दीवार तोड़ने वाले इन शख्स को इस बात से भी अवगत कराना चाहूंगा यह दीवारें, खडीन ,बावड़ी ,तालाब, गाय और गरीब के लिए प्राण त्यागने वाले वीरों के स्मारक ,यज्ञ स्तंभ आदि जो पूरे जैसलमेर जिले या थार में रेगिस्तान में मौजूद हैं, यहां के निवासियों के शताब्दियों के संघर्ष और जिजीविषा के
धरोहरों को सहेजना कितना मुश्किल काम है और कोई भी आके यूँ लात कैसे मार सकता है,,शर्मनाक करतूत जो भी था प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिये ।
ऐसे असामाजिक तत्वों पर कारवाई हो
@JaisalmerPolice
@DmJaisalmer
संज्ञान लेवें।
जिला कलेक्टर जयपुर श्री प्रकाश राजपुरोहित की संवेदनशीलता और कर्तव्य परायणता प्रशंसनीय है, राजकीय सेवाओं के पीछे लगने वाले शब्द "सेवा" की मूल भावना भी यही है !!
"राजस्थान पुलिस के पराक्रम पर अभिमान है।"
चूरु पुलिस के कानि. श्री रमेश मीणा की बहादुरी और साहस को सलाम है, श्री रमेश ने कंधे में गोली लगने के बावजूद सुजानगढ ज्वैलरी शॉप पर फायरिंग करने वाले अपराधी को धर दबोचा और अपने ज़ख्मी हाथ से उसे घसीट ले गए|
@RajsamandPolice
@IgpBharatpur
प्रतियोगी परीक्षा की सही तैयारी के संबंध मैं (About right preparation for competitive exams) :: " लिख लिख कर पढ़ो यह बात पुराने समय से ही हमारे शिक्षक हमें बताते रहें है, वास्तव में यह बहुत कारगर है
श्री पाल बालाजी महाराज मंदिर ,जोधपुर :आरती में एक बात अच्छी लगी: नगाड़ा मशीन से नहीं, युवक स्वयं बजा रहे हैं हमारा प्रयास रहै की मंदिरों में मशीन की बजाए हम खुद नगाड़ा बजाएं और नई पीढ़ी को भी इस लिए प्रेरित करें ,,मेरे गांव के मंदिर में मेरे द्वारा नगाड़ा वादन का एक प्रयास
ओसियां कस्बे से जो रोड निकलती है जोधपुर- फलोदी, उस पर एक डिवाइडर है, उस पर कुछ दुकान वालों ने अपने लोहे के बोर्ड बीच डिवाइडर में परमानेंट लगा रखे हैं ,जो किसी आने जाने वाले खासतौर पर मोटरसाइकिल वाले को चोट लगा सकते हैं , थाने को ऐसे बोर्ड हटाने चाहिए
@JdprRuralPolice
जब मैं सहायक पुलिस अधीक्षक भीलवाड़ा शहर (1996-98) के पद पर तैनात था तब पूरी पुलिस टीम ने भीलवाड़ा से मांडलगढ़ साइकिल पर यात्रा की थी ,उस यात्रा के दौरान एक जगह बैठ कर पंगत में भोजन किया था तब का फोटो मुझे आज मिला, उसे शेयर कर रहा हूं
#Bhilwara
#cycling
1962 के भारत–चीन युद्ध के महान योद्धा, परमवीर चक्र से सम्मानित, मेजर शैतान सिंह जी भाटी के बलिदान दिवस पर कोटिश: नमन। उनकी बहादुरी और देशप्रेम की गौरवगाथा को यह देश सदैव याद रखेगा।
दादी जी या नानी जी के पास गांव में रहते समय हमारे दूध ,दही ,छाछ आदि आदि का बिल्ली से रक्षक..." ओडा "... इसका फोटो मन में बचपन की कई स्मृतियां ले आता है
जिला फलोदी पुलिस की विकसित हो रही पुलिस लाइन व कार्यालयों का भ्रमण किया ,फलोदी एक महत्वपूर्ण सीमावर्ती जिला है ,जहां पर पुलिस लाइन हर प्रकार से सुसज्जित व सक्षम होनी चाहिए, जिला पुलिस फलोदी के पुलिस अधिकारियों से अपने सीमा सुरक्षा बल व पुलिस के अनुभव साझा करते हुए योजनाबद्ध ढंग
