड़ों पर कोरवा आदिम समुदाय के लोग हैं. लोग गांव में नया कुंआ बना रहे. स्त्रियां बताती हैं कि पूरा कुआं बन जाने और पानी भर जाने के बाद गांव में उनका विवाह समारोह और भोज होता है. इसके बाद ही वे गांव और लोगों के जीवन का हिस्सा हो जाते हैं.
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
7
57
485
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
क्या तुम्हारी तरफ सूरज नहीं उगता? .... कितने तो तुमने बांध बनाए कितने जंगल पहाड़ उजाड़े पर बांध का पानी, बिजली हमारे घरों तक नहीं पहुंचता हमें तुमने सौर ऊर्जा से चलने वाली बत्ती थमा दी तुम शहर में सौर ऊर्जा से बत्ती क्यों नहीं जलाते? क्या तुम्हारी तरफ सूरज नहीं उगता? © जसिंता
Tweet media one
14
102
485
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
1 year
एक ऐसे राष्ट्र के लिए हवन जारी है जिसमें राजा और ईश्वर बचे रहते हैं. और लोग मारे जाते हैं.
@ashoswai
Ashok Swain
1 year
Why does Modi need to do ‘havan’ to inaugurate a conference center building? He does not have time to speak on Manipur but all the time on the earth to do these religious rituals to fool his followers!
803
3K
10K
3
106
466
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
अलग-अलग गांवों में रात्रि पाठशाला शुरू करने की कोशिश है. आज एक गांव में रात्रि पाठशाला में जुटी लड़कियों ने कहा कि जिन विषयों को वे यहां सुन रहीं हैं, वह बातें पहले कभी नहीं सुनी. पाठशाला में कुछ अभिभावक भी आते हैं. आज मैंने कुछ की आंखों में आसूं देखे. (चैनपुर, गुमला. झारखंड)
Tweet media one
12
46
466
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
9 months
लौटना. लौटने के लिए हर बार कुछ छोड़ना होता है. पर हम शक्तियों को जकड़ कर रखना चाहते हैं. और उनके छूट जाने से डरते हैं. वह डर हमें नए सिरे से पूरी कोमलता और सुंदरता के साथ खिलने नहीं देता. पत्ते पेड़ों को छोड़ते हैं फिर से लौटने के लिए. अभी हम जाते हैं. फिर से लौटने के लिए...
Tweet media one
6
58
462
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
कुछ वर्ष पूर्व झारखंड के खूंटी जिले के एक गांव में रात्रि पाठशाला शुरू किया था. बाद में झारखंड की एक आईएएस अधिकारी और उनके परिवार ने संपर्क किया.गांव को गोद ले लिया. आज पलायन छोड़कर कई लड़कियां उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहीं हैं. एक छोटी शुरुआत को समुदाय के लोग और आगे लेकर जाते हैं.
Tweet media one
9
60
454
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
8 months
हमसे जीवन लिया और बदले में हमें रेगिस्तान दिया. #SaveHasdeoForest PC : Kranti.
Tweet media one
12
139
462
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
10 months
एक पेड़ किसी आदमी को बुद्ध बना सकता है कोई जंगल किसी को बिरसा मुंडा : कवितांश धरती आबा वीर बिरसा मुंडा की जयंती पर यह सोचते हुए कि उनके नाम पर झंडा उठाने और उनके चरणों पर झुकने वालों की संख्या बहुत है. पर कोई बिरसा मुंडा फिर क्यों नहीं लौट रहा है? संकट तो आज और भी भयावह है.
