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Anuj Agnihotri Swatntra
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Self Employed! Businessman! #ब्राह्मण
Joined August 2022
कुछ लोग एक प्रकरण लेकर मुझे ट्रोल कर रहे हैं? आइए जानते है पूरा मामला है क्या क्योंकि सबको सफाई चाहिए, हालांकि बहुत बार दे चुके हैं लेकिन एक बार और सही? पूरी राजनीति गांव से शुरू हुई थी, 2016 में मैं काकादेव कानपुर से NDA की तैयारी कर रहा था। मेरे बाबा गांव के जमींदार थे, मेरी गांव की बहुत सी जमीन गांव के कई लोग कब्जा किए हुए थे, 2017 में एंटी भूमाफिया का गठन हुआ, हमने अपनी जमीन कब्जा मुक्त कराने के लिए शिकायत की, मौजूदा प्रधान (जो 15 वर्ष से थे अब नहीं हैं) उनके रिश्तेदार उस जमीन पर कब्जेदार थे, @visheshwar71067 हमारे गांव के ही हैं, इनसे आप सब जानकारी कर सकते हो, प्रधान मौजूदा राज्य मंत्री रजनी तिवारी के पीए हैं, राजनीतिक दवाव में मेरी जमीन खाली नहीं हुई, और राजस्व टीम ने मुझे कोर्ट जाने के लिए बोल दिया, मैं कोर्ट चला गया। अब मेरी पढ़ाई लिखाई अव्यवस्थित हो चुकी थी, मेरा पूरा गांव ब्राह्मणों का है, लोगों को मौजूदा प्रधान से बहुत समस्याएं थी इसीलिए उनको टक्कर देने के लिए मेरा समर्थन करने लगे, कि एक मैं युवा हूं और 15 साल के किसी राजनीतिक वर्चस्व की नींव हिला रहा हूं। मैंने प्रधानी लड़ने की तैयारी शुरु कर दी, मैं प्रधान के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच कराने लगा, शिकायतें करने लगा नतीजतन भाजपा की मंत्री के खास आदमी होने के कारण मेरी जांचों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही थी, तो मैं सोशल मीडिया और जमीन पर भाजपा का विरोध करने लगा, उस समय मैं फेसबुक पर बहुत सक्रिय रहता था, हजारों को मुझे पढ़ते और समर्थन देते थे। 2017 में जो सीट SC थी, लेकिन प्रधान प्रतिनिधि वही ब्राह्मण मिश्रा जी थे जो प्रधानी चला रहे थे उन���होंने मुझ पर एक फर्जी SCST ACT का मुकदमा राजनीतिक विरोधाभास में 2017 में अपने प्रधान के द्वारा लगवा दिया, सरकारी कार्यों में बाधा और जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल के लिए जबकि हमारा उस प्रधान का कभी आमना सामना नहीं हुआ। क्योंकि 2017 मे मैंने @AzadSenaChief के आह्वाहन पर SCSTACT अमेंडमेंट पास होने पर 17 सितंबर 2017 को हरदोई बंद आंदोलन किया था, प्रशासन की नजरों से लेकर सत्ता की नजरों मे मै खटकने लगा था। इसीलिए मौजूदा भाजपा जिलाध्यक्ष और विधायकों के द्वारा गोपनीय ढंग से बिना गिरफ्तारी और बिना कोई सूचना दिए मेरे और मेरे पिता जी के नाम फर्जी SCST ACT लगाकर चार्जशीट दाखिल हो गई। मुकदमे की जानकारी 2019 में हुई जब हिस्ट्रीशीटर की मुख्यमंत्री कार्यालय से मानीटरिंग हुई, मुझे थाने से कॉल आई तब पता चला कि मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज है पता करने पर चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी थी आनन फानन में मेरी @agnihotri_India के पिता जी ने मैने बाहर बाहर ज़मानत कराई। मै फिर दोगुनी ताकत से सबका विरोध करने लगा और प्रधानी की तैयारी करने लगा, विधायक जी का विरोध करने के लिए मैंने उनके एक प्रतिद्वंद्वी विधायक प्रत्याशी का समर्थन और सहयोग लिया, जिससे मेरा विरोध सत्ता से भी बढ़ता चला गया क्योंकि मुझे गांव की राजनीति के सहयोग के लिए संरक्षण और जिले की राजनीति में एक मजबूत सर पर हांथ की जरूरत थी। 