महाराष्ट्र में जब आज शरद पवार के चाणक्य वाली राजनीति के ताबूत में आखिरी कील ठोका गया तो इसकी पटकथा उसी दिन लिख दी गयी थी, जिस दिन शरद पवार ने मोदी को वचन देकर वचनभंग किया था ।
शरद पवार के घर मोदी जी हमेशा से जाते रहे, बारामती में सभा के दौरान उनके बुलाने पर प्रधानमंत्री रहते हुए