The Hindus are tired of selective targeting and double standards when it comes to freedom of expression. If it isn’t the tweets mocking Hinduism, the ads, the stand-up comedy circuit, it is the parties like the DMK, the TMC or the Congress.
My views:
@Iris2465
@ShaykhSulaiman
Before saying such hateful, accusing and strong words regarding 1.4 billion people, you should understand that the video you watched shows Bangladeshi Muslims.
#NewProfilePic
उसी शख़्स को मेरी ज़िद से गीला है,
जो मुझे बड़ी नैमतों से मिला है॥
आशना होकर भी बे-आशना सा लगता है,
खुदा ही जाने ये कैसा सिलसिला है॥
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
You only have to hear the threat to behead Nupur made by the Ajmer Dargah caretaker to realise the catastrophe the two SC judges have brought upon us. I’d have been happier had sitting and not just retired judges also signed the protest letter.
My views:
जो आज अंधेरा है वही रोशनी में साया बनेगा ,
तू घबरा नहीं इन्ही पत्थरों से झरना भी बहेगा॥
कहाँ देखी है खुदा की सूरत किसी ने इस जहां में,
फिर भी हर नेमत के लिए दुआ में हाँथ भी उठेगा॥
कितनी भी संगदिल हों दुनियाँ की रवायतें यहाँ,
मुहब्बत का एक कतरा ही काली को गुल भी करेगा॥
डॉ०कुमुद
@w_a_n_d_e_rer
@palpal_vj
@AlStewartOBE
Absolutely right. Since 1707, the Kingdom of Great Britain has fought in over 120 wars across a total of 170 countries. The cherry on the top British was the cruel and oppressive regime responsible for the deaths of an estimated 1.8 billion Indians.
तुमसे बिछडे तो हम अब कहानी हो गाए,
कभी तेरी तो कभी अपनी ही ज़ुबानी हो गाए॥
दिवार-ए-कुहन की तरह अब तलक कोनों में टिके हैं,
तुझसे टकरा ये तो रेतों की कहानी हो गए।
तुमसे मिलने आएंगे जब भी बुला लोगे,
हम नहीं वो खुशबुएं जो फूलों सी पुरानी ही गए।
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
सुनो ना………
मैं अभी भी सब्ज़ हुँ एक दिन बहार बनूँगी,
ज़िंदगी के बगिया में गुल बनकर खिलूँगी॥
सुर्ख़ रेंगों से सजे होंगे मेरे ये पर सभी,
और रातरानी सी ख़ुश्बूएँ भी सीने में रखूँगी॥
सुनो ना………..
यही एक ख़्वाब मैं देखती हुँ अक्सर………
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
फिर एक नई राह मेरी गुमनाम हुई है,
फिर एक शाम मेरी सुनसान हुई है॥
ठहरा तो था मुझमें और पढ़ता रहा मुझको,
फिर इश्क़ की इबारतें मेरी बे-काम हुई हैं॥
मिलकर भी न मिला वो अनजान रहा हमसे,
निस्बत भी उससे मेरी बराए-नाम हुई है।
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
हम शायरों के भी अपने अलग अन्दाज़ हैं,
मुहब्बत महबूब से और शिकायत हर्फ़ों के साथ है॥
तुम क्या समझोगे हमारे दिलों की कश्मकश,
जो दर्द दिल में उठा तो स्याहियों के पास है॥
रुसवा करोगे जितना उतना ही हम निखरेंगे,
हीरे के भी बनने में सदियों का साथ हैं॥
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
दिल दहलाने वाले सत्य का स्वरूप कितना भयावह था इसका अंदाज़ा या तो चश्मदीदों को था या फिर आतताइयों को An honest opinion about“The Kashmir Files”by