होली के अवसर पर अवकाश के दौरान अपने गांव आया था, इस मौके पर अपने स्थानीय थाने "थाना फलोदी "के पुलिस कर्मियों को होली के अवसर पर शुभकामनाएं दी एवं उनसे बातचीत की
@Igp_Jodhpur
@PoliceRajasthan
@JdprRuralPolice
आज की राजस्थान पत्रिका (05.08.2022) मैं मेरा आलेख ,जो कि सूर्य के सांस्कृतिक ,धार्मिक महत्त्व सहित मानव जीवन हेतु ऊर्जा की आवश्यकताओं की पूर्ति, वर्तमान परिपेक्ष में ,जबकि ग्लोबल वार्मिंग की चुनौती सामने है ,पर आधारित है
"साथी हाथ बढ़ाना साथी रे ....." बड़ा पुराना लोकप्रिय गीत है जिसमें यह पंक्तियां भी आती है कि " एक अकेला थक जाएगा मिलकर हाथ बढ़ाना...." एक पुरानी परंपरा जिसे " लाह " बोलते हैं, इसमें बिना पारिश्रमिक लिए एक के खेत पर सब मिलकर काम निपटा देते थे, खास तौर पर फसल कटाई का
#agriculture
मारवाड़ का पशु- पक्षी प्रेम जनमानस में सदियों से समाया है ,यहां इन के लिए व्यवस्थित व्यवस्थाएं लोग मिलजुलकर करते हैं, रोटियां एकत्र कर गोवंश ,बंदर , श्ववान आदि को खिलाने के लिए रोटियों का यह "गुल्लक" एक अच्छा आईडिया है( स्थान पीटीएस के निकट श्री हनुमान मंदिर ,मंडोर रोड जोधपुर)
सीमा सुरक्षा बल में एक महत्वपूर्ण ट्रॉफी (Trophey) है ,जो कि उत्कृष्ट बॉर्डर मैनेजमेंट करने वाले बीएसएफ( BSF) के फ्रंटियर को प्रतिवर्ष दी जाती है, इस ट्रॉफी का नाम " महाराणा प्रताप ट्रॉफी फॉर बेस्ट बॉर्डर मैनेजमेंट " है ,यह हमारे लिए गौरव का विषय है
#BSF
सुदूर सीमावर्ती इलाकों में प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए ऐसा योगदान प्रशंसनीय है , जैसलमेर पुलिस में और बाद में सीमा सुरक्षा बाल में कार्य करते समय इन सीमावर्ती इलाकों में भ्रमण का काफी अवसर मिला, यहां शिक्षा ,चिकित्सा व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने वाले सभी कार्मिक बहुत
पुलिस में भर्ती होने का टशन 7-8th से ही था और यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में आईपीएस प्रथम वरीयता थी ,यह फोटो उस समय का है जब यूपीएससी की तैयारी कर रहा था तो शौक में बड़े भाई साहब की LBSNAA मसूरी की टीशर्ट और Holster मैं एयर पिस्टल लगाकर एक फोटो स्टाइल में खींच वाया(1993)
#UPSC
बिश्नोई पंथ के ५३८वें स्थापना दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं,
श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान के आशीर्वाद से हमेशा हम सब मिलकर पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के सतत प्रयास करते रहें
धन्य है, समराथल धोरा।
दादी मां की कहावत " हणे दोरा , आगे सोरा : हणे सोरा ,आगे दोरा "
(सोरा = आराम से ,eay,comfortable , दोरा = बिना आराम के,uncomfortable )(सोरा को होरा भी कहते हैं क्योंकि बोलचाल की मारवाड़ी में कुछ इलाकों में "स "को " ह " बोलते हैं
करीब 25 साल बाद श्री ओमप्रकाश जी हेड कांस्टेबल के साथ ड्यूटी की , 1996-98 में भीलवाड़ा शहर की महत्वपूर्ण चौकी भीमगंज ( अब थाना )पर श्री ओम प्रकाश एक युवा कांस्टेबल, हमारी टीम में , कान से भी ऊपर तक की लाठी मजबूती से हाथ में रख बड़ी तत्परता से अपराधियों का पीछा भी करते थे और
बाबा रामदेव जी के 638वें भादवा मेले का हुआ आगाज, बाबो भली करे!
