.A social activist & reformer(Trying to awake people against
corruption,Influenced with pain of victims. 100% follow back. भक्त , झूठे राष्ट्रवादी दूर रहें।
सत्ता के लिए जुमलेबाज कुछ भी करेगा , उसे किसी की भावनाओं से कुछ भी लेना देना नही है । वो मित्रों को अपनी अय्याशियां जारी रखने के लिए सर्वस्व समर्पित कर देगा।
क्या सुप्रीम कोर्ट को PMCARE फण्ड का स्वतःसंज्ञान नही लेना चाहिए ! जब प्रधानमंत्री का पद , राष्ट्रीय चिन्ह के साथ देश के विभिन्न मंत्रालयों से धन की वसूली कर बनाया और अब उसे निजी फण्ड कैसे कह सकता है ?
D K शिवकुमार काँग्रेस में ऐसा नेता हैं जो हॉर्स ट्रेडिंग करने वालो के घर से हॉर्स को लाकर काँग्रेस की आँगन में खड़ा कर दिए। जो भाजपा को उसी के भाषा मे जबाब दे रहें हैं। ये ठीक है न मित्रों!
ये हैं श्रीमान कड़ी निंदा नाथ जो अब इनकी जुबान मोदी की कैदी हो चुकी है , कभी शेर हुआ करते थे , अब गीदड़ों के बीच मुँह में सीमेंट जमा लिए। महंगाई अब इनकी डार्लिंग बन गई है।
मोदी धर्म और राजनीति का घालमेल कर राजनैतिक द्वेष ही नही फैला रहा है बल्कि अपने आपको भारत का भाग्य विधाता समझ लिया है तभी इस अशुभ घड़ी में चारो शंकराचार्य जी का अवहेलना कर रहा है।
देशवासियों के सबसे बड़ा दुश्मन ये चुनाव आयुक्त राजीव कुमार है , इसने काँग्रेस को हरवाने का काम किया। अब देखते हैं कि इस गुलाम को कौन सा मंत्रालय मिलता है।
देश का ऐसा नीच व्यक्ति जिसे देशवासियों ने अपना प्रधानमंत्री बनाया लेकिन उसने सत्तालोलुपता में ऐसी घटिया हरक़त किया जिससे देश के 55 लाख लोग कालकवलित हो गए। दवा कंपनियों से इलेक्टोरल बांड से कमिश्खोरी कर उन्हें लूटने की खुली छूट दे दिया।
क्या आप इसको वोट देंगे ?
देश और एक एक देशवासियों को कर्ज की गर्त में धकेल दिया , बैंकों ने वसूली सख्ती से शुरू कर चुकी है। ये प्रधानमंत्री नही बल्कि कर्ज मंत्री बन गया। खुद कर्जे में डूब कर ऐश कर रहा है।
आज तक ऐसा गोताखोर अपने जीवन मे नही देखा जिसे 4 आदमी पकड़ कर पूरे वस्त्रों से सजधज कर दुल्हन की तरह गोताखोरी करता हो।
क्या आपने ऐसी नखरीली प्रधानमंत्री देखे हैं ?
ये कांग्रेस की उदारवादी होने का नाजायज फायदा उठाया या न्यायपालिका पर काँग्रेस का भरोषा नही है ? वरना ये लोगों को मानहानि के मुकदमे में माफी मांगते फिरते , क्यो सही है न।
ये है हम सब के खून चूस कर महंगाई बढ़ा कर वसूले जाने वाले टैक्स का सदुपयोग ! पैसा हम देशवासियों के और चेहरा चमक रहा है लुटेरा का , धन जा रहा है पूंजीपतियों की तिजोरी में ! क्या हम सब मूर्ख हैं या विपक्षी दलों में नेतृत्वकर्ता नही है ? जो इसके फिजूलखर्ची पर लगाम लगाए ?
भारत जैसे विशाल देश के प्रधानमंत्री एक ऐसा व्यक्ति बना हुआ है जो बातें इतिहास का करता है , स्वप्न भविष्य का दिखाता है और वर्तमान में सिर्फ अपने पूर्ववर्ती सरकारों को कोषता है , जो डायलॉग में विस्वास नही करता लेजिन मोनोलॉग में झूठ बोलने में माहिर है , क्या आप सहमत हैं ?