@shambhav15
all Indians must watch the movie. Releasing on 11/03/22
Commendable work by Atul Ji and histeam
उम्र क़र्ज़ रखकर मुहब्बत कमाई है,
हर बार इसकी किश्त साँसों से चुकाई है॥
तुम तो माँगने आए थे बस एक हमारा दिल,
हमने तो इश्क़ में अपनी जाँ भी गवाई है॥
खुलकर कहो की अब कोई राज कहाँ रहा,
मुहब्बत का हाँसिल तो सदियों से जुदाई है॥
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम
किवाड़ बंद हैं खिड़कियों को ना आज़माइये,
ये आख़िरी पैग़ाम है अब संभल जाइये।
जिसे शौख कहते हैं वो ग़ुस्ताखी ना बन जाए ,
रफ़ीक ना बन सकें तो रक़ीबों में नज़र आइये।
रहवर-ए-राह-ए-मुहब्बत दुनियाँ में कोई नहीं होता,
अगर ख़ंजर आज़माना है तो सीने पे आज़माइये।
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
वक़्त के साथ ज़ेहन में सूख गई होगी,
किसी दरिया किनारे ही डूब गई होगी॥
मैंने सँभाली तो बहुत थी तुम्हारी याद मगर,
तुमसे बिछड़ के जाने किधर गई होगी॥
ख़ाली ख़ाली सा मन मेरा भटकता रहता है,
तुम्हारी ख़ुशबू शायद कही रह गई होगी ॥
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
तेरे दिए हर ज़ख़्म को हरे रखता हूँ,
इस तरह तेरी यादों पे पहरे रखता हुँ॥
कोई असूदगी का आलम ना पढ़ सके,
इस लिए मुस्कान कुछ और गहरे रखता हूँ॥
पानियों पर लिख देता हुँ हर शिकवे शिकायत को,
इस तरह तेरी शख़्सियत को बा-पर्दे रखता हुँ ॥
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
We need 👇🏼
Article 44 in The Constitution Of India 1949
(Article 44. **Uniform civil code **for the citizens The State shall endeavour to secure for the citizens a uniform civil code throughout the territory of India.)
मन बुहार रही हूँ यादों के कालीन बिछाए हैं
तुम्हारे प्यार के जुगनुओं से ये आँगन भी सजाए हैं
कुछ तमन्नाएँ अब भी सीप में मोती सी टिकी हैं
इन मोतियों से मैंने फिर आस के दीप जलाए हैं
ओस पलकों पर और दुआएँ होंठों पर रहती हैं
तुमने ये किस कदर दरमियाँ फ़ासले बढ़ाए हैं
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
@SmitaGarg8
@BAPI6Kidj3lv51W
सार्थक संदेश कई संदर्भ में सत्य है। उपकार हमेशा पात्र पर करना चाहिए कुपात्रों पर करने से समय और शक्ति दोनों नष्ट होती है। मैं भी भुगत भोगी हुँ। 🙏🙏
#NewProfilePic
ये ख़ुशबुओं का सिलसिला सम्भाल लूँ …
की मर जाऊँ…
तुम्हें दिल से निकाल दूँ …
की मर जाऊँ…
दिन रात ख़यालों में बेवजह ही आते हो…
तुम्हें बेपरवाह प्यार दूँ..
की मर जाऊँ…
शक्ल किसी शख़्स की तुम जैसी लगती नहीं…
तुम्हें अब शाहकार कर दूँ…
की मर जाऊँ…
#कुमुद🥀
तुमको कहकर भी नकह सकी कुछ फ़साने दिल मेंहैं
कुछ अधूरी ख्वाहिशें कुछ बेकस तराने दिल मेंहैं
प्यार की हरबात कोतुम पहेलियों में कह गए
कुछ अनकहे अल्फ़ाज़ कुछ झिलमिल शरारे दिल मेंहै
दिल शिकस्त सा होरहा किस बात पर कर लूँ यक़ी
कौन सी हैबात जिसके राज़ सारे दिल मेंहैं
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
@SanjayAzadSln
