किसी की आंखों में
खुशी की चमक हो
तुम्हारी दुआओं में
बस इतना असर हो
न कर सको कुछ भी
तो कोई गम नहीं
मीठे बोल का असर
दवाओं से कम नहीं
बस अपनी मिठास मत खोना
प्रेम की डगर पे कांटे मत बोना.....!!
#पूजाझा🌠
अव्यक्त मौन
कभी अश्रुपूरित नयनों का मौन
कभी जागृत स्वप्नों का मौन
कभी प्रेम की अभिव्यंजना में मौन
कभी अन्वक्ष वेदना का मौन
मौन में पीड़ा है
तो आनंद भी
दुर्बलता की अनुभूति भी
और शक्ति का आभास भी.....!! 🌠
#पूजाझा🌠
मुसीबतों का क्या है
यूँ ही आती रहेंगी
कभी मनोबल गिराने को
कभी सफर की गति बढ़ाने को
समय का रथ यूँ ही चलता रहेगा
कभी पतझड़ तो
कभी बसंत मिलता रहेगा
इसलिए मायूसी छोड़िए
जिंदादिल रहिए
जिंदगी के सफर में रूकिए मत
धीरे धीरे ही सही
मगर चलते रहिए.....!!
#पूजाझा🌠
कभी कभी स्वयं को मुक्त करो
विचारों की संकीर्णता से
कभी कभी बाहर निकलो
परम्परा की परिधि से
कभी मन को सांसें लेने दो
अंतर्द्वंद के घुटन से
नवीनता जरूरी है जीवन के लिए
तभी नवीन युग की शुरुआत होगी
#पूजाझा 📝
न जाने क्यों कमजोर होने का
वहम पालती ये औरतें
खुशियाँ हरपल दूसरों की नजरों से
क्यों देखती ये औरतें
वीरान से घर को
रौशनी से भर देती ये औरतें
पर अपने मन के
अंधेरे साये में जाने क्यों
जीतीं ये औरतें.....!!
#पूजाझा🌠
स्वप्न ने अपने करों से था जिसे रुचि से सँवारा
स्वर्ग के दुष्प्राप्य रंगों से, रसों से जो सना था
ढह गया वह तो जुटाकर ईंट, पत्थर, कंकड़ों को
एक अपनी शांति की कुटिया बनाना कब मना है
है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है....!!
#हरिवंशराय_बच्चन
#काव्य_कृति ✍️#बज़्म
जैसे मधुमास का बसंत
अमावस के बाद की पूर्णिमा
जैसे हो प्रत्युष की लालिमा
सारे प्रश्न का एक ही हल
जैसे सन्नाटे में हलचल
एक हरी दूब सी
जीवन से भरी हुई
बस एक उम्मीद
जो जीवन को जीवंत बनाती है....!!
~पूजा झा
शाम ए जिंदगी
यूँ ही ढल रही है
ख्वाहिशों के घरौंदे में
यादों की शमा जल रही है
कसक सी कहीं
हवा में घुली हुई है
खामोशी भी शायद
हाल ए दिल कह रही है.....!!
#पूजाझा🌠
किसी ग़लत व्यक्ति का चयन हमारे जीवन को प्रभावित करे या न करे... लेकिन!...एक सही व्यक्ति की उपेक्षा हमें जीवन भर पछताने के लिए मजबूर कर सकती है.....!!
शुभ दिन 🙏🌸
बहुत सहज है पीड़ा देना
कांटों सा चुभना
सहज नहीं फूलों सा खिलना
कांटों में रहना जीवन भर
हंसना और हंसाना
मुरझाकर भी उफ़ न करना
केवल खुशियाँ देना
फूलों सा गर बन न पाओ
शूल कभी न बनना.....!!
#पूजाझा🌠
अलसायी किरणें जागी
रात भी देखो सरपट भागी
आंगन में धूप है खिला
जैसे हो नवजीवन मिला
पेड़ों की शाखाएं डोली
पंछियों की चहचहाहट बोली
उठो सवेरा हो चुका है
स्वागत करो प्रकाश का
अंधेरा अब खो चुका है....!!