2021 मे प्रधानी का चुनाव ��ा, प्रधानी कैसे जीतनी है, चुनाव कैसे लड़ना है इस पर रणनीति बनाकर नए तरीके से चुनाव मैदान में उतरे थे, कई कई दिन घर नहीं रहते थे लोगों के साथ उनकी आपत्ति विपत्ति और सुख दुःख में शामिल रहते थे। कोरोना कॉल में मेरे घर के पड़ोस का एक लड़का छत से गिर गया था इसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई थी, उसने मुझसे मदद मांगी मैंने अपने सहयोगियों के द्वारा उसकी 4 लाख की मदद कराई, मेरी लोकप्रियता देख गांव के प्रधान सहित अन्य प्रधान प्रत्याशी परेशान थे, उन्हें यहीं पर विकल्प मिल गया, और उन सबने अमित मिश्रा (जो लड़का छत से गिरा था) उसके पिता को १-१ लाख रुपए देकर मेरे खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराने के लिए तैयार कर लिया, इधर सत्ता मेरे खिलाफ मौके की तलाश में थी ही नतीजतन मेरे ऊपर एक 420 का मुकदमा लिख गया, प्रधानी का चुनाव हो जाने के तक नहीं छूट पाए, 2021 मे ज़मानत हुई, और राजनीति और सामाजिक जीवन से दूर रहकर जीने लगा। 3 साल सोशल मीडिया से बहुत दूर रहा, लेकिन कहते हैं न इस समाज का हूं तो मेरी पहचान समाज में मेरी जाति से ही है, और मै फिर अपने समाज की आवाज उठाने लगा, लेकिन तरीका बदल दिया। चंदे बंदे और पैसे से किसी की कोई मदद नहीं करेंगे, समाज के लिए खूब बोलेंगे, लिखेंगे, चिल्लाएंगे, जबकि मेरा नुकसान सबसे ज्यादा समाज के लोगों ने ही किया, मेरी जमीन कब्जा हुई, आज भी है, मेरे ऊपर ही मुकदमें लिखे गए। तब से अब तक किसी की मदद करने की हिम्मत नहीं रही, और न अब करते हैं। तस्वीर NDA की तैयारी के दौरान काकादेव कानपुर...
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यह लड़की बिहार के समस्तीपुर जिले की रहने बाली है? इसने अपने इंस्टाग्राम पर जितने भी वीडियो अपलोड किए हैं सभी वीडियो में ब्राह्मणों को अपमानित किया गया है? पूरे भारत में कितने ब्राह्मण संगठन बने हुए हैं? ब्राह्मण संगठनों की भूमिका तयं होनी चाहिए? क्या ब्राह्मण संगठन केवल राजनीति करने के लिए हैं? आखिर इन जैसे लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं करा पा रहे हैं? @Samastipur_Pol आपसे विशेष अनुरोध है कि इस लड़की को जेल भेजा जाए? संगठन भले ही मौन है लेकिन हम समाज का नेतृत्व करके सड़कों पर कूच करेंगे? ब्राह्मण समाज का खून पानी नहीं है @bihar_police आपसे विनम्र निवेदन है कार्रवाई करवाएं और गिरफ्तारी की फोटो साझा कराएं।
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लखीसराय/बिहार... ब्राह्मण युवक की दलित ने की हत्या। एक ओर दलितों के बौद्धिक लोग हिंदू एकता के लिए रोटी बेटी का नाता जोड़ने के लिए रात दिन चिल्लाते हैं, लेकिन लखीसराय में एक ब्राह्मण लड़के ने दलित लड़की से प्रेम कर लिया इतनी सी बात में ब्राह्मण की हत्या कर दी गई। अब नहीं चाहिए हिंदू एकता? क्या अब नहीं चाहिए रोटी बेटी का रिश्ता? क्या हिंदू एकता के लिए केवल ब्राह्मण लड़कियों का ही रिश्ता दलितों में हो सकता है दलित लड़कियों का ब्राह्मण समाज में रिश्ता नहीं हो सकता है?