ज़िंदगी भर यही टिकियाचोरि करते रहोगे क्या??? कभी कोई सभ्य इंसानो वाली बात समझ नहीं आती।आप से ज़्यादा समझदार है जनता ये जो ब्लैक कि टिकट का पैसा हज़म करके दिमाग़ में भी ब्लैकहोल बन गया है उससे बाहर आइए और सभ्य समाज के सभ्य व्यक्ति जैसा व्यवहार कीजिए। crop video delete कीजिए।
@p_e_a_r_l9
हो सकता है आप के अनुभव में कड़वाहट हो और कड़वे अनुभव से आप ने ये निचोड़ निकाला हो किंतु ये बात सभी पुरुषों पर या सभी नारियों पर लागू करना अनुचित होगा।अगर पूर्णतः ऐसा होता तो समाज का स्वरूप वीभत्स हो गया होता।अनुरोध है पुनरवलोकन करें समाज में स्वस्थ और समर्पित सम्बंध भी मिलेंगे।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं
राम नारायणं जानकी बल्लभम
कौन कहता हे भगवान आते नहीं
तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं
कौन कहता है भगवान खाते नहीं
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं
कौन कहता है भगवान सोते नहीं
माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं
राम नारायणं जानकी बल्लभम
शगुफ्ता चेहरे और तरोताजा हालत लिए फिरते हैं
मेरे दोस्त दिलों में भी आग लिए फिरते हैं
हक़ीक़त की तपिश से ढाल लेते हैं अपने हालात
ये दोस्त जागी आंखों में कई ख्वाब लिए फिरते हैं
हर दिल के तार से तरान्नम का हुनर रखते हैं
अपने हंथों में ये जादुई मिजराब लिए फिरते है
#कुमुद 🥀#मेरे_अलम
#NewProfilePic
कमाल शख़्स था जिसने आईना बना दिया
चेहरे पर पड़ी सिलवटों को गिनना सिखा दिया।
कई रोज़ ख़ुद को देखा तो ये पाया
मलाल-ए-ज़िंदगी ने ही हमें हँसना सीखा दिया।
आँखों से हंस लिए और आँखों से रो लिए
ज़िंदगी को भी हमनें कितना बेहतर बना दिया।
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
#बस_इतना_ही
मुझको किरचों सी मुहब्बत ना नवाज़ो,
मैं टूटी बहुत हुँ फिर से ना सज़ा दो॥
रिसता है हर लम्हा ग़म-ए-लहू मेरे दिल से,
इससे तो अच्छा हो मरने की दुआ दो॥
खुल जाएँ ना हर राज मेरी आँखों से सभी पर,
पलकों पे रखकर हाँथ इन्हें पत्थर ही बना दो ॥
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
#NewProfilePic
मेरे ऐताबार की रौशनी ,
मेरे इंतज़ार की सियाहियाँ,
कभी टिमटिमा के जल पड़ी,
कभी कपकपाकर बुझ गई।।
मुझे पूछता है इश्क़ यही,
क्यों खामोशियाँ ही रह गई,
वो जो फासलों की हदें बनी,
वो कब से पुख़्ता हो गई।।
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
मैंने अधरों पर अब एक मौन सजा रक्खा है,
खुद से खुद को कबसे कुछ यूँ बहला रक्खा है॥
क्रंदन, वंदन या की है छुपा हुआ एक स्पंदन,
तुम जैसा पहचानों वैसा ही शृंगार सजा रक्खा है॥
मौलिक सा हृदय है मेरा और मौलिक इसकी भाषा है,
तुम जैसा सुनना चाहो वैसा ही भाव सजा रक्खा है॥
डॉ॰कुमुद द्विवेदी🥀
पानी को कभी थी पत्थर से शिकायत,
पत्थर को भी रही हर दफ़ा पानी से शिकायत॥
ये दौर-ए-मुहब्बत हर ओर है तल्ख़ी,
तुमको भी शिकायत कुछ उसको भी शिकायत॥
अब उसको मनाने की वजहें ना तलाशो,
बेवजह ही मना लो जिससे है शिकायत॥
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
It's
#sareeday
girls
Everyone drapes a saree slightly differently and everyone’s body looks different in it. But women in sarees are like snowflakes. Unique yet beautiful in their own way.