#पूजाझा #बज़्म
#काव्य_कृति
हिंदी का स्वरूप अत्यंत वैज्ञानिक और विकसनशील है! आज वैश्विक भाषा के रूप में यह आधुनिक जनसंचार माध्यमों की प्रमुख भाषा बन चुकी है! भविष्य में हिंदी भाषा में अपार संभावनाएँ हैं! इंटरनेट पर भी साहित्यिक वेब पन्नों की संख्या करोड़ का कांटा छू रही है! जय हिंद, जय हिंदी...!!
#गद्य_कृति
कान्हा तू बड़ा निर्मोही रे
यमुना तट को छोड़ गया तू
द्वारकाधीश भया अबहीं रे
ले गया सुधबुध सबहिं की तू
कर गया चित्त की चोरी रे
वंशी की धुन भूल गया तू
फिर मन की डोर क्यों बांधे रे
राधिका ध्यान धरे बस तेरी
पर तू तो निकला वैरी रे
कान्हा तू तो बड़ा निर्मोही रे...!!
#पूजाझा🌠
ऐ ज़िंदगी …!!
माना तू बहुत सताती है
आँसुओं से मुस्कान तक
का सफ़र तय कराती है
कभी बदसूरत तो कभी
खूबसूरत नज़र आती है
जैसी भी है मेरी अपनी ही तो है
कभी फूल तो कभी काँटों से मिलाती है
तेरे हर रंग रूप से मेरी ही ख़ुश्बू आती है
लव यू ज़िंदगी
Reason to smile ❤️
प्रेम की धारा बहती है
दो किनारों के साथ सदा
पूरी होती है अभिलाषा
किसी-किसी की यदा-कदा
यमुना तट पर वंशी की धुन
बजती रही है हर युग में
विह्वल राधा रानी ढूंढ़े
कृष्ण को ही हर पल में....!!
#पूजाझा🌠
#काव्य_कृति #बज़्म
कारवां-ए-जिंदगी यूं ही चलती रहे
आंखों में उम्मीदों की समा जलती रहे
तमन्नाओं के काफिले को साथ लिए
कभी रूठते हुए, कभी मनाते हुए
गिले शिकवे को कहीं छोड़ आएं
आओ हर पल को गले लगाएं.......!!
~ पूजा झा
#दृश्य #लेखनी✍️
मन की एक अलग ही दुनिया है!जिसका फैलाव सागर की गहराई से आकाश के अनंत तक है!दुनियादारी और समझदारी से परे एक अबोध बालक सा यह अपनी ही ज़िद पर अड़ा रहता है!सब कुछ समझ कर और जानकर भी यह अनजान बना रहता है!इसके रहस्य को समझ पाना कठिन है!
#पूजाझा
#गद्य_कृति #बज़्म
नित जीवन के संघर्षों से
जब टूट चुका हो अन्तर्मन,
तब सुख के मिले समन्दर का
रह जाता कोई अर्थ नहीं।।
सम्बन्ध कोई भी हों लेकिन
यदि दुःख में साथ न दें अपना,
फिर सुख में उन सम्बन्धों का
रह जाता कोई अर्थ नहीं।।
#रामधारी_सिंह_दिनकर
#काव्य_कृति✍️
बेटी को भी दीजिए
बेटे सा ही मान
बेटी पराया धन नहीं
इसे लीजिए जान
संपत्ति का अधिकार मिले
बने अस्तित्व सबल
शिक्षा का गहना सजे
खुशियाँ मिले हर पल
बेटे बेटी दोनों को
यही दीजिए ज्ञान
दहेज हम लेंगे नहीं
दहेज हम देंगे नहीं
यही सोच हमारा हो
दहेज मुक्त भारत बने
यही हमारा नारा हो
~पूजा झा
अनिश्चितता के भंवर में
डूबते उतराते
चाहते हम निश्चित होना
उस अबोध शिशु सा
जो छूना चाहे चांद को
उथले पानी की सतह पर
तमन्ना नहीं ज़िद हो कोई
उस गहराई तक जाने की
समंदर जहाँ रखता है दफन
राज़ तुम्हारे,मेरे और हमारे.....!!
