माला मिश्रा.... यू पी से
10 months
*चरण में रखना, शरण में रखना
*हरदम तेरी ही लगन में रखना*
*सुख के उजाले हों, दु:ख के अँधेरे
*जो भी हो हरदम, मगन में रखना*
*साँसों की माला, सिमरण के मोती
*मन नहीं भटके, जपन में रखना*
*पलकें जो मूंदूँ, तेरे हों दर्शन
*हरदम इसी, तड़पन में रखना*
🙏🏻 शुभ प्रभात 🙏🏻
🙏🏻जय मां लक्ष्मी 🙏🏻