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RT @DainikBhaskar: क्या गंगा 2050 तक सूख जाएगी: 87 साल में गंगोत्री का ग्लेशियर 1700 मीटर पिघला; पुराण में भी 5000 साल बाद लौटने का जिक्र #…
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RT @LaxmanTonk: माननीय मुख्यमंत्री महोदय श्रीमान @BhajanlalBjp जी आपसे नम्र निवेदन है कि आज के समय में बढते हुए साइबर क्राइम व फाइनेंशियल…
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RT @DhanrajSai49532: बढते साइबर क्राइम व फ्रॉड को देखते हुए राजस्थान पुलिस में काँस्टेबल भर्ती योग्यता ग्रेजुएशन करनी चाहिए क्योंकि अब सभी…
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RT @raj_police1965: वर्तमान में बढते साइबर क्राइम, फ्रॉड को देखते हुए राजस्थान पुलिस में काँस्टेबल भर्ती योग्यता ग्रेजुएशन करनी चाहिए क्यों…
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RT @EYkasana17047: बढते साइबर क्राइम व फ्रॉड को देखते हुए राजस्थान पुलिस में काँस्टेबल भर्ती योग्यता ग्रेजुएशन करनी चाहिए क्योंकि अब सभी अ…
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RT @ManojKu14934184: बढते साइबर क्राइम व फ्रॉड को देखते हुए राजस्थान पुलिस में काँस्टेबल भर्ती योग्यता ग्रेजुएशन+RSCIT करनी चाहिए क्योंकि अ…
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RT @Arjun_saini_k: बढते साइबर क्राइम व फ्रॉड को देखते हुए राजस्थान पुलिस में काँस्टेबल भर्ती योग्यता ग्रेजुएशन करनी चाहिए क्योंकि अब सभी अ…
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RT @commandobaju: बढते साइबर क्राइम व फ्रॉड को देखते हुए राजस्थान पुलिस में काँस्टेबल भर्ती योग्यता ग्रेजुएशन करनी चाहिए क्योंकि अब सभी अनु…
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@jpk_11
जय प्रकाश कुमावत ,नागरिक सुरक्षा समन्वय समिति
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बढते साइबर क्राइम व फ्रॉड को देखते हुए राजस्थान पुलिस में काँस्टेबल भर्ती योग्यता ग्रेजुएशन करनी चाहिए क्योंकि अब सभी अनुसंधान इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से होनो लगे है तो पुलिस का आज के समय हाईटेक होना भी जरूरी है,सरकार को बजट में यह घोषणा करनी चाहिए। @RajCMO @PoliceRajasthan
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RT @jpk_11: बढते साइबर क्राइम व फ्रॉड को देखते हुए राजस्थान पुलिस में काँस्टेबल भर्ती योग्यता ग्रेजुएशन करनी चाहिए क्योंकि अब सभी अनुसंधान…
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@jpk_11
जय प्रकाश कुमावत ,नागरिक सुरक्षा समन्वय समिति
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'सेवार्थ कटिबद्धता जिसका मूल मंत्र, राजस्थान में फैला इसका कुशल तंत्रा एक लाख 16 हजार 902 कार्मिक, 1024 थाने 1316 चौकी, लगातार सेवार्थ मगर समय पर पुलिस मांगे पुरी नही होना एक समस्या है.... यह मांगे पूरी हो @RajCMO @BhajanlalBjp @PoliceRajasthan @1stIndiaNews @zeerajasthan_
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Dwarka Prasad
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RT @jpk_11: 'सेवार्थ कटिबद्धता जिसका मूल मंत्र, राजस्थान में फैला इसका कुशल तंत्रा एक लाख 16 हजार 902 कार्मिक, 1024 थाने 1316 चौकी, लगातार…
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Dwarka Prasad
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RT @1stIndiaNews: Breaking News: RGHS लाभार्थियों के लिए सरकार ने दी बड़ी राहत | Jaipur | Rajasthan Government #FINVideo #RajasthanWithFi
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@HansraajGurjar
Hansraj Gurjar
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आज रविवार है जिसका सभी विभागों के कर्मचारी/अधिकारी बेसब्री से इंतजार करते हैं (सिवाय पुलिस के) क्योंकि यह छुट्टी का दिन होता है। इस दिन वो अपने परिवार, बच्चों के साथ समय बिताए, कहीं घूमने जाए, रिश्तेदारों और समाज में लोगों से मिलता है ताकि उसका सामाजिक संबंध मजबूत रहे और समाज में उसका लगाव और जुड़ाव बना रहे। इसके विपरीत पुलिसकर्मी के न कोई रविवार आता है न कोई सरकारी छुट्टी आती है जिससे वो अपने परिवार, बच्चों और समाज को समय दे सके जिनसे वो जुड़ा रह सके उनको उससे लगाव हो जुड़ाव हो। पुलिसकर्मी अपने परिवार, बच्चों और समाज के लिए 24 घंटे ड्यूटी पर मामूर जरूर रहता है लेकिन उनसे जुड़ाव और लगाव कभी नहीं बना पाता है क्योंकि वो उनको समय पर समय नहीं दे पाता है। पुलिसकर्मी समाज से एकदम अलग हो जाता है और समाज भी उसे अलग ही नजर