देश मे लोकतंत्र का अपहरण कर लिया है मोदी सरकार ने , बहुमत के बल पर जिसे चाहिए उसे संसद से बाहर निकाल रही है। 500 पेज का रिपोर्ट को 30 मिनट पढ़ कर कोई भी व्यक्ति कैसे बहस कर सकता है ? महुआ मोइत्रा को अडानी प्रकरण पर बोलने की सजा मिली है।
ये अन्याय है।
Sc ने आज लोकतंत्र को बचाने के किये महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
1. 100% VVPAT की पर्चियों का मिलान कराए EC
2.VVPAT की पर्चियाँ वोटर्स के हाथों में दिया जाए जिसे वोटर्स एक बॉक्स में डाल दे।
3.VVPAT का ब्लैक ग्लास को हटाया जाए और पारदर्शी शीशा लगाया जाए ।
आपने कौन सा राष्ट्र निर्माण किया है जहाँ बेरोजगारी , महंगाई , नौकरी-व्यापार ठप , अशिक्षा , अस्वास्थ्य , और साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण का , लोगों के घरों को बुलडोज करने का ? या मात्र सत्ता की मलाई उड़ाने के लिए , दस साल देश बेहाल।
तीसरी टर्म बिल्कुल नही ।
यही आपकी सोच की सीमा है , शौचालय और सैनिटरी पैड तक , ऐसी सोच के व्यक्ति को प्रधानमंत्री कभी नही बनना चाहिए। क्योंकि देश चलाना जुबान चलाने जैसा आसान नही है।
ये वो महान हस्ती हैं जिन्होंने सारे पैसेंजर ट्रेनों की भाड़ा बढ़ा कर एक्सप्रेस के बराबर कर दिए , स्लीपर कंपार्टमेंट में 72 बर्थ की जगह 80 बर्थ लगाए , बदहाली को बदतरी तक , ट्रेनों की संख्या आधी कर यात्रियों को भेड़ बकरी बना डाला।
जब चुनाव आयोग और आयुक्तों का पता ही नही तब चुनाव करवा कौन रहा है ? सिर्फ विपक्षियों के लिए चुनाव आयोग नही बनाया गया था। गुलाम आयुक्तों की नियुक्ति ही इसलिए किया था की वो सब चुप रहेगा । लोकतंत्र को दीमक की तरह चट कर रहा है मोदी गैंग।
भाई साहब हिटलर भी यही सोचता था कि वो अमर है लेकिन ऐसा हुआ क्या ? उसके समर्थकों को जर्मनिवासियों ने खदेड़ खदेड़ कर पीटा। कुछ ऐसा ही दुहराया जाएगा , वक्त का प्रतीक्षा करें।
देश जानना चाहता है कि चुने हुए सांसद को लोकसभा में कटुआ , आतंकवादी , जाहिल कहने वाला रमेश विधूड़ी का बयान और उसका व्यवहार अच्छा था ? आने से निलंबित क्यों नही किया ? आप पक्षपात करते हो ।
भाजपा भ्रष्टाचारी नेताओं का ब्लैक होल बन गया है , जिससे जब जितना चाहिए ब्लैकमेल करके भाजपा पैसा भी ले रही है और केस मुकदमों में राहत दे रही है।
भ्रष्टाचारी जनता पार्टी है कि नही ?
अभी EC ने स्वीकार किया है SC में कई EVM इंटरनेट से जुड़ा होता है जिसका नियंत्रण एक इंजीनियर के पास होता है जो भारत सरकार के प्रति जबाबदेह होता है। अब सोचिए कि जो व्यक्ति भारत सरकार के प्रति जबाबदेही रखता है वो निष्पक्ष हो सकता है आज की दौर में ?
कर्नाटक में कांग्रेस विधायक एचके पाटिल ने आरटीआई के हवाले से विधानसभा में सवाल किया था कि 2016 से 2018 तक देश में 19 लाख ईवीएम गायब हुई हैं. केंचुआ ने अभी तक FIR भी नही करवाया , कोई जबाब नही दिया है।
यदि EVM सेटिंग न हो तब शायद विधायकी भी नही निकल पाए , जनता देखना नही चाहती है। अपने ही पैसों से अपने ऊपर गुलाब की पंखुड़ियों डलवाना कौन सी तरीफ का काम है , क्यों मित्रों गलत कहा क्या ?