Tweet media one
4
119
451
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
8 months
हमारा घर तो उजड़ रहा है. बहुतों का घर उजड़ने की तैयारी में है. हमारे देवा-देवी सब उजड़ रहे हैं. हम दीया कहां जलाएं? किस खुशी में जलाएं? प्रशासन के आदेश पर जिनपर दबाव है वे दीया जलाएं. हम प्रतिरोध में कोई दीया नहीं जलाएंगे. हसदेव के लोगों ने यह निर्णय लिया.  #SaveHasdeoForest
Tweet media one
3
173
452
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
5 months
गांव में कई दलित परिवार हैं. उनसे मिलने जाने पर मैंने पूछा "क्या कहूं आपको?" " मां कहो." उन्होंने कहा. इस रिश्ते से बहुत सारे परिवार मिले हैं. बहुत सारी माएं भी. इस वर्ष भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता के युवा पुरस्कार की राशि दलित और आदिवासी परिवारों के कुछ बच्चों की शिक्षा को जाएगी.
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
14
53
449
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
इंसानों के बीच आत्मीयता धीरे-धीरे ख़त्म हो रही है. जानवरों ने इसे बचाकर रखा है.
Tweet media one
7
23
442
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
1 year
देखते देखते यह तस्वीर दिखी. मां एक दिन बाईक पर किसी लंबी यात्रा पर जाना चाहती थी. और एक सुबह हम निकल गए खाली सड़कों पर दूर कहीं. कुछ समय बाद वे अपनी अंतिम यात्रा पर चली गईं. याद आता है वह बाईक यात्रा उनकी पहली और अंतिम यात्रा थी. हम एक वही यात्रा साथ कर सके.
Tweet media one
6
12
441
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
संगठित धर्म और कॉरपोरेट साथ-साथ चलते हैं. एक विकास के नाम पर प्रकृति की जड़ें उखाड़ता है और एक धर्म को बचाने के नाम पर इंसानों की जड़ें उखाड़ता है. यह सब कुछ न कुछ बचाने के नाम से होता है. ये दोनों ही धरती पर कब्र खोदने में माहिर होते हैं. इनसे इंसानों को कौन बचा सकता है?
10
99
435
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
10 months
फिलिस्तीन (मेरा घर) फिलिस्तीन मेरे घर की छत है फिलिस्तीनी बच्चे मेरे घर की ईंटें हैं मैं कैसे बर्दाश्त करूं कि कोई मुझे बेघर कर दे कोई मेरे घर की दीवार गिरा दे मैं यह बातें कर रहा हूं फिलिस्तीन से हज़ारों मील दूर अपनी खपरैल छत के नीचे सारंडा और अबूझमाड़ के आदिवासी गांव से।
Tweet media one
6
101
438
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
झारखंड के जंगलों में फिर से बुड़जू बहा अर्थात कचनार के फूल खिल गए हैं. जंगल में पलाश और सेमल के लाल फूल दहकते प्रतिरोध से लगते हैं. पर बुड़जू बहा प्रेम और जीवन से भरे दिखते हैं. "बुड़जू" असुर आदिवासियों की असुरी भाषा का शब्द है. यह भाषा आग्नेय भाषा परिवार से सम्बद्ध है.
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
7
36
433
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
1 year
हर बार गांव की ओर लौटते हुए मन कुछ ज्यादा हरा हो जाता है.
Tweet media one
4
32
432
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
7 months
रात के 11 बजने वाले थे. दिल्ली में एक मित्र से मिलकर लौट रही थी. कैब लिया. यूपी का रहने वाला एक युवा ड्राइवर था. उसने कुछ देर बाद कहा "आपको किसी पोस्टर में देखा है." फिर बातें होने लगी. उसके संघर्ष की कहानी सुनती रही. नफ़रत भरे महौल में भी एक सुंदर इंसान बचा हुआ था.
6
42
439
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
देखती हूं, गांवों में हर लड़की का संघर्ष एक सा है. गांव में उनके साथ छोटे रचनात्मक प्रयास ने कुछ बदलाव लाए हैं.अब तो कुछ 80% से स्नातक पास कर एम.ए की पढ़ाई कर रहीं. इधर आईएएस वंदना दादेल और उनके संबंधियों ने झारखंड की इन लड़कियों की ज़िम्मेदारी उठाकर उनके लिए रास्ते खोले हैं.