देखती है क्योंकि वो कभी किसी सामाजिक कार्यक्रमों में दर्शन नहीं दे पाता है इसलिए लोग उसे पहचानते नहीं है तब उसे बहुत ही दुःख होता है जो सिर्फ और सिर्फ वो ही महसूस कर सकता है कोई और नहीं। अब कई विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कहेंगे कि पुलिस की नौकरी इतनी ही बुरी है तो लगे ही क्यों अब छोड़ दो दूसरी नौकरी लग जाओ वगैराह वगैराह.. मैं इन सब सवालों पर कहना चाहता हूं कि पुलिस की नौकरी इतनी भी खराब नहीं है जितनी इसको बना रखा है। पुलिस की नौकरी वो लगता है जिसको और कहीं नौकरी नहीं मिलती है या उसको लगने से पहले इसके फायदे/नुकसान पता नहीं होता है और कुछ फिल्म देखकर उसमें दिखाए जाने वाले रुतबे के शौक में आते हैं (जिनको आमद करते ही उनके हाथ में जनरल स्टोर से झाड़ू बाल्टी देकर भूत उतार दिया जाता है।) पुलिस की नौकरी पीठ पर लगी बेरोज़गारी की छाप मिटाने वाली है, समाज में सबसे ज्यादा लोगों की मदद करने वाली है, पुलिस से ज्यादा मदद करने वाला कोई विभाग ही नहीं जो मदद करता हो लेकिन इतनी मदद करने के बावजूद भी वो समाज से उपेक्षित रहती है और वो सम्मान पाने में असमर्थ रहती है जिस सम्मान की वो हकदार है। पुलिस में कम से कम 12 से 16 घंटे तक सर्दी, गर्मी और बरसात में काम करने वाले कार्मिक के लिए न खाने का समय निर्धारित किया हुआ और न ही सोने का समय लेकिन इसके विपरीत अन्य हर विभागों में AC में बैठकर 6 से 8 घंटे काम करने वाले कार्मिक का 40 मिनट से 1:30 घंटे तक का लंच विराम होता है। इस मामले पर मानवाधिकार आयोग भी चुप है कि पुलिसकर्मी मानव भी है या नहीं। हवालात में या पुलिस की निगरानी में किसी अपराधी की मारपीट/मृत्यु हो जाती है तो मानवाधिकार आयोग तुरंत संज्ञान लेता है लेकिन इसके विपरीत पुलिसकर्मी से कोई मारपीट कर देता है उस पर जानलेवा हमला कर देता है और हत्या भी कर देता है तो मानवाधिकार आयोग की जू तक नहीं रेंगती। पुलिस विभाग में आकस्मिक अवकाश लेना भी एक महाभारत है जो 18 दिन चलता है आज की लगाई हुई प्रार्थना पत्र का नंबर आएगा तब तक वो काम ही निकल जाएगा। अवकाश के लिए अधिकारियों के सामने रोना गिड़गिड़ाना पड़ता है फिर भी मिल जाए तो वरना खाली हाथ ही लौटना पड़ता है। इस बात पर एक बात याद आ गई गौर कीजियेगा जब हम अपना वेतन बढ़ाने की बात करते हैं तो कहते हैं कि आप काम ही क्या करते हो और जब हम छुट्टी मांगने जाते हैं तो कहते हैं कि आपका काम कौन करेगा ? जब कोई कुख्यात अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारा जाता है तो अपराधी की जाति के लोग धरने पर बैठ जाते हैं उग्र आंदोलन करते हैं और पुलिस के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग करते हैं, सरकारी नौकरी और लाखों करोड़ों की आर्थिक सहायता की मांग करते हैं इसके विपरीत पुलिस विभाग जिस समाज की सुरक्षा में अपनी जान की बाजी लगा देता है या अपराधी द्वारा पुलिसकर्मी की ग���ली मारकर हत्या कर दी जाती है तो कोई जाति समाज कुछ नहीं बोलता है न ही कोई धरना प्रदर्शन होता है न कोई आंदोलन होता है और न कोई मांग की जाती है फलस्वरूप उसको न शहीद का दर्जा मिलता है न कोई आर्थिक सहायता मिलती है, अनुकम्पा नौकरी पाने के लिए भी विभाग के चक्कर लगाते लगाते चप्पल घिस जाती हैं। पुलिस का दर्द लिखने बैठूं तो सुबह से कब रात हो गई पता भी नहीं चलेगा, कलम की स्याही खत्म हो जाएगी, शब्दकोश में शब्द खत्म हो जायेंगे। इस बात पर एक और बात याद आ गई कि ईश्वर कठिन परीक्षा भी उसी की लेता है जो इसको फाइट कर सके। #पुलिस_पीड़ा नीचे कमेंट भी पढ़ें @BhajanlalBjp @PoliceRajasthan @RajCMO @BhagirathT47312
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Dwarka Prasad
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RT @HansraajGurjar: आज रविवार है जिसका सभी विभागों के कर्मचारी/अधिकारी बेसब्री से इंतजार करते हैं (सिवाय पुलिस के) क्योंकि यह छुट्टी का दिन…
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Dwarka Prasad
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RT @GhintalaBrajpal: @DwarkaP57791111 @RajCMO @BhajanlalBjp @1stIndiaNews @jpk_11 राजस्थान पुलिस की मांगे पूरी करो
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Dwarka Prasad
5 days
RT @GhintalaBrajpal: @DwarkaP57791111 राजस्थान पुलिस की मांगे पूरी करो
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Dwarka Prasad
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RT @Ravindra_ptc: Risk Allowance राजस्थान पुलिस कार्मिकों को कर्त्तव्य निर्वहन में जान का जोखिम रहता है। निकटवर्ती राज्य हरियाणा में पुलिस…
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