आज ही रविश कुमार अपने वीडियो के 14 वे पार्ट में दिखा रहें हैं कि भाजपा को 12 हजार 930 करोड़ वसूली से प्राप्त हुआ , और ये मान्यवर की बेशर्मी देखिए क्या बोल रहा है।
अब चुनाव आयोग खुल कर सरकार के साथ दिखने लगा , वरना इस अडवाइजरी की जरूरत सिर्फ राहुल गांधी जी के लिए ही क्यों ? जो मोदी बिना धर्म और रेवड़ियों की सहारे कुछ भी नही कर सकता , उसके लिए क्यों नही ?
हम लोग मोद��� के परिवार में शामिल नही हैं , क्योकि इसने बेरोजगारी , भुखमरी , अशिक्षा , किसानों को सड़क पर लाया , खिलाड़ी बहनों को पुलिस से पिटवाया , मणिपुर को जलता छोड़ दिया ।क्या आपलोग हैं इसके परिवार में हैं शामिल ?
75 साल में ऐसा निकम्मा , नकारा , गुलाम रीढ़विहीन ECI देश को पहली बार मिला है जो कार्यवाहक प्रधानमंत्री द्वारा चुनाव आचार संहिता को धज्जियां उड़ाने पर दंडित करने की हिम्मत नही दिखा रहा है ।
क्यों झूठ बोल रहे हो , 55 करोड़ का इलेक्टोरल बांड्स ले कर देशवासियों को मौत के मुँह में झोंक दिया , 55 लाख लोग मृत्यु के गाल में समा गए। ये कमीशन खाया , देशवासियों की मौत हुई।
देश की भोली भाली जनता प्रभु श्रीराम का किरदार निभाने पर भी बहुत सम्मान करती थी लेकिन जब से राजनीति में आये और ऐय्याश का किरदार भी निभाया तब से इसका ईज्जत खाक हो गई। क्या आप भी मानते हैं ?
जो शख्स अपने ही बोले शब्दों का मजाक उड़ाए , फिर उसको क्यों सुना जाए। देश का प्रधानमंत्री इतना बड़ा असत्यवादी हो झूठा हो तब देश की ईज्जत कोई देश कैसे करेगा !
ये व्यक्ति 2014 के पहले एक कुत्ते विनोद रॉय के उकसावे पर 2G घोटाले का झूठा प्रचार मीडिया के साथ किया था कि नीलामी होनी चाहिए थी , सत्ता पाया , सुख भोगने लगा , ऐय्याशियाँ किया और पुनः उसी तर्ज 5 G का आवंटन मित्रों को मुफ्त में कर दिया।
इसको वोट ना दें।
ऐसा उपदेशक , प्रचारक 70 साल में देश को पहली बार प्रधानमंत्री मिला है जो करता कुछ नही , बल्कि अपनी अकर्मण्यता , विफलता , नालायकी का बिल नेहरू जी और काँग्रेस के नाम फाड़ता है , क्या आप सब को भी यही लगता है ?
ईश्वर सबको मोदी जैसी ही गरीबी दे , जो गरीबी में 8500 करोड़ का विमान , 30 करोड़ की कार , 10 लाख का शूट , 3 लाख का चश्मा और बेकाम 2 लाख का पेन रखे , 70 हजार रु किलो मशरूम , काजू की आटे की रोटी भक्षण करे। ये नौटंकी कहीं और दिखाओ राजाबाबू।
70 साल में ये पहला प्रधानमंत्री है जो देश को लूटने के लिए , मित्रों की झोली भर कर बदले में अय्याशी करने के लिये कानूनों में बदलाव किया , रिश्वतखोरी को कानूनी जामा पहनाया , संस्थानों को गुलाम बनाने के लिए कानून बनाया और अब तानाशाह बन बैठा। क्या आपको ऐसा नही लगता ?
एक भारत रत्न की कीमत आप क्या जानोगे ?