#पूजाझा 🌠
सब्र की लौ को जलाए रखना आसां नहीं
उम्मीदों की आंधी से हवा मिली है शायद
साथ चल रहा है आप सबों के दुआओं का कारवां
उस असीम के कृपा के आसरे में
शायद कुछ पलों के अंतराल में
भविष्य की आहटें बुला रही हैं मुझे
लौटूंगी शीघ्र ही....!!😊🙏
#पूजाझा
पंख हो हौसले का तो आंधियों की परवाह कहाँ
खुद पर हो यकीन तो होती रब की रहमत सदा
#पूजाझा🌠
सब-लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब-लेफ्टिनेंट रीति सिंह इसकी मिसाल हैं! जिन्हें भारतीय नौसेना पहली बार अपने युद्धपोत पर क्रू के रूप में तैनात करने जा रहा है....!!
साहिल के किनारे सीपियों को मत तलाशो
गर यक़ीन है ख़ुद पर तो समंदर में उतर जाओ
सपनों के महल में बसेरा तो हर कोई करता है
पर ताजमहल में चिराग कोई एक ही जलाता है
ये और बात है कि मुश्किलों ��ा ही कारवां है
पर मंजिल को पाने के लिए जुनून तो जगाओ
#पूजाझा🌠
ठिठुरती ठंड में
ठिठुरते हैं शब्द
जब कोई मासूम
सड़क के किनारे
मां की आंचल में
गर्माहट की उम्मीद से
चीखता सा है
मां निर्मम सी सिर पर
बोझ लिए गतिशील है
क्योंकि उसे उसकी ठिठुरन से
उसके पेट की फिक्र अधिक है.....!!
~पूजा झा
वरदहस्त हैं जिनपर मां भारती
ऐसी ही हैं हमारी प्रिय दीदी 'आरती'
कर्मठ,अनुपम और चिंतनशील
साहित्य मर्म से परिपूरित और धैर्यवान
ज्ञानपिपासु और प्रतिक्षण कर्त्तव्यपथ पर गतिशील
कुशल नेतृत्व और विशेष व्यक्तित्व की धनी
आरती दी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं🎂
@AarTee03
@MrsMeenaKumari
जगदम्ब अहीं अवलम्ब हमर,
हे माये अहाँ बिनु आस केकर।
हम भरी जग स ठुकरायल छी,
माँ अहीं के सरन हम आयल छी
अछि बीच भवर में नाव हमर
हे माये अहाँ बिनु आस केकर....!!
~मैथिलीपुत्र प्रदीप
#मातृशक्ति🙏 #लेखनी✍️
नई कोशिशें,नई उम्मीदें
हर सुबह नयेपन का
संदेश देती है हमें
नये सपनों के साथ
हम करते नयी शुरुआत
यह नयापन ही
गति है सफर की
धड़कन है जीवन की.....!!
#पूजाझा🌠
#काव्य_कृति
शायद कलयुग अपने
चरम पर है....
यहाँ लोग आसपास
दिखावे की चमक देखते हैं
आंखों की चमक और
दर्द की खनक देखते ही नहीं
मंदिर में चढ़ावे के साथ
पाप की मुक्ति समझते हैं
किसी भूखे को भोजन
और बेसहारे को सहारा
बेकार समझते हैं
पर तुम जीवन का पूजन कर लो
मर्त्य का पूजन तो निष्फल है!
#पूजाझा
"मैंने अपनी पीड़ा किसी को नहीं बताई क्योंकि मेरा मानना है कि व्यक्ति में इतनी ताकत हमेशा होनी चाहिए कि अपने दुख, अपने संघर्षों से अकेले जूझ सके......!!"
~मन्नू भंडारी
"मनुष्य सुख को अकेले भोगना चाहता है, किन्तु दु:ख सबको बांटकर विश्व जीवन में अपने जीवन को, विश्व वेदना में अपनी वेदना को इस प्रकार मिला देना चाहता है, जिस प्रकार एक जल बिंदु समुद्र में मिल जाता है!"
~महादेवी वर्मा
@AarTee03
खुशियों का वरदान ये
कोमल सा अरमान ये
ओस की बूंद सी
पावन कुमकुम सी
त्योहारों की शान ये
आंगन का अभिमान ये
स्नेह की फुहार ये
जीवन का श्रृंगार ये
हर पल ये आगे बढ़ें
इनकी खुशियों के लिए हम संकल्प लें.......!!
#पूजाझा🌠