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
3
63
413
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
5 months
डरे हुए आदमी को ......... डरे हुए आदमी को प्रेम साहसी नहीं बनाता उसे और अधिक डराता है। © जसिंता केरकेट्टा कविता संग्रह : "प्रेम में पेड़ होना" से प्रकाशक: राजकमल प्रकाशन, नई दिल्ली.
7
111
419
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
झारखंड के असुर आदिवासी समुदाय की लड़कियों ने कहा कि वे कहानियां पढ़ना चाहती हैं. झारखंड के नए युवा कथाकारों की कहानियां जिसमें मेरी भी एक कहानी है, उन्हें पढ़ने को दिया. किताब मिलते ही वे उसमें डूब गईं. जंगल सिर्फ़ जंगल नहीं है. यह शिक्षा का केंद्र भी है. वे जंगल को पढ़ रहीं हैं.
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
Tweet media four
3
64
418
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
3 years
पद्मश्री से सम्मानित तुलसी गौड़ा पेड़ लगाती हैं. लोग उन्हें जंगल की एनसाइक्लोपीडिया कहते हैं. सरकार भी आदिवासी इलाकों में खूब पेड़ लगाती है. पर सिर्फ़ युकिलिप्तस का पेड़. जंगल को जानने वाले लोग ही विविधता को जानते हैं. जो जंगल को नहीं जानते वे विविधता को भी नहीं समझते.
Tweet media one
1
60
412
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
आज ऑक्सफर्ड, इंग्लैंड में सेंट जॉन्स कॉलेज जाना हुआ. यहीं मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा ने पढ़ाई की थी. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा भारत के आदिवासियों के सबसे बडे़ अगुआ थे. झारखंड के खूंटी जिले में जन्मे थे. उन्होंने संविधान सभा में आदिवासी हितों की पुरजोर वकालत की थी.
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
Tweet media four
4
57
412
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
1 year
I am not your data ~ Abhay Xaxa
Tweet media one
7
99
411
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
4 months
"अमीर अपनी संपत्ति का श्रेय कड़ी मेहनत को देते हैं, पर लोग उनसे अधिक मेहनत करते हैं. भारत में धन असमानता कल्पना से परे है. यदि सौ मज़दूर न्यूनतम मजदूरी पर रोज़ काम करें और पूरी कमाई बचाएं, तो भी उन्हें गौतम अडानी जितनी संपत्ति जमा करने में करीब दस लाख साल लगेंगे." ज्यां द्रेज़.
Tweet media one
6
103
410
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
#savehasdeoforest #standwithadivasis प्रकृति सबको चाहिए. इसकी सुंदरता सबको चाहिए. देश बचाना सब चाहते हैं. पर देश के भीतर प्रकृति के लिए संघर्ष करते लोगों के साथ सब नहीं आते. एक दूसरे को ठीक से नहीं जानने के कारण एक नैरेटिव लोगों को बांटकर रखता है. उस नैरेटिव का टूटना ज़रूरी है.
Tweet media one
Tweet media two
Tweet media three
8
117
412
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
आज पारसनाथ पहाड़ पर हजारों की संख्या में आदिवासी जुटे. लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रतिरोध दर्ज़ किया. लोगों ने कहा कि वे जैन धर्म का सम्मान करते हैं पर आदिवासियों की जगह-ज़मीन हड़पने का प्रयास गलत है. कोई फैसला न आने पर लोग बिरसा मुंडा और सिदो-कान्हू के गांव में फिर जुटेंगे.
Tweet media one
5
101
403
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
3 years
कोयला, लोहा, बॉक्साइट खोदते-खोदते एक दिन वे थक जायेंगे, पर संतुष्ट नहीं होंगे। जब सब खुद चुका होगा तो कहेंगे " हमारी कब्र के लिए तो कोई जगह बचा नहीं। उसकी खु���ाई कहां करें? " धरती कहेगी " यह जो गड्ढा खोद रखा है पहले से ही। उसी में लाश बनकर लेट जाओ। यही तुम्हारी कब्र है।"
6
88
392
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
शास्त्रों ने "असुर" शब्द को "राक्षस" में बदल दिया. बुरे लोगों का प्रतीक बना दिया. पर जंगल में कचनार के खिले सुंदर फूलों की तरह असुर आदिवासी समुदाय के लोग सुंदर हैं. उनका दिल इतना ही उज्ज्वल है. कचनार के फूल को वे असुर भाषा में " बुड़जू बहा" कहते हैं.