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इनको शायद ही कोई न जानता हो, यह है @KapilMishra_IND जी दिल्ली के सबसे ज्यादा चर्चित और हिंदूवादी नेता। इनकी राजनीति आम आदमी पार्टी से शुरू हुई, केजरीवाल सरकार में मंत्री बने, फिर किसी बात को लेकर स्तीफा दिया और विपक्ष में रहे। पिछले 7 सालों में सबसे ज्यादा मेहनत आम आदमी पार्टी को हराने और भाजपा को जिताने के लिए अगर किसी ने की है तो कपिल मिश्रा ने की है। भाजपा का जो मूल मुद्दा हिंदुत्व का झंडा ऊंचा करना था, इस हिंदुत्व के मुद्दे पर सबसे ज्यादा जमीनी स्तर पर कपिल मिश्रा जी ने मेहनत की है। लेकिन दुर्भाग्य है कि इतनी मेहनत के वावजूद भी कपिल मिश्रा का नाम मुख्यमंत्री की रेस में नहीं है जबकि राजनीतिक कैरियर में लगातार विधायक रहे हैं, सबसे ज्यादा राजनीति में सक्रिय हैं, सबसे ज्यादा इनके पास युवा है, इनके पास नहीं सोंच है, काम करने करने के नए तरीके हैं। भाजपा को सबसे ज्यादा 68 फीसदी वोट ब्राह्मणों ने दिया है लेकिन भाजपा कपिल मिश्रा को ब्राह्मण होने के कारण मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी यही भाजपा की घटिया मानसिकता है। आप सबके क्या विचार है कमेंट मे अपनी राय दें। #DelhiAssemblyElection2025
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@ShyamMeeraSingh मीडिया बालो की भी एक विचारधारा... आरक्षण समर्थक और जाति समर्थक मुफ़्तखोर मोदी विरोधी हैं वह मोदी को हर हाल में हारते देखना चाहते हैं। वही जिनकी विचारधारा एक है देश प्रेम और सद्भावना है वह मोदी जी या भाजपा की सरकार चाहतें हैं। लेकिन फिर भी एक मीडिया दूसरे मीडिया को गाली देता है।
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देख लीजिए भाजपा को दिल्ली में सबसे ज्यादा वोट किसने किया है? लेकिन बदले मे क्या मिलेगा, जातिवादी कानून, दलितों और पिछड़ों को मुफ्त की रेवड़ी, ब्राह्मणों की हत्याएं। #DelhiElectionResults
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@ActivistSandeep राहुल को चाहिए ब्राह्मणों को ठाकुरों को बनियों को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निकाल देना चाहिए, किसी भी ब्राह्मण ठाकुर बनिया के घर वोट मांगने जाने की भी जरुरत नहीं है। औकात हो तो एसा करके दिखाएंगे?
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इस पोस्ट को देखिए इस कमेंट में उसने खुद चंदौली जनपद का होना बताया है, अब आगे की जानकारी मीडिया सेल अपने उपकरणों के माध्यम से IP address Nikalo Domain Network Area से इसका लोकेशन पता करो, कौन से नेटवर्क और डिवाइस पर यह अकाउंट चल रहा है, वह नेटवर्क किस क्षेत्र में है। Service Provider कौन है किस क्षेत्र में इसको नेटवर्क दे रहा है कहां पर दे रहा है सर पुलिस के लिए बहुत आसान काम है।
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@chandaulipolice ��ैंने आज सुबह इसकी प्रोफाइल चेक की, एक एक ट्वीट ब्राह्मणों को गालियों से लेकर उनकी मां बहन बेटी पर अपमान जनक टिप्पणियां की हैं। मैंने पुलिस को शिक़ायत की तो यह अब मेरी मां के लिए अपमानित कर रहा है और मुझे गाली दे रहा है कृपया इस व्यक्ति के विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई करें।
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@parashar_n20477 @Advocatehca @talk2anuradha @tiwary_ram61015 @tripsashu @The_NehaJoshi @nehadixit123 @neha_laldas @Rajnishtiwari82 @sh17904814 @prernabhardwaj_ यह पता उसके X की टाइमलाइन पर दिया गया है।
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सबसे ज्यादा मुझे खुशी हुई यह २ कौड़ी की ब्राह्मण और सनातन विरोधी चुनाव हार गई, उससे दो गुनी ज्यादा खुशी हुई बीजेपी का घमंड टूट गया। बीजेपी ने देश में चुनचुन कर ब्राह्मण और हिंदू विरोधियों को टिकट दिया, इनको सबक सिखाना बहुत जरुरी है। #DelhiElections2025
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