रामदेवरा पोकरण क्षेत्र से बचपन से ही जुड़े होने से हर वर्ष मेला/ मेले के समाचार बहुत हर्षित करते है, पुलिस अधीक्षक जैसलमेर रहते हुए एवं BSF में काम करते हुए मेला प्रबंधन से व्यक्तिगत रूप से जुड़ने का मौका भी मिला
70- 80 के दशक तक कभी इन कुआं पर दो बैलों से पानी निकाला जाता था ,चहल पहल रहती थी ,पणिहारीया गीत गाती हुई आती थी, धार्मिक और मांगलिक कार्यक्रम होते थे,पूरा गांव सामंजस्य से पानी निकालता था , ऐसा ही कुआंअब वीरान पड़ा है( photo: village well in my village Hopardi)
#marwar
#wells
यह वीडियो मेरे गांव होपारड़ी के राजकीय उच्चमाध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य महोदय श्री फूलाराम जी मेघवाल द्वारा भेजा गया है, युवाओं द्वारा वॉलीबॉल खेलना एक अच्छी आदत है ,जिस जमाने में गांव में बिजली नहीं थी सूर्यास्त से पहले ही वॉलीबॉल बड़े जोश खरोश से खेला जाता था
आज गांव बावड़ी खुर्द पहुंच श्री शिव सिंह inspector (BSF) के पिताजी श्री अमानसिंह जी राजपुरोहित के देवलोकगमन होने पर शोकाकुल परिवार को सांत्वना प्रदान की। भगवान पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें।🙏 ॐ शांति 🙏
जोधपुर जैसलमेर रेल मार्ग पर स्थित है मेरे गांव होपारड़ी का निकटतम, रेलवे स्टेशन "मारवाड़ बीठड़ी" 70 -80 के दशक से ही बचपन में गांव आने पर यहां के नीम के पेड़ों की छाया और मटके का ठंडा पानी, हर गर्मी ट्रेन से उतरते ही सुखद स्वागत करता था
@RailMinIndia
#marwar
#indianrailways
यात्रा करते वक्त फौजी किट आइटम टाईप के स्टील कप में चाय पीने का आनंद अलग ही रहता है,प्रायः यात्रा के समय मैं यह स्टील का कप साथ ही रखता हूं ,चाय भी ज्यादा आती है और गर्म भी रहती है
आज दूज (बीज) को श्री पदम् सिंह जी भोमियाजी धाम सांवरीज पहुंच भोमियाजी के दर्शन किए। दूज को भोमियाजी का बड़ा मेला लगा रहता है, दूर दराज से भक्त पहुंचते हैं। जय भोमियाजी की ।
जब मैं सहायक पुलिस अधीक्षक भीलवाड़ा शहर (1996-98) के पद पर तैनात था तब पूरी पुलिस टीम ने भीलवाड़ा से मांडलगढ़ साइकिल पर यात्रा की थी ,उस यात्रा के दौरान त्रिवेणी धाम पर पूजा पाठ किया था, तब का फोटो मुझे आज मिला, उसे शेयर कर रहा हूं
#Bhilwara
#cycling
बिल्कुल! हर गर्मियों की छुट्टी में सभी चचेरे /ममेरे भाइयों( यदि ननिहाल में हैं) के साथ पहले कटिंग और उसके बाद बड़े बुजुर्ग को जच गई तो गांव के टेलर मास्टर जी से सभी बच्चों के लिए एक जैसे कमीज -हाफपेंट जिन्हें पहन कर गांव में घूमते तो पता चल जाता था यह बच्चे एक ही परिवार के हैं
जोधपुर- जैसलमेर मार्ग पर स्थित पोकरण तहसील के गांव "लवां "का तालाब हमेशा साफ सुथरा रखा जाता है, रामदेवरा मेले के दौरान ध्यान रखकर इसकी साफ सफाई सुरक्षित रखी जाती है, मेरा ननिहाल यहां होने से इस तालाब से बैलगाड़ी पर पानी भर के लाने के सहित कई यादें जुड़ी हुई हैं
#Pokran
#ponds
बाजरे का सबसे ज्यादा उत्पादन राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुजरात राज्यों में होता है। यह हृदय के लिए बेहतर व मधुमेह को कम करता है एवं हड्डियों को मजबूत बनाता है। आज की भाषा में ,मारवाड़ में हमारा सदियों से प्रमुख खाद्यान्न रहा, बाजरा सुपरफूड (superfood) है
बाजरे की रोटी में खोबा करके देसी घी डाला हुआ हो।
राई-लहसुन का तड़का लगा खाटा हो। खट्टी-मीठी गुड़ की भेली का मिठास छप्पन भोग से भी श्रेष्ठ होता है।
राबड़ी और दही में चूर्योड़ी रोटी भी घणी स्वाद लागै सा..!!