Tweet media one
Tweet media two
12
80
400
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
बस यात्रा करने की अपनी कहानी है. "गरीबी के कारण आगे पढ़ न सका. पर यह किताब पढ़ सकता हूं." मेरे हाथ में किताब देखकर बुजुर्ग ने कहा. वह आशुतोष भारद्वाज की किताब मृत्यु-कथा थी. फिर वे रास्ते भर पढ़ते रहे. अपने गांव आने का निमंत्रण दिया. मैंने उन्हें यह किताब गिफ्ट करने का वादा किया.
Tweet media one
3
30
402
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
झार���ंड के सुदूर इलाकों की सड़कों पर कुछ सुंदर दिखता है तो जंगलों- पहाड़ों से निकलकर स्कूल जाते आदिवासी बच्चे. काफ़ी संख्या में स्कूल जाती आदिवासी लड़कियां. बहुत भोरे वे सब साइकिल से या पैदल ही घर से निकल जाते हैं. पर जब लौटते हैं तो बहुत सारा उजाला लेकर आते हैं.
Tweet media one
7
40
401
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
#SaveHasdeoForest #standwithadivasis एक पेड़ किसी आदमी को बुद्ध बना सकता है कोई जंगल किसी को बिरसा मुंडा कवितांश: शहर की बेचैनी. कविता संग्रह : जड़ों की ज़मीन. © जसिंता केरकेट्टा
Tweet media one
3
93
397
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
Tweet media one
6
10
400
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
कल गाय चराकर घर लौटते गांव के एक बुजुर्ग ने बताया कि वे आजकल कविता-संग्रह "अंगोर" पढ़ रहे हैं. कहा, फिर "ईश्वर और बाज़ार" पढ़ेंगे. गाय चराने जाते हैं और उधर ही जंगल में सारा दिन कविताएं पढ़ते रहते हैं. कविता को जीते लोग कविता पढ़ रहे हैं. लिखना सार्थक हुआ.
Tweet media one
6
39
399
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
इस धरती पर लोग चांद पर भरोसा करते हैं जो किसी के लिए भी कभी ज़मीन पर उतर नहीं सकता है पर उस पर भरोसा नहीं कर पाते जो पीढ़ियों से पड़ोस में रहता है ।। कवितांश: © जसिंता केरकेट्टा
Tweet media one
5
56
394
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
2 years
मेरे शिक्षक,अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता मेघनाथ जी कहते हैं कि समाज में हर आदमी थोड़ी-थोड़ी भी बेईमानी करता है, तो सामूहिकता में समाज को नीचे ले जाने में भूमिका निभाता है. कई लोग एक साथ जहां अपने मूल्यों से नीचे गिर रहे हो, उस समाज को कौन बचा सकता है?
Tweet media one
5
34
395
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
1 year
"आदिवासी हिंदू नहीं हैं. हम पहाड़ पर अच्छी बारिश के लिए पूजा करने जाते थे. इलाके में दो पंडित आए. उन्होंने एक कहानी प्रचारित की. प्रशासन के लोग उनके मित्र थे. उनके सहयोग से मंदिर बना और यह आदिवासी क्षेत्र अचानक धाम में बदल दिया गया." रंजय उरांव ने कहा.
13
163
390
@JacintaKerkett2
Jacinta Kerketta
8 months
छत्तीसगढ़ की तरफ़. शाम अंबिकापुर में कविता पाठ और लोगों से संवाद संभव है. फिर आगे हसदेव की ओर. #SaveHasdeoForest
Tweet media one
9
48
394