माँ रायबरेली से डर कर भाग गई, खुद अमेठी से। बहन हर रैली में ‘मैं अपने पिता को टुकड़ों में घर ले कर आई थी’ कह कर जीतने की आस लिए बैठी है। जयराम कह रहा है कि न्याय पत्र में संपत्ति बँटवारे की बात कहीं नहीं लिखी है, मनीष तिवारी कहता है कि एक प्रतिशत वालों से छीन लिया जाएगा धन।