पधारो सा #ठेठ_देसी
29 वर्ष पहले मसूरी मे 4/9/1994 को पुलिस सेवा की यात्रा प्रारंभ की
Today's date 04.09.2023
,29 years back on 04.09.1994 joined at LBSNAA Mussoorie (Pic at hostel room Mussoorie )
इस सप्ताह पीटीएस जोधपुर का निरीक्षण किया, ट्रेनिंग एक बहुत महत्वपूर्ण गतिविधि है: The more you sweat in peace, the less you bleed in War "
@PoliceRajasthan
आज सुबह मंडोर रोड पर देखा कि दो नीलगाय विचरण कर रही हैं: नीलगाय 1 to नीलगाय 2: आज जोधपुर घूमांला पेली मंडोर बाग देखलां नीलगाय 2: पाछे पब्लिक पार्क वाला जनावर देख मिर्ची बड़ा भी खावना है (Near PTS Mandore road)
महाराजा कॉलेज जयपुर जाने का अवसर मिला,, वहां लगे प्रिंसिपल महोदय के कार्यकाल-बोर्ड में तारीख की शुरुआत 1844 से होती है, किसी भी समाज में शिक्षा का बहुत महत्त्व है ,एनएलयू ,आईआईटी ,आई आई एम,AIIMS etc मील के पत्थरों के साथ हमारी यात्रा आगे बढ़ रही है
#education
आप सभी को बिश्नोई संप्रदाय के संस्थापक एवं महान पर्यावरणविद् गुरू जम्भेश्वर जी भगवान के जन्मोत्सव के सुअवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं।🙏उन्होंने सम्पूर्ण मानवता को पेड़-पौधों एवं जानवरों की रक्षा करने का संदेश दिया।🙏
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं , एसपी जैसलमेर पोस्टिंग के समय झिनझिनियाली गांव कई बार जाना हुआ ,सीमावर्ती क्षेत्र का गांव है, इस गांव के लिए यह बहुत गौरवपूर्ण क्षण है
बेहद गर्व की बात है कि जैसलमेर के झिनझिनयाली की बेटी पूनम ने दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड का नेतृत्व किया।
जैसाण की सभी बेटियों की प्रेरणा बनी पूनम जी के जैसलमेर पंहुचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। हम उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हैं।
#Jaisalmer
माटूरे ( बिलावण करने का बड़ा मटका नुमा मिट्टी का पात्र ) री छाछ री होड केङो ई कोल्ड ड्रिंक नी कर सके ,उनाले री छुट्टियों माय दादी मां रे कने माटूरे नेङा बैठ जदै घणी छाछ पीवता, वे केवता छोरा पेट फूट जासी .