एक संघर्ष तुम्हीं ने जीता था,
एक संघर्ष हमीं ने हारा है॥
जो कहते थे हर लीला में तुम,
वो बिसरा ये जग सारा है॥
फिर से तुम चक्र उठा लो,
फिर विराट हो जाओ मुरारी॥
तूफ़ानों में जन्मे थे तुम,
तिमिर मिटाने पल पल की॥
फिर एक बार आ जाओ कन्हैया,
राह तके जग सारा है॥
#कुमुद🥀
#Janmashtami
नए सफ़र का आग़ाज़ करूँगी
मैं फिर एक नई परवाज़ भरूँगी
सतह-ए-आब में लिखकर सपने
हर साहिल को फिर पार करूँगी॥
तक़ाज़ों का सिलसिला भी चले
ग़ैर के हवाले न ख़्वाब करूँगी॥
अश्क़ बनकर जो ढलक गाए हैं
उन ग़मों की न अब बात करूँगी॥
फसला ए दीवार के ऊँचे क़द को
मैं इस बार ना पार करूँगी॥
#कुमुद🥀
दर-ए-हक़ीक़त तो सब अलग अकेले थे,
जो मुझमें थे वो रेतीले समंदर के रेले थे॥
लो वो आख़िरी धूप का टुकड़ा भी फ़ना हुआ ,
जिसपर दरख़्त ने बहारों के दाँव खेले थे॥
अब उम्मीदों के सब चराग ताक पर रख दो,
हल हो गए जो शम्स-ओ-क़मर के मसले थे॥
#कुमुद🥀
#मेरे_अलम🥀
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ
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वृंदावन की कुंज गलिन में रंगों का आल्हादन है,
नीले ,पीले ,हरे गुलाबी रंगों का अच्छादन है।
मीरा भीगी ,राधा भीगी, भीगी मथुरा सारी है,
बाँकेबिहारी के रंग में रंग लो होली की उजियारी है।
#कुमुद🥀 #बस_इतना_ही ❤️#होली
वज़हें तो बहुत हैं तुम्हें भूलने की,
मग़र भूलने की हसरत नहीं है।
अभी भी मेरे खूँ में कुछ सुर्ख़ी है बाक़ी,
ग़म-ए-इश्क़ में मरने की चाहत नहीं है।
मुझे हिज़्र से इस कदर है मुहब्बत,
जैसे मिलने मिलाने की रिवायत नहीं है।
#कुमुद🥀 #मेरे_अलम🥀
कुसुम किसलय कुञ्ज कोकिल,कूकते हैं फ़ाग में।तन और मन भीगे हुए हैं,प्रेमऔर अनुराग में।
तन प्रफुल्लित मन प्रफुल्लित,
नित नए उत्सर्ग में।प्रकृति अनुकम्पा बिखेरे,इस पावन पर्वमें।
रंगों के इस पर्वपर सदवृत्तियों और सकारात्मक विचारों के साथ कार्य करते हुए सतत कामयाबी की राह पर आगे बढ़ें
#NewProfilePic
#मेरे_अलम
दिल में खामोशी है, ज़ेहन में खामोशी,
लफ़्ज़ रक्खे हैं गिरवी, इस कदर खामोशी॥
हर्फ़ भी अब सुर्ख़ पन्नों पर नज़र आने लगे,
चुभ गई है मुझमें इस कदर खामोशी॥
छोड़ भी दें अगर छोड़ सकें उस दानिश को,
मुहब्बत बेअसर मुझमें इस कदर खामोशी॥
डॉ॰कुमुद द्विवेदी🥀
प्यार कोई बोलनहीं,प्यारआवाज़ नहीं
एक ख़ामोशीहै,सुनती है,कहा करती है
नये बुझती है,नरुकती है,नठहरी है कहीं
नूरकी बूँदहै सदियों से बहा करतीहै
सिर्फ़ एहसास हैये रूहसे महसूस करो
प्यार कोप्यार हीरहने दो कोईनाम नदो
हमने देखीहै उन आँखोंकी महकती ख़ुशबू
हाथसे छूके इसे रिश्तोंका इल्ज़ाम नदो
@Adam_Burakowski
Sir, we are very sorry for the fake news mongers like Priyanka Chaturvedi. We all know that the Polish administration is working tirelessly in coordination with India to help everyone without discrimination.
🙏🇮🇳❤️🇵🇱🙏
@shefalitiwari7
@arjunra88832559
@khanumarfa
लब जिहाद के इन सब मामलों में तुम्हारी ज़ुबान को लकवा मार जाता है। अपनी क़ौम से कभी पूछने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पाती की ये गंदगी उनके दिमाग़ में क्यों भरी रहती है।