आपने अपने दादा स्व.चौधरी चरण सिंह के सुकर्मों का सौदा कर लिए , किसानों पर आज गोले और लाठियां बरसाई जा रही है लेकिन तुम्हारे हलक से आवाज नही निकल रहा है।
2013 में ये जो 15 लाख देने का बोला था उसका ससुर रेकॉर्ड ही नही मिला , इसीलिए हम सब के अकाउंट में नही डाला ? फिर अब कहाँ से रिकॉर्ड लाओगे ? रे झूठे चल हट।
चुनाव आयोग देश के साथ गद्दारी कर रहा है। प्रधानमंत्री और भाजपा खुलेआम धर्म के नाम पर वोट माँग रहा है , जरा भी शर्म नही। लेकिन ECI कईं अंधा बना बैठा है , मित्रों 2 4 शब्द गद्दार के लिए।
पक्का EVM सेटिंग्स हो चुका है वरना ऐसा चट्टान जैसा हिम्मत आया कहाँ से ? ये राजतंत्र नही है कि जो एक बार प्रधानमंत्री बना वही सदैव रहे और देश को अमूलचूल बर्बाद कर दे । इस बार इसको हटाना ही है ।
गौरव वल्लभ पहले अपने आपको देखो , काँग्रेस ने 2 मौके दिए खुद को साबित करने का , लेकिन दोनों जगह हुए फेल। राहुल गांधी जी को अनफिट बोलते हुए जरा भी शर्म नही आया , जब से काँग्रेस में आये पद मिला , जुबान ही चलाये दिमाग नही ।
किसको पता चल जाएगा कि किसने किसको वोट दिया ! जय उस स्लिप पर एड्रेस लिखा होगा ! गजब तर्क दया गया।यदि SC सच मे जनमत की रक्षा करना चाहती है तब EC को आदेश दे कि अच्छी गुणवत्ता का पेपर VVPAT में यूज हो। फैसला सुरक्षित कईं रखा गया , डील करनी है क्या ?
SBI और मोदी सरकार की चोरी का पोल खुलने वाले है। SC ऐसे ही फैसला EVM और VVPAT के मामले में दे कर देशबकी लोकतंत्र को बचाये। वरना दीमक लगा हुआ लोकतंत्र में। मित्रों आप सब का क्या मन्तव्य है ?
महज काँग्रेस पर आरोप लगा कर सत्ता हासिल किया। सत्ता में रहते हुए कुछ भी साबित नही किया। अब स्वयम 10 साल से लूट रहा है , कमीशन खा रहा है और देश के टैक्स पेयर्स के पैसों पर ऐश कर रहा है।
गलत कहा क्या मित्रों ?
देशवासियों आपको कैसा नेता चाहिए , सुशिक्षित , संवेदनशील , सर्वसमावेशी या धर्म का अफीम चटाने वाला , देश भर शिक्षा को बर्बाद और आम आदमी से दूर करने वाला। रोजगार देने वाला या छिनने वाला , लोगों पर टैक्स का भार बढाबकर महंगाई बढ़ाने वाला , निर्णय आप करें।
ये वही व्यक्ति है जो कोरोना काल मे दिल्ली , सूरत , अहमदाबाद , कलकत्ता , मद्रास आदि बड़े बड़े शहरों से गरीब मजलूम मजदूरों को पैदल चलने को विवश किया था , इसको किसी की कोई परवाह नही है तब इसके दुःखों से कौन और क्यों दुःखी होगा , मैं नही हूँ , आप दुःखी हैं क्या बंधुओं।
मित्रों आप सब समझदार है और जानते है अपनी एक वोट की ताकत , बिगड़े हुए हालात को संभालना तब अनपढ़ को वोट बिल्कुल नही दें । एक गलत वोट ने कैसा कहर ढाया है कि हर गरीब और मध्यम वर्गीय लोग भुगत रहे हैं।
जब हम सब विपत्ति टूट पड़ी थी तब ये आदमी पार्टी के लिए चंदा और अपनी ऐय्याशियों के लिए PM CARE फण्ड बना कर आपदा में अवसर ढूंढ रहा था जिस फण्ड का कोई ऑडिट नही होगा जबकि वो फण्ड विभिन्न सरकारी विभागों से वसूली कर बनाया।
मित्रों , बंधुओं क्या इनको आराम नही करना चाहिए ? इनको झोला उठा कर नही जाना चाहिए ? मेरा मानना है कि अब बस , हमसब देशवासियों को बख़्श दो , आप भी खुश और हम सब भी खुश। क्यों ठीक कहा न ?
चुनावी रैली में वायुसेना के हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कर एमसीसी का उल्लंघन करने पर मोदी जी के खिलाफ शिकायत दर्ज की TMC सांसद सकेत गोखले ने?
श्रीमती इंदिरा गांधी को इसी शिकायत के आधार पर अयोग्य घोषित कर दिया था,
क्या वर्तमान में जो EC है वह ऐसा कर पाएंगे , क्या इतनी हिम्मत है उनमें?