तरह-तरह रा कोक अर कोला आवे है बाजार में।स्कूल रा टिंगर राती पीली बोतलों में स्टींग अर रेडबुल जेड़ा जहर पीये है। एक म्हे हा गाँव मे बिलौने री छाछ बोतल भर ने स्कूल ले जावता। वा भी बिना फ्रिज री।अब दिन आयगा सा मोली छाछ रा।बाटका भर भर ने पीओ कोरी हांडी री छाछ अर निरोगा रेओ सा
एक बार इसी गांव के एक निवासी के बारे में एक सज्जन बोले सुबह अमेरिका से फलोदी आते हैं और शाम को वापस अमेरिका चले जाते हैं, मैंने दिमाग पर जोर डाला ऐसी कौन सी यातायात व्यवस्था है! बाद में बताया इन के गांव को ही अमेरिका बोलते हैं 😃😃 ( समाचार साभार राजस्थान पत्रिका 20.05.2022)
आंकड़े रो हलियो, निम्बडे री नाई
रमता खेलता बाजरी बाई ,बाजरी रे बूटे ढेलडी ब्याइ ,ढेलडी रा बिचिया राता है
म्हारा मोमोसा माता हे, बेगा उठजो हल खड़जो ,गरम गरम खीच खावजो और टोकरिया बजावजो
आपको एवं आपके परिवार को
हाळी अमावस्या रा घणा न घणा राम राम सा
सर्द रात ...कढ़ाई का दूध.... एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज हॉस्टल के सामने, छात्र जीवन की यादें, रेजिडेंसी सर्किल जोधपुर.... मारवाड़ के गौ माता का आशीर्वाद रुपी इस दूध का स्वाद कहीं और नहीं......
थार रेगिस्तान में इतिहास एवं निर्माण की दृष्टि से विशेष स्थान रखने वाले मिट्टी की ईंटों से बने कई किले हैं ,"घोटारू" का किला भी ऐसा ही एक किला है ,घोटारू का किला जैसलमेर जिले में सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित है
#Thar
#Jaisalmer
#Forts
#Rajasthan
आज की राजस्थान पत्रिका में वर्षा जल संरक्षण, वर्षा के बदलते पैटर्न दृष्टिगत अतिवृष्टि की समस्याएं और समाधान, वर्षा जल के बहाव को सुगम रखने आदि बिंदुओं पर मेरा आलेख (राजस्थान पत्रिका 06.09.2022)
कोलेस्ट्रोल को कम करने एवं रक्त के प्रवाह को अच्छा रखने, हृदय को बल देने के लिए, आयुर्वेद में अर्जुन वृक्ष की छाल का बहुत महत्व बताया गया है , मैं भी कई बार इसे पानी में उबालकर पीता हूं( *व्यक्ति विशेष को चिकित्सक की सलाह से ही सेवन करना चाहिए ) #आयुर्वेद
राजस्थानी में " आला " बोलते हैं, मेरे गांव में बच्चे तुकबंदी करते थे जिसमें प्रश्नों का तुकबंदी में जवाब देना होता था,, इस को स्थानीय भाषा में "आडी"( पहेली) कहते थे, जैसे" रुपया को खेत पहुंचाओ" तो जवाब होता था "आले में पड़ी रेत, रुपयों पूगो खेत " बहुत छोटे बच्चों की तुकबंदी
इसी दौर में गर्मियों की छुट्टी होने पर जोधपुर से फलोदी या बीठङी स्टेशन तक जोधपुर- जैसलमेर ट्रेन रूट पर बच्चों वाले आधे टिकट पर मैं और मेरे बड़े भाई ऐसी कोयले - स्टीम इंजन वाली ट्रेन से अपने गांव जाते थे, भरपूर गर्मी में भी यात्रा बड़ी रोचक लगती थी, फिर बादमें डीजल इंजन आ गए
A train through #थार_रेगिस्तान 1975
#JodhpurRailway
जोधपुर के महाराजा गज सिंह जी सन 1975 अपनी पत्नी के व निजी स्टाफ के साथ भाप इंजन steam engine 🚂 ट्रेन में जोधपुर से जैसलमेर यात्रा करते हुए...!!
ब्रिटिश सरकार ने सन 1889 एक समझौते के तहत जोधपुर रेलवे का नाम बदलकर
सादर श्रद्धांजलि ! स्वर्गीय श्री पूनम सिंह भाटी,कांस्टेबल राजस्थान पुलिस भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात थे तब सीमा सुरक्षा बल की स्थापना नहीं हुई थी, उनके बलिदान की दास्तान अपने आप में इतिहास के पन्नों में एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखती है( समाचार साभार दैनिक भास्कर 9.9 2022)
एक जमाने में यह टेंपो नगरीय क्षेत्र जोधपुर में आवागमन के काम आते थे, जिस समय मैं प्राथमिक स्कूल में था तो पावटा से सरदारपुरा कई बार एसै टेंपो में ही आते थे, किराया होता था 5 पैसे, जालोरी गेट में टेंपो